IC-814 कंधार हाईजैक के मास्टरमाइंड अब्दुल रऊफ अजहर की मौत, ऑपरेशन सिंदूर में हुआ ढेर
इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC-814 24 दिसंबर, 1999 को काठमांडू से दिल्ली जा रही. इस फ्लाइट को पांच आतंकियों ने हाइजैक कर लिया. इसके बाद इसे पाकिस्तान और दुबई होते हुए कंधार, अफगानिस्तान ले गए. अपहृत लोगों के बदले जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के साथ अहमद उमर सईद शेख और मुश्ताक अहमद जरगर की रिहाई कराई गई थी.
आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद का आतंकी और IC-184 कंधार हाईजैक का मास्टरमाइंड अब्दुल रऊफ अजहर ऑपरेशन सिंदूर में मारा गया है. 7 मई को भारत ने पहलगाम हमले के बाद जवाबी कार्रवाई में जैश की आतंकी बनाने की फैक्टरी पर हमला किया. इस हमले में जैश के सरगना मसूद अजहर के परिवार के 10 लोगों की मौत हुई है. इन्हीं में रऊफ अजहर भी शामिल है. रऊफ असल में मसूद अहजर का छोटा भाई था. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय रक्षा बलों ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर में जैश के मुख्यालय को नष्ट कर दिया है. यह वही आतंकी संगठन हैं, जिसने कई वर्षों से भारतीयों का खून बहाया है.
भारत के लिए बड़ी कामयाबी
भारतीय अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि यह एक बड़ी उपलब्धि है. क्योंकि, रऊफ आईसी-814 हाईजैक का मास्टरमाइंड होने के साथ ही पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में जैश-ए-मोहम्मद का ऑपरेशनल हेड था. रऊफ की मौत से जैश के सरगार मसूद अहजर सहित पूरे आतंकी नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है.
चीन ने कई बार बचाया
मसूद को संयुक्त राष्ट्र की तरफ से ग्लोबल आतंकियों की सूची में शामिल कर लिया गया था. लेकिन, उसके भाई रऊफ को चीन ने हर बार वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने से बचा लिया. डिफेंस मामलों के जानकारों का कहना है कि रऊफ की मौत से जैश के आंतकी नेटवर्क की कमर टूट गई है. क्योंकि, अब्दुल रऊफ अजहर जैश का ऑपरेशनल हेड और अंतरराष्ट्रीय जिहादी नेटवर्क का सेंट्रल फिगर था.
जैश ने खुद की पुष्टि
संयुक्त की तरफ से वैश्विक आतंकी घोषित मसूद अजहर के आतंकी संगठन जैश ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि मसूद के भाई और जैश के ऑपरेशनल हेड अब्दुल रऊफ सहित अजहर परिवार के 10 सदस्य और मसूद के 4 बेहद करीबी आतंकियों की मौत हुई है. मृतकों में मसूद का बहनोई भी शामिल है.
डैनियल पर्ल की हत्या से संबंध
IC-814 हाईजैक के जरिये रऊफ अजहर ने जिन आतंकियों की रिहाई कराई थी, उनमें अल कायदा का दुर्दांत आतंकी उमर सईद शेख भी शामिल था. शेख ने वॉल स्ट्रीट जर्नल के एक अमेरिकी-यहूदी पत्रकार डैनियल पर्ल का अपहरण करके उसकी हत्या कर दी.