
Boeing के विमानों को लेकर बार बार क्यों उठते हैं गंभीर सवाल
‘If it’s Boeing, I am not going’ — यह वाक्य आज फिर चर्चा में है, क्योंकि एक Boeing 787-8 Dreamliner विमान हादसे का शिकार हो गया है. यह इस मॉडल की पहली बड़ी दुर्घटना है, जिसने एयर इंडिया और बोइंग, दोनों को सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है. कभी इस विमान को तकनीकी क्रांति माना गया था, लेकिन अब यह बोइंग के लिए एक गंभीर मोड़ बनता दिख रहा है. इस हादसे ने यात्रियों के मन में एक बार फिर से सुरक्षा को लेकर डर पैदा कर दिया है. खास बात यह है कि पिछले कुछ वर्षों में कई व्हिसलब्लोअर और जांच एजेंसियों ने Boeing की उत्पादन प्रक्रिया, सुरक्षा मानकों और तकनीकी खामियों को लेकर चेतावनी दी थी.
बावजूद इसके, कंपनी की तरफ से ठोस सुधार नहीं किए गए. अब यह सवाल उठना लाजमी है कि आखिर क्यों बोइंग के विमानों को लेकर बार-बार गंभीर सवाल खड़े होते हैं? एयरबस और बोइंग की प्रतिस्पर्धा के बीच अब यात्रियों का भरोसा Airbus की ओर जाता दिख रहा है. ऐसे में इंडिगो जैसी कंपनियों द्वारा एयरबस विमानों को प्राथमिकता देना भी चर्चा का विषय है.