जमकर कमा रहे हैं कंटेट क्रिएटर, 10 लाख रुपये महीना आम बात, ऑरेंज इकोनॉमी का जलवा
Creator Economy India: पीएम मोदी ने अपने भाषण में 'ऑरेंज इकोनॉमी' का जिक्र किया है. साथ ही यह भी कहा कि भारत की क्रिएटिविटी देश की जीडीपी में अपना योगदान बढ़ा सकती है. भारत में क्रिएटर्स की इकोनॉमी क्या और आगे ग्रोथ की कैसी संभावनाएं नजर आ रही है.
सिटी ऑफ ड्रीम्स मुंबई की जमीन पर भारत सरकार ने पहला वर्ल्ड ऑडियो विजुअल और एंटरटेनमेंट समिट (Waves) का मंच सजाया है. इस समिट में डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को जगह दी गई है, जिनके जरिए भारत की मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्रीज और बड़ी बनेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में वेव्स 2025 का उद्घाटन किया और इसे एक परिवर्तनकारी मंच बताया. उन्होंने कहा कि यह दुनियाभर के क्रिएटर्स, स्टोरीटेलर्स, इनोवेटर्स और पॉलिसी मेकर्स को एकजुट करता है. पीएम मोदी ने अपने भाषण में ‘ऑरेंज इकोनॉमी’ का जिक्र किया है. साथ ही यह भी कहा कि भारत की क्रिएटिविटी देश की जीडीपी में अपना योगदान बढ़ा सकती है. तो चलिए समझने की कोशिश करते हैं कि भारत में क्रिएटर्स की इकोनॉमी क्या और आगे ग्रोथ की कैसी संभावनाएं नजर आ रही हैं.
ऑरेंज इकोनॉमी के उदय का युग
प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान युग भारत में ‘ऑरेंज इकोनॉमी’ के उदय का युग है. उन्होंने कहा कि ऑरेंज इकोनॉमी के तीन स्तंभ हैं – कंटेंट, क्रिएटिविटी और कल्चर. उन्होंने कहा कि हम ऑरेंज इकोनॉमी के ग्रोथ के युग को देख रहे हैं. प्रधानमंत्री ने भारतीय एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की ताकत को बताते हुए कहा कि आज भारत संगीत, फिल्म और गेमिंग के वैश्विक केंद्र के रूप में उभर रहा है. ऑरेंज इकोनॉमी के तेजी से बढ़ने के साथ ही भारत का ग्राफिक और एनीमेशन उद्योग जबरदस्त विकास करेगा और देश के लिए आर्थिक समृद्धि लाएगा.
कितनी बड़ी बनेगी क्रिएटर्स की इकोनॉमी?
बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (BCG) की नई रिपोर्ट कंटेंट से कॉमर्स तक के अनुसार, भारत का तेजी से बढ़ता क्रिएटर लैंडस्केप 2030 तक सालाना 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की कमाई करने की ओर अग्रसर है, जो वर्तमान में हर साल कंज्यूमर एक्सपेंडिचर में अनुमानित 350 अरब अमेरिकी डॉलर को प्रभावित करता है. BCG की रिपोर्ट को आधिकारिक तौर पर 3 मई 2025 को मुंबई में चल रहे WAVES 2025 मेगा-इवेंट में प्रजेंट किया जाएगा.
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2 से 2.5 मिलियन एक्टिव डिजिटल क्रिएटर्स का एक बड़ा आधार है, जिन्हें 1,000 से अधिक फ़ॉलोअर वाले व्यक्ति के रूप में परिभाषित किया गया है. इस प्रभावशाली पैमाने के बावजूद, रिपोर्ट बताती है कि इन क्रिएटर्स का केवल एक छोटा सा हिस्सा 8 फीसदी से 10 फीसदी के बीच वर्तमान में अपने कंटेट से कमाई कर रहा है.
क्रिएटर इकोसिस्टम द्वारा जेनरेट डायरेक्ट रेवेन्यू का अनुमान 20-25 अरब अमरीकी डॉलर है और दशक के अंत तक इसके 100-125 अरब अमरीकी डॉलर तक बढ़ने का अनुमान है. बीसीजी रिपोर्ट में कई महत्वपूर्ण रुझान और अहम जानकारियां भी सामने आई है. जैसे कि क्रिएटर पहले से ही 30 फीसदी से अधिक यूजर्स के फैसलों को आकार दे रहे हैं, जो मौजूदा खर्च में 350-400 अरब अमरीकी डॉलर के बराबर है.
सबसे लोकप्रिय कंटेंट फॉर्मेट
रिपोर्ट में कहा गया है कि क्रिएटर इकोसिस्टम अब जेन जेड और प्रमुख महानगरीय क्षेत्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि छोटे शहरों और कस्बों में अलग-अलग उम्र समूहों और यूजर्स के को तेजी से जोड़ रहा है. शॉर्ट-फॉर्म वीडियो सबसे लोकप्रिय कंटेंट फॉर्मेट बना हुआ है, जिसमें कॉमेडी, फिल्में, डेली सोप और फैशन सबसे ज्यादा देखे जाने वाले जॉनर के रूप में उभर रहे हैं. साथ ही, भारत की क्रिएटर इकोनॉमी में रेवेन्यू में विविधता देखी जा रही है, जिससे आने वाले वर्षों में 1.5 से 3 गुना वृद्धि होगी. यह डिजिटल क्रिएटर इकोसिस्टम के जरिए ऑपरेटेड मार्केटिंग और कॉमर्स रणनीतियों में एक फंडामेंटल बदलाव का संकेत है.
भारत में इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग की स्थिति पर पिछले साल EY की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में लगभग 12 फीसदी कंटेंट क्रिएटर अब 1 लाख रुपये से 10 लाख रुपये प्रति माह कमाते हैं. लगभग 86 फीसदी क्रिएटर अगले दो वर्षों में इनकम में लगभग 10 फीसदी की ग्रोथ की उम्मीद करते हैं, जबकि 77 फीसदी क्रिएटर ने पिछले दो वर्षों में अन्य सोर्स से इनकम में ग्रोथ की सूचना दी थी. रिपोर्ट में इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग 2024 में 25 फीसदी बढ़कर 2,344 करोड़ रुपये और 2026 तक बढ़कर 3,375 करोड़ रुपये होने की उम्मीद जताई गई थी.
इन्फ्लुएंसर इकोसिस्टम
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म, क्यूरूज की एक हालिया रिपोर्ट ने पिछले चार वर्षों में भारत में इन्फ्लुएंसर इकोसिस्टम के उदय का खुलासा किया है. 2020 में केवल 9,62,000 इन्फ्लुएंसर से क्रिएटर इकोनॉमी 2024 में 4.06 मिलियन इन्फ्लुएंसर तक फैल गई है, जो 322 फीसदी की चौंका देने वाली ग्रोथ के आंकड़े बयां करता है.
यह तेज ग्रोथ प्रामाणिक, क्रिएटर-ड्रिवन कंटेंट पर बढ़ती निर्भरता को उजागर करती है. ब्रांड अपने दर्शकों से जुड़ने के लिए इन्फ्लुएंसर की मार्केटिंग पावर का इस्तेमाल करते हैं. गेमिंग सबसे तेजी से बढ़ने वाली कैटेगरी में से एक है, जिसने 2020 और 2022 के बीच 213 फीसदी की जबरदस्त ग्रोथ हासिल की है. कोविड महामारी के बाद ट्रैवल इन्फ्लुएंसर्स ने भी जोरदार वापसी की है.
कैसे क्रिएटर्स को मिल रहा बढ़ावा?
इंटरनेट तक आसान और सस्ता एक्सेस भारत की क्रिएटर इकोनॉमी को बढ़ावा दे रही है, जहां लाखों लोग, खासकर युवा, यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया चैनलों पर कंटेंट बना रहे हैं. जबकि भारत के कंटेंट क्रिएटर और सोशल मीडिया इन्फ़्लुएंसर एक मेगा इंडस्ट्री के रूप में उभर रहे हैं. क्योंकि वे ब्रांड पार्टनरशिप के जरिए कॉरपोरेट्स की मार्केटिंग रणनीतियों के लिए भी महत्वपूर्ण बन रहे हैं. उन्हें भारत के ग्लोबल सॉफ्ट पावर बनाने के लिए एक शक्तिशाली मीडिया के रूप में देखा जाता है जैसा कि हिंदी सिनेमा ने किया है.
100 अरब डॉलर होगी वैल्यू
अरबपति उद्योगपति और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अनुमान लगाया है कि भारत का मीडिया और मनोरंजन उद्योग, जिसकी मौजूदा वैल्यू 28 अरब अमेरिकी डॉलर है, अगले दशक में तीन गुना से अधिक बढ़कर 100 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो सकता है. उन्होंने आगे कहा कि यह ग्रोथ एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देगी, लाखों नौकरियां पैदा करेगी और सभी क्षेत्रों में प्रभाव पैदा करेगी.
मनोरंजन उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
बोनी कपूर ने वेव्स 2025 को शानदार बताया. उन्होंने उम्मीद जताई कि समिट मनोरंजन उद्योग को काफी बढ़ावा देगा. कपूर ने कहा कि यह एक शानदार पहल है. हमें पीएम नरेंद्र मोदी का प्रोत्साहन मिला है. पूरी सरकार और महाराष्ट्र सरकार इसका समर्थन कर रही है. मनोरंजन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए यह एक शानदार कदम है.
दिग्गजों ने की शिरकत
Waves 2025 समिट में बॉलीवुड सितारों और उद्योग जगत के लीडर्स की एक शानदार लाइनअप देखने को मिली, जिसमें शाहरुख खान, आमिर खान, रणबीर कपूर, रजनीकांत, दीपिका पादुकोण, अक्षय कुमार और कई अन्य शामिल थे. फिल्मी हस्तियों के साथ-साथ, इस कार्यक्रम में ग्लोबल मीडिया और टेक दिग्गज, निवेशक और नीति निर्माता भी शामिल हुए, जो कनेक्टिंग क्रिएटर्स, कनेक्टिंग कंट्रीज थीम के तहत ग्लोबल क्रिएटिविटी इकोनॉमी के भविष्य का जश्न मनाने और उसे आकार देने के लिए एकत्रित हुए.
वेव्स 2025 की खासियत
वेव्स 2025 भारत का अपनी तरह का पहला इंटरनेशनल समिट है, जो ऑडियो-विजुअल और एंटरटेनमेंट जगत को समर्पित है. यह 10,000 से अधिक प्रतिनिधियों, 1,000 क्रिएटर्स, 300 कंपनियों और 350 स्टार्टअप्स को एक साथ लाता है, जिससे एक शक्तिशाली क्रॉस-सेक्टरल नेटवर्क बनता है. 1 मई से शुरू हुआ यह चार दिवसीय कार्यक्रम 1 मई से 4 मई तक चलेगा.
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