लोग जिसे कहते हैं अंधविश्वास… वो मेरे लिए भरोसा, News9 Global Summit में एकता कपूर ने की संघर्ष, जिंदगी और करियर पर बात
News9 Global Summit in Dubai: ग्लोबल समिट के में मंच पर टीवी की क्वीन और प्रोड्यूसर एकता कपूर भी पहुंची और टीवी9 नेटवर्क के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ बरुण दास के साथ बातचीत अपने संघर्ष, जिंदगी और करियर पर बात की. कपूर ने अपनी वर्कस्टाइल के बारे में भी विस्तार से बताया.

News9 Global Summit in Dubai: दुबई में टीवी9 नेटवर्क के न्यूज9 ग्लोबल समिट का आयोजन हुआ. विवेक ओबेरॉय, सुनील शेट्टी, विनीत कुमार सिंह समेत कई दिग्गजों ने न्यूज9 ग्लोबल समिट के मंच पर शिरकत की. ग्लोबल समिट के मंच पर टीवी की क्वीन और प्रोड्यूसर एकता कपूर भी पहुंची. एकता कपूर ने टीवी9 नेटवर्क के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ बरुण दास के साथ बातचीत में अपने करियर की शुरुआत से लेकर टीवी बिजेनस में उतार-चढ़ाव तक की दिलचस्प बातें लोगों के साथ शेयर कीं.
आगे बढ़ने का तरीका
बालाजी टेलीफिल्म्स की ज्वाइंट एमडी एकता कपूर ने अपनी वर्कस्टाइल के बारे में विस्तार से बताया कि कैसे उन्होंने हमेशा अपनी ‘गट फीलिंग’ को सुनकर काम किया है. आगे उन्होंने कहा कि मैं वास्तव में मैं अपने भीतर की आवाज में विश्वास करती हूं. यह आपको बताती है कि आगे बढ़ने का यही तरीका है. यह कुछ ऐसा हो सकता है जिसे आप महसूस करते हैं और आप इसे व्यक्त किए बिना सो नहीं सकते.
19 साल की उम्र में कैसे बनीं एंटरप्रेन्योर
बरुण दास ने एकता कपूर पूछा कि वो इतनी कम उम्र में एंटरप्रेन्योर बन गईं. इसपर एकता कपूर ने कहा कि “मेरे पिता (जितेंद्र) ने डॉल्फिन टेलीफिल्म्स के नाम से कंपनी शुरू की थी. उनका एक पार्टनर था. मेरे डैड ने मुझसे कहा था कि तुम्हें कटेंट बनाना चाहिए, तुम टेलीविजन पसंद करती हो. एकता ने फिर बताया कि कैसे उनके पिता ने उनके जीवन के शुरुआती दिनों में उन्हें दो विकल्प दिए थे, या तो काम करो या शादी करो. एकता ने खुद के लिए काम करना चुना.
पिता ने दिखाया भरोसा
एकता कपूर ने आगे कहा कि मैं शादी तो बिल्कुल भी नहीं करना चाहती थी, इसलिए मैंने काम करना शुरू कर दिया. उन्होंने बताया कि जो मेरे डैड का पार्टनर था वो पीछे हट गया और उसने मेरे डैड से कहा कि क्या तुम अपनी बेटी को सेटल करना चाहते हो, तुम उसे जॉब देना चाहते हो, साफ दिख रहा है कि इसलिए ही तुमने ये कंपनी शुरू की है.
एकता ने बताया कि इस दौरान पिता ने कहा कि मुझे तुम पर निवेश करना है या तो मैं तुम्हारे पीछे पैसा लगाऊं या फिर मैं तुम्हारे पीछे विश्वास रखूं. क्योंकि मेरा पार्टनर अब पैसा नहीं लगाना चाहता है. एकता ने कहा कि उनके पिता का यह विश्वास ही था जिसने उन्हें अपने करियर की शुरुआत में आगे बढ़ाया.
विवादों से निपटने का तरीका
बातचीत आगे बढ़ने के साथ ही दास ने कपूर से उनके करियर के कुछ बेहद महत्वपूर्ण, लेकिन विवादास्पद पहलुओं के बारे में पूछा. चाहे वह नकारात्मकता के महिमामंडन के लिए सुर्खियों में रहना हो, मनमौजी झगड़े हों या अंधविश्वास को बढ़ावा देना हो, जब उनसे पूछा गया कि वह इन मुद्दों से कैसे निपटती हैं, तो उन्होंने जवाब दिया, ‘बेपरवाही से, मैं किसी भी चीज को गंभीरता से नहीं लेती.’
लोगों के लिए अंधविश्वास, मेरे लिए भरोसा
हालांकि इसके बाद उन्होंने बताया कि कैसे, उदाहरण के लिए अंधविश्वास उनका विश्वास है और वह उन लोगों को जज नहीं करती हैं जो इसमें विश्वास नहीं करते हैं या उन्हें लगता है कि इसके लिए किसी को जज किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोग जिन बातों को अंधविश्वास का नाम देते हैं, मेरे लिए वो मेरा भरोसा है. मेरा मानना है कि एक एस्ट्रोलॉजी जैसी चीज कहीं एग्जिस्ट करती है और कई लोग इस बारे में बात भी करते हैं.
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