PM मोदी ने मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल का किया उद्घाटन, 10 लाख यात्रियों की क्षमता, 72 चेक-इन; जानें और क्या है खास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुजरात के भावनगर से वर्चुअली मुंबई के अत्याधुनिक क्रूज टर्मिनल का इनॉगरेशन करेंगे. यह देश का सबसे बड़ा क्रूज टर्मिनल है. इसे इंदिरा डॉक, बैलार्ड पियर, मुंबई पोर्ट पर बनाया गया है. इसे मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल (MICT) नाम दिया गया है. ऐसे में आइए जानते हैं क्या है इसकी खासियत.
Mumbai International Cruise Terminal: आर्थिक राजधानी मुंबई में समुद्री पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी 20 सितंबर को अत्याधुनिक क्रूज टर्मिनल का इनॉगरेशन किया है. यह देश का सबसे बड़ा क्रूज टर्मिनल है. इसका नाम मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल (MICT) है. 556 करोड़ रुपये की लागत से बना यह वर्ल्ड क्लास टर्मिनल भारत का सबसे बड़ा क्रूज टर्मिनल है. इसे सरकार के ‘क्रूज भारत मिशन’ के तहत विकसित किया गया है, जिसका उद्देश्य मुंबई को वैश्विक क्रूज पर्यटन हब बनाना है. ऐसे में आइए जानते हैं क्या है मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल की खासियत.
क्या होता है क्रूज टर्मिनल?
क्रूज टर्मिनल को आप जहाजों का एयरपोर्ट समझ सकते हैं. जैसे हवाई जहाज के लिए एयरपोर्ट और ट्रेन के लिए रेलवे स्टेशन होता है, वैसे ही बड़े क्रूज जहाजों के लिए क्रूज टर्मिनल होता है. यहां यात्री चेक-इन, इमिग्रेशन, लगेज और वेटिंग एरिया जैसी सुविधाओं के साथ जहाज पर चढ़ते या उतरते हैं.
क्या है मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल की खासियत
मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल 4,15,000 वर्ग फीट क्षेत्र में फैला हुआ है और हर साल 10 लाख यात्रियों को संभालने की क्षमता रखता है. यहां पांच क्रूज जहाज एक साथ पार्क हो सकते हैं और 300 मीटर लंबाई तक के जहाजों को 11 मीटर ड्राफ्ट के साथ समायोजित किया जा सकता है. यहां 10 हजार यात्रियों के हर दिन ठहरने की व्यवस्था है.
यात्रियों की सुविधा के लिए 72 चेक-इन और इमिग्रेशन काउंटर बनाए गए हैं, वहीं पार्किंग क्षेत्र में 300 से अधिक वाहनों की व्यवस्था है. इसके साथ ही शोर-टू-शिप इलेक्ट्रिक पावर सप्लाई सिस्टम भी लगाया गया है, जिससे जहाजों से होने वाले प्रदूषण में कमी आएगी.
आधुनिक आर्किटेक्चर और पब्लिक स्पेस
एमआईसीटी का डिजाइन इसकी समुद्री पहचान को दिखाता है. लहरनुमा छत समुद्र की थीम को दर्शाती है, जबकि अंदरूनी डिजाइन मिनिमलिस्ट और फंक्शनल है. खास बात यह है कि यह टर्मिनल सिर्फ यात्रियों तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि स्थानीय लोग भी यहां मनोरंजन, खरीदारी और घूमने के लिए आ सकेंगे.
मुंबई को मिलेगी विशेष पहचान
इस टर्मिनल से न सिर्फ भारत की समुद्री पर्यटन क्षमता बढ़ेगी बल्कि मुंबई को दुनिया के क्रूज मानचित्र पर विशेष पहचान मिलेगी. यहां हर साल करीब 200 क्रूज जहाज आने का अनुमान है, जिनमें औसतन 500 यात्री होंगे. इसका सीधा फायदा शहर की अर्थव्यवस्था, रोजगार और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को होगा.
इसे भी पढ़ें- कितनी संपत्ति छोड़ गए मशहूर सिंगर जुबिन गर्ग, लग्जरी कारों और बाइक्स का था शौक; जानें कैसे बनाई पहचान