अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचे शुभांशु शुक्ला, भारत की बड़ी उपलब्धि, देखें डॉक करते हुए वीडियो
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला 26 जून, 2025 को यानी आज अपने तीन सह-अंतरिक्ष यात्रियों के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पहुंच चुके हैं. भारत के शुभांशु शुक्ला सहित चार अंतरिक्ष यात्री अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) की ओर रवाना हुए. चार देशों के सहयोग से यह 14 दिन का मिशन है, जिसमें शुक्ला सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण में भारतीय खाद्य पदार्थों और अंकुरित मेथी–मूंग पर प्रयोग करेंगे. पांच बार स्थगित होकर सफलतापूर्वक लॉन्च हुए Axiom‑4 का अनुभव ISRO के 2027 के गगनयान मिशन के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा.
Shubhanshu Shukla: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला 26 जून, 2025 को यानी आज अपने तीन सह-अंतरिक्ष यात्रियों के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में पहुंच चुके हैं. Axiom – 4 मिशन पर शुभांशु शुक्ला बुधवार को 12 बजे ISS (International Space Station) के लिए रवाना हुए थे. NASA के अनुसार 28 घंटे की यात्रा के बाद, अंतरिक्ष यान इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से डॉक हो जाएगा. डॉक होने का मतलब है अंतरिक्ष यान का इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंचने के बाद उससे जुड़ जाना. मिशन क्रू के चारों सदस्य इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में लगभग 14 दिन रहेंगे. शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचने वाले पहले भारतीय बने हैं.
बुधवार दोपहर 12 बजकर 1 मिनट पर भारत के शुभांशु शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हुए. इससे पहले प्रक्षेपण 5 बार टल चुका था. कई बार इस मिशन के टलने का बाद 25 जून, 2025 को एक्सियम-4 मिशन लॉन्च किया गया.
पहले खराब मौसम के कारण और फिर स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट और बाद में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के रूसी मॉड्यूल पर लीक का पता चलने के कारण मिशन के प्रक्षेपण को कई बार टाला जा चुका है. प्रक्षेपण की पहली तारीख 29 मई तय की गई थी, फिर 8 जून, 10 जून, 11 जून और 22 जून को भी प्रक्षेपण की योजना टालनी पड़ी.
ISS पहुंचने वाले ये हैं 4 अंतरिक्ष यात्री
नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री और एक्सिओम स्पेस में ह्यूमन स्पेसक्राफ्ट के निदेशक पैगी व्हिटन वाणिज्यिक मिशन की कमाल संभालेंगे. ISRO के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला मुख्य पायलट होंगे. पोलैंड के, ESA (यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी) परियोजना के अंतरिक्ष यात्री, स्लावोज उज्नान्सकी विस्निएव्स्की और हंगरी के HUNOR (हंगेरियन टू ऑर्बिट) अंतरिक्ष यात्री टिबोर कपू भी शुभांशु शुक्ला के साथ अंतरिक्ष पहुंचेंगे.
अंतरिक्ष में 14 दिन रहेंगे शुभांशु शुक्ला
Axiom – 4 मिशन पर शुक्ला के अनुभव का इसरो के गगनयान अंतरिक्ष उड़ान मिशन में उपयोग किया जाएगा, जिसे 2027 के लिए प्लान किया गया है. लखनऊ के लाल नासा द्वारा अपने ह्यूमन रिसर्च प्रोग्राम के लिए आयोजित पांच ज्वाइंट स्टडी में भी हिस्सा लेंगे. आईएसएस में शुक्ला भारतीय भोजन पर भी प्रयोग करेंगे. इसमें सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण स्थितियों में मेथी और मूंग अंकुरित करना शामिल है.