
Tatkal Booking के बदल गए नियम, अब बिना आधार ऑथेंटिकेशन के नहीं मिलेगा टिकट, जानें क्या है मामला?
भारतीय रेल को भारत की जीवन रेखा कहा जाता है. हर रोज करोड़ों भारतीय रेल से सफर करते हैं. लेकिन, अगर किसी को कभी अचानक सफर करना पड़े और तत्काल टिकट लेने की जरूरत पड़ जाए, तो रेल का हिंदी वाला सफर अंग्रेजी की सफरिंग में बदल जाता है, क्योंकि ज्यादातर मामलों में यही होता है कि जैसे ही आप अपने मोबाइल या लैपटॉप पर तत्काल टिकट बुक करने की कोशिश करते हैं, तब तक पूरा तत्काल कोटा भर चुका होता है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि भारतीय रेलवे जल्द ही तत्काल टिकट बुकिंग के लिए ई-आधार ऑथेंटिकेशन सिस्टम शुरू करेगा. इसका मकसद फर्जी यात्रियों और दलालों को रोकना और असली यात्रियों को प्राथमिकता देना है. रेल मंत्री ने कहा, “भारतीय रेलवे जल्द ही तत्काल टिकट बुकिंग के लिए ई-आधार ऑथेंटिकेशन की शुरुआत करेगा. इससे जरूरतमंद और असली यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिल सकेगा”. IRCTC की वेबसाइट पर नजर डालें, तो फिलहाल इस पर 13 करोड़ से ज्यादा एक्टिव यूजर्स हैं, लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि इनमें से महज 10% के आस-पास यूजर आधार सत्यापित हैं.. इसका मतलब ये बहुत बड़ा खेल चल रहा है.