689.24 अरब डॉलर के साथ सर्वकालिक उच्च स्तर पर विदेशी मुद्रा भंडार, बीते सप्ताह में 5 अरब डॉलर बढ़ा

विदेशी मुद्रा भंडार में डॉलर, यूरो, पाउंड और येन जैसी विदेशी मुद्राएं शामिल होती हैं. विदेशी मुद्रा भंडार लगातार नए उच्च स्तर पर पहुंच रहा है. इससे पहले 30 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में यह करीब 683.98 अरब डॉलर था.

विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ने से भारत की क्रय शक्ति बढ़ती है. Image Credit: MR.Cole_Photographer/Moment/Getty Images

भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से जारी साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार 689.24 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है. पिछले सप्ताह की तुलना में इसमें 5.26 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है. 13 सितंबर को साप्ताहिक डाटा के मुताबिक फिलहाल विदेशी मुद्रा भंडार में विदेशी मुद्राओं की हिस्सेदारी 5.10 अरब डॉलर बढ़कर 604.1 अरब डॉलर हो गईं है. इसके अलावा स्वर्ण भंडार 12.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 61.98 अबर डॉलर का हो गया है. इससे पहले रिवर्ज बैंक ने 6 सितंबर को डाटा जारी किया था. तब विदेशी मुद्रा भंडार बीते सप्ताह की तुलना में 2.3 अरब डॉलर बढ़कर 683.98 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचा था.

विदेशी मुद्रा भंडार में डॉलर, यूरो, पाउंड और येन जैसी विदेशी मुद्राएं शामिल होती हैं. विदेशी मुद्रा भंडार लगातार नए उच्च स्तर पर पहुंच रहा है. तीन सप्ताह पहले यानी 23 अगस्त को यह करीब 674 अरब डॉलर था. इस तरह से पिछले करीब एक महीने में विदेशी मुद्रा भंडार में 15 अरब डॉलर से ज्यादा की बढ़ोतरी हो चुकी है.

शुक्रवार 13 सितंबर को जारी डाटा के मुताबिक 6 सितंबर को खत्म हुए सप्ताह में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में स्वर्ण और विदेशी मुद्राओं के अलावा एसडीआर में 40 लाख डॉलर की बढ़ोतरी हुई है. यह अब बढ़कर 18.47 अरब डॉलर हो गया है. इसके अलावा आईएमएफ में रिजर्व 90 लाख डॉलर बढ़कर 4.63 अरब डॉलर हो गया है. गई। आरबीआई, समय-समय पर रुपये में भारी गिरावट को रोकने के उद्देश्य से डॉलर की बिक्री सहित तरलता प्रबंधन के माध्यम से बाजार में हस्तक्षेप करता है।

रिजर्व बैंक विदेशी मुद्रा बाजारों पर बारीकी से नजर रखता है और किसी पूर्व निर्धारित लक्ष्य स्तर या बैंड के संदर्भ के बिना, विनिमय दर में अस्थिरता को नियंत्रित करके केवल व्यवस्थित बाजार स्थितियों को बनाए रखने के लिए हस्तक्षेप करता है.