दुबई से अपना पैसा धड़ाधड़ भारत क्यों भेज रहे हैं भारतीय, जानें क्या हो गया ऐसा
इजराइल-ईरान युद्ध के बीच UAE और सऊदी अरब में काम करने वाले भारतीय बड़ी मात्रा में भारत पैसे भेज रहे हैं. आमतौर पर जून के महीने में प्रवासी भारतीयों की ओर से मनी ट्रांसफर में गिरावट देखी जाती है, क्योंकि इस दौरान छुट्टियों और यात्रा से जुड़े खर्च बढ़ जाते हैं. लेकिन इस बार हालात अलग हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं ऐसा क्या हो गया है.

AED Equals How Many INR: भारतीय रुपये की गिरती कीमत ने खाड़ी देशों में रह रहे प्रवासी भारतीयों को बड़ा मौका दे दिया है. खासकर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और सऊदी अरब में रहने वाले भारतीय बड़ी संख्या में भारत पैसा भेज रहे हैं. इसकी वजह है रुपये की दर में आई तेज गिरावट. दरअसल एक दिरहम (United Arab Emirates dirham) की कीमत अब 23.58 रुपये के करीब पहुंच गई है, जो अप्रैल की शुरुआत के बाद सबसे कमजोर स्तर है. गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, 19 जून गुरुवार से ही UAE समेत पूरे खाड़ी क्षेत्र में मनी एक्सचेंज हाउस पर भीड़ बढ़ गई है. लोग बिना देर किए एक्ट्रा पैसा को भारत भेजने में जुटे हैं. कई एक्सचेंज कंपनियों ने का कहना है कि, सिर्फ गुरुवार को ही AED-INR ट्रांजैक्शन के लिहाज से बीते कई हफ्तों में सबसे ज्यादा रेमिटेंस हुआ है.
खास बात ये है कि यह बढ़ोतरी ऐसे समय में देखने को मिली है जब दुनिया में हालात अस्थिर हैं, खासकर इजरायल और ईरान के बीच चल रहे तनाव की वजह से. आमतौर पर जब ऐसे हालात होते हैं तो लोग अमेरिकी डॉलर को सुरक्षित निवेश मानकर उसकी तरफ भागते हैं. लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है. इस बार लोग डॉलर की बजाय सोने में पैसा लगा रहे हैं. इससे डॉलर थोड़ा कमजोर हुआ और रुपये को थोड़ा सहारा मिल गया है.
छुट्टियों का सीजन, फिर भी नहीं रुकी मनी ट्रांसफर की रफ्तार
बता दें जून में आमतौर पर भारतीय प्रवासियों की ओर से मनी ट्रांसफर में गिरावट देखी जाती है. जिसकी वजह छुट्टियां और यात्रा से जुड़े खर्च है. लेकिन इस बार ट्रेंड बिल्कुल उल्टा दिख रहा है. इस पूरे वीकेंड के दौरान ट्रांजैक्शन स्थिर बने रहे और एक्सचेंज कंपनियों को उम्मीद है कि यह सिलसिला सोमवार यानी 23 जून 2025 तक जारी रहेगा.
कमजोर रुपया, ज्यादा फायदा
रुपये की गिरावट को देखते हुए कई प्रवासी अब और इंतजार नहीं कर रहे हैं. वे मान रहे हैं कि अगर रेट और गिरा तो उन्हें और ज्यादा रुपये मिलेंगे. वहीं एक्सचेंज अधिकारियों का कहना है कि अगर यही स्थिति बनी रही या रेट और नीचे गया, तो लोगों को डबल फायदा होगा. यही वजह है कि अब हर कोई मौके का फायदा उठाने में जुट गया है.
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