भारत-पाक तनाव के बीच सरकार की चेतावनी, खाद्यान भंडार पर्याप्त, जमाखोरों पर होगी कड़ी कार्रवाई
भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बन चुके हैं. इस स्थिति में बहुत से लोग अपने घरों में खाने-पीने सहित तमाम जरूरत की चीजों को जमा कर रहे हैं. इस स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने कारोबारियों और होलसेलरों को चेतावनी दी है कि वे खासतौर पर खानपान की जरूरी वस्तुओं की जमाखोरी न करें. ऐसा करने वालों पर कड़ी कर्रावाई होगी.
पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारत सरकार ने जमाखोरी करने वालों को चेतावनी दी है. केंद्र सरकार का कहना है कि देश में खानेपीने की वस्तुओं की कोई कमी नहीं है. ऐसे में कोई भी जमाखोरी कर जानबूझकर कमी पैदा करने का प्रयास न करें. सरकार इस तरह की हरकत करने वालों से कड़ाई से निपटेगी. केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने शुक्रवार को देश के नागरिकों से कहा के घबराकर जल्दबाजी में जरूरत से ज्यादा समान नहीं खरीदें. दाल, चावल, गेहूं, चीनी जैसी तमाम जरूरी वस्तुओं के देश के पाय पर्याप्त भंडार हैं.
सरकार ने शुक्रवार को कहा कि देश में घरेलू मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त खाद्य भंडार है. व्यापारी और थोक व्यापारी आवश्यक खाद्य वस्तुओं की जमाखोरी कर कृत्रिम कमी पैदा करने का प्रयास न करें. यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष बढ़ गया है और पाकिस्तान सीमावर्ती शहरों में बिना उकसावे के गोलाबारी और ड्रोन हमले कर रहा है. केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने नागरिकों को आश्वस्त किया है कि खानेपीने की वस्तुओं की जमाखोरी करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि देश में इनका पर्याप्त स्टॉक है. जोशी ने लोगों से निराधार अफवाहों पर ध्यान न देने और घबराहट में खरीदारी करने से बचने का आग्रह किया है.
क्या बोले खाद्य मंत्री
शुक्रवार को खाद्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, देश में खाद्यान्न भंडार के बारे में प्रोपेगेंडा मैसेजेज पर विश्वास न करें. हमारे पास पर्याप्त खाद्यान्न भंडार है, जो आवश्यक मानदंडों से कहीं ज्यादा है. ऐसे संदेशों पर ध्यान न दें. इसके साथ ही उन्होंने कहा, व्यापारी, थोक विक्रेता, खुदरा विक्रेता या व्यावसायिक संस्थाएंं, जो आवश्यक वस्तुओं का व्यापार करती हैं, उन्हें कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ सहयोग करने का निर्देश दिया जाता है. कोई भी व्यक्ति जो जमाखोरी या भंडारण में लिप्त पाया जाता है, उसके खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा चलाया जाएगा.
अफवाहों पर नहीं दें ध्यान
इससे पहले खाद्य मंत्री जोशी ने गुरुवार को भी एक पोस्ट में कहा था कि देश के कुछ हिस्सों में खाद्यान्न की कमी की अफवाह फैलाई जा रही है. इसकी वजह से लोग रोजमर्रा की चीजों की जमाखोरी कर रहे हैं. मैं यहां बता देना चाहता हूं कि देश के पास जरूरत से कहीं ज्यादा खाद्यान्न भंडार है. किसी को घबराकर बाजार जाने और जल्दबाजी में खाने पीने का सामान खरीदने की जरूरत नहीं है. इस संबंध में किसी तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं दें.
कृषि मंत्री ने की समीक्षा बैठक
जहां एक तरफ खाद्य मंत्री ने देश के लोगों को आश्वस्त किया है कि खाद्यान की कोई कमी नहीं है. वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी शुक्रवार को एक अहम बैठक में देश के खाद्यान भंडार की समीक्षा को लेकर अहम बैठक की है. इसके साथ ही आगामी खरीफ बुवाई सीजन की तैयारियों की समीक्षा की गई है. खरीफ बुवाई सीजन मानसून की बारिश के साथ शुरू होता है. कृषि मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सीमावर्ती राज्यों में किसानों की बुवाई में सहायता करने के लिए तैयार रहें, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष के कारण उन्हें कठिनाइयों का सामना न करना पड़े.