कड़ाके के ठंड के बीच इन राज्यों में बारिश का अलर्ट, दिल्ली में 5 डिग्री तक गिरेगा पारा; जानें क्रिसमस पर कैसा रहेगा मौसम

उत्तर भारत में घने कोहरे और शीतलहर का असर जारी है IMD के अनुसार कई राज्यों में 31 दिसंबर तक कोहरा छाया रहेगा. दिल्ली में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री तक गिर सकता है. कोहरे से परिवहन, स्वास्थ्य और कृषि पर असर पड़ने की आशंका है.

घना कोहरा बढ़ाएंगी मुश्किलें Image Credit:

Weather Update: उत्तर भारत के बड़े हिस्से में घने से बहुत घने कोहरे और ठंड का प्रकोप लगातार बना हुआ है. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब में 31 दिसंबर तक रात और सुबह के समय घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बने रहने की बहुत अधिक संभावना है. हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में यह स्थिति 29 दिसंबर तक जबकि जम्मू कश्मीर के कुछ इलाकों में 27 दिसंबर तक रह सकती है. बिहार, ओडिशा और पूर्वोत्तर असम में भी कुछ स्थानों पर 29 दिसंबर तक सुबह और रात के समय घना कोहरा छा सकता है. उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, पूर्वी मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत में 26 दिसंबर तक कोहरे का असर देखने को मिल सकता है. वहीं बिहार में 26 से 28 दिसंबर के बीच घना कोहरा छाने की संभावना है.

मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तराखंड में 24 से 26 दिसंबर के बीच कुछ जगहों पर कोल्ड डे से लेकर सीवियर कोल्ड डे की स्थिति बनी रह सकती है. बिहार के कुछ हिस्सों में 28 दिसंबर तक और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 26 दिसंबर तक कोल्ड डे कंडीशन जारी रहने की संभावना है. उत्तर पश्चिम भारत के कुछ इलाकों में 26 और 27 दिसंबर को कोल्ड वेव चलने की आशंका है.

क्या है दिल्ली में मौसम का हाल?

25 दिसंबर को दिल्ली में आसमान मुख्य रूप से साफ रहने की संभावना है, लेकिन सुबह के समय कई इलाकों में हल्का से मध्यम कोहरा छा सकता है. अधिकतम तापमान 21 से 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 5 से 7 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है. न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.3 से 3.5 डिग्री कम रह सकता है जबकि अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास रहेगा. इसके अलावा दिल्ली में सुबह के समय पश्चिम दिशा से 10 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवा चल सकती है. दोपहर में हवा की दिशा उत्तर पश्चिम हो जाएगी और गति 12 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. शाम और रात के समय हवा की रफ्तार घटकर 5 किलोमीटर प्रति घंटे से कम रह सकती है.

30 दिसंबर तक ऐसा रहेगा मौसम

मौसम विभाग के अनुसार 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 130 नॉट की रफ्तार वाली सब-ट्रॉपिकल वेस्टर्ली जेट स्ट्रीम पूर्वोत्तर भारत के ऊपर एक्टिव है. दक्षिण पूर्व अरब सागर और उससे सटे दक्षिण केरल में निचले क्षोभमंडल स्तर पर एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. इसके अलावा 27 दिसंबर 2025 से एक नया कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है. इसके प्रभाव से 27 से 30 दिसंबर के बीच जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हो सकती है. हिमाचल प्रदेश में 28 और 30 दिसंबर तथा उत्तराखंड में 29 और 30 दिसंबर को बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है.

पिछले 24 घंटे में कैसा रहा मौसम का हाल?

पिछले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बहुत घना कोहरा दर्ज किया गया है. ओडिशा और हिमाचल प्रदेश के कुछ स्थानों पर भी बहुत घना कोहरा छाया रहा. त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में घना कोहरा दर्ज किया गया. इसके अलावा कई स्थानों पर विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम रही. पंजाब के आदमपुर एयरफोर्स स्टेशन और पश्चिम व पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई एयरफोर्स स्टेशनों पर विजिबिलिटी शून्य दर्ज की गई. ओडिशा के संबलपुर और राउरकेला, हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर, बिहार के गया, उत्तराखंड के खटीमा और दिल्ली से सटे कई इलाकों में विजिबिलिटी बेहद कम रही।

परिवहन और विमानन पर असर

घने कोहरे के कारण कई हवाई अड्डों, हाईवे और रेलवे रूट्स पर असर पड़ने की आशंका है. वाहन चालकों को ड्राइविंग में परेशानी हो सकती है और यात्रा में समय अधिक लग सकता है. सावधानी न बरतने पर सड़क हादसों की संभावना भी बढ़ सकती है. घना कोहरा प्रदूषक तत्वों से भरपूर होता है जो फेफड़ों में जाकर उनकी कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकता है. इससे खांसी, सांस फूलना और घरघराहट की समस्या बढ़ सकती है. अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के मरीजों को लंबे समय तक कोहरे में रहने से गंभीर परेशानी हो सकती है. कोहरे में मौजूद प्रदूषक आंखों में जलन, लालिमा और संक्रमण का कारण भी बन सकते हैं.

कोल्ड वेव के प्रभाव

25 से 27 दिसंबर के बीच पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान, झारखंड और छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में कोल्ड वेव की स्थिति बन सकती है. ठंड के कारण फ्लू, नाक बहना, नाक बंद होना और नाक से खून आने जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं. शरीर में कंपकंपी ठंड का पहला संकेत है, ऐसे में तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाना जरूरी है. लंबे समय तक ठंड में रहने से फ्रॉस्टबाइट का खतरा भी बना रहता है, जिसमें उंगलियां, पैर, नाक और कान प्रभावित हो सकते हैं.

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