NIRF रैंकिंग 2025 जारी, ओवरऑल कैटेगरी में IIT मद्रास टाॅप पर; जानें बाकी यूनिवर्सिटी-कॉलेज का हाल

देश भर के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की रैंकिंग के लिए शिक्षा मंत्रालय की ओर से NIRF 2025 की लिस्ट जारी कर दी गई है. ओवरऑल कैटेगरी में IIT मद्रास ने टप किया है. रैंकिंग में इस साल भी इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) मद्रास ने ओवरऑल कैटेगरी में देश का सर्वश्रेष्ठ उच्च शिक्षा संस्थान होने का खिताब अपने नाम किया है.

एनआईआरएफ रैंकिंग 2025 Image Credit:

NIRF Rankings 2025: शिक्षा मंत्रालय कि तरफ से नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2025 के तहत दी जाने वाली ‘इंडिया रैंकिंग्स 2025’ का 10वां एडिशन जारी कर दिया है. यह रैंकिंग हर साल देशभर के विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और दूसरे हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट की परफॉर्मेंस के आधार पर तय की जाती है. रैंकिंग में इस साल फिर से इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) मद्रास ने ओवरऑल कैटेगरी में देश का सर्वश्रेष्ठ उच्च शिक्षा संस्थान होने का खिताब अपने नाम किया है.

खास बात यह है कि IIT मद्रास 2019 से लेकर अब तक लगातार सातवें साल टॉप पर बना हुआ है. इस बार NIRF रैंकिंग 17 अलग-अलग कैटेगरी में जारी की गई है.

रैंकिंग की ओवरऑल कैटेगरी में देश का टॉप एजुकेशन इंस्टिट्यूट

एसडीजी (Sustainable Development Goals) कैटेगरी में देश का टॉप इंस्टिट्यूट

यूनिवर्सिटी कैटेगरी में टॉप संस्थान

मैनेजमेंट की कैटेगरी में टॉप संस्थान

आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग कैटेगरी में देश का टॉप इंस्टिट्यूट

इंडिया रैंकिंग 2025 के मुताबिक भारत के टॉप कॉलेज

इंडिया रैंकिंग 2025 में लॉ कॉलेज की कैटेगरी में

इंडिया रैंकिंग 2025 में एग्रीकल्चर और उससे जुड़े सेक्टर की कैटेगरी में देश का टॉप संस्थान

स्टेटवाइज यूनिवर्सिटी की कैटेगरी में टॉप संस्थान

रैंकिंग तय करने के हैं 5 पैरामीटर

NIRF रैंकिंग का निर्धारण हर कैटेगरी के लिए अलग-अलग वेटेज के साथ 5 मुख्य पैरामीटर पर आधारित है, इनमें,

पिछले सालों का हाल

पिछले साल भी IIT मद्रास ने ओवरऑल और इंजीनियरिंग कैटेगरी में पहला स्थान बरकरार रखा था. IISc बेंगलुरु यूनिवर्सिटी और रिसर्च कैटेगरी में टॉप पर था. आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग में IIT रुड़की, इनोवेशन में IIT बॉम्बे और कॉलेज कैटेगरी में हिंदू कॉलेज देश का नंबर वन कॉलेज चुना गया था.

NIRF क्या है?

NIRF यानी नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क को मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) ने 29 सितंबर 2015 को लॉन्च किया था. इसका मकसद देशभर के विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों की रैंकिंग तय करने के लिए एक पारदर्शी और यूनफॉर्म सिस्टम बनाना. यह रैंकिंग हर साल जारी होती है और छात्रों, अभिभावकों और शिक्षा जगत के लिए किसी भी संस्थान के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने का एक आधार है.

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