रेलवे ने डीएक्टिवेट की 3.02 करोड़ फेक ID, तत्काल बुकिंग के लिए आधार OTP रोलआउट 322 ट्रेनों तक बढ़ा
Tatkal Train Ticket Booking: पहले कुछ सबसे ज्यादा डिमांड वाली ट्रेनों के लिए बॉट्स, गलत इस्तेमाल और फेक ID की वजह से तत्काल टिकट कुछ ही सेकेंड या मिनटों में बुक हो जाते थे. 4 दिसंबर तक ट्रेन बुक करने के लिए आधार OTP वेरिफिकेशन सिस्टम को 322 ट्रेनों के लिए सफलतापूर्वक लागू कर दिया गया है.
Tatkal Train Ticket Booking: इंडियन रेलवे ने ऑनलाइन तत्काल बुकिंग के लिए ट्रेनों के बड़े नेटवर्क में आधार-आधारित OTP वेरिफिकेशन को बढ़ाकर तत्काल टिकट सिस्टम के आसपास सुरक्षा को काफी सख्त कर दिया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को लोकसभा में एक संसदीय सवाल के जवाब में इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा, ‘ऑनलाइन तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार-आधारित OTP वेरिफिकेशन अब 322 ट्रेनों में चालू है.’ रेलवे टिकट बुकिंग सिस्टम के सुरक्षा प्रावधानों को मजबूत करने के मकसद से रिजर्वेशन काउंटरों पर तत्काल बुकिंग के लिए आधार-आधारित OTP भी चरणबद्ध तरीके से शुरू किया गया है.
4 दिसंबर तक ट्रेन बुक करने के लिए आधार OTP वेरिफिकेशन सिस्टम को 322 ट्रेनों के लिए सफलतापूर्वक लागू कर दिया गया है.
आधार OTP वेरिफिकेशन सिस्टम क्या है?
आधार OTP वेरिफिकेशन सिस्टम एक सिक्योरिटी फीचर है जो तत्काल टिकट बुकिंग के दौरान आपकी पहचान कन्फर्म करने के लिए आपके आधार से जुड़े मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करता है. मंत्रालय के अनुसार, इस फीचर को बुकिंग प्रोसेस में नकली या डुप्लीकेट IRCTC अकाउंट्स द्वारा गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए जोड़ा गया था.
पहले कुछ सबसे ज्यादा डिमांड वाली ट्रेनों के लिए बॉट्स, गलत इस्तेमाल और फेक ID की वजह से तत्काल टिकट कुछ ही सेकेंड या मिनटों में बुक हो जाते थे. अब आधार OTP वेरिफिकेशन से बॉट्स और फेक अकाउंट ब्लॉक हो जाएंगे. उम्मीद है कि असली यूजर्स को तत्काल टिकट आसानी से मिल पाएंगे और अब ये ज्यादा समय तक उपलब्ध रहेंगे.
3.02 करोड़ ID डीएक्टिवेट
मंत्री ने यह भी बताया कि यूजर अकाउंट्स का कड़ाई से री-वैलिडेशन और वेरिफिकेशन किया गया है. IRCTC डेटाबेस की बड़े पैमाने पर सफाई करते हुए, मंत्रालय ने 3.02 करोड़ से अधिक संदिग्ध यूजर ID को डीएक्टिवेट कर दिया है, जो टिकटिंग फ्रॉड पर सबसे बड़ी कार्रवाई में से एक है.
एंटी-बॉट टूल्स
ऑटोमेटेड स्क्रिप्ट को ब्लॉक करने और असली यूजर्स के लिए सही एक्सेस सुनिश्चित करने के लिए बुकिंग सिस्टम में अकामाई जैसे एंटी-बॉट टूल्स को इंटीग्रेट किया गया है. मंत्री ने आगे कहा कि संदिग्ध रूप से बुक किए गए PNRs के लिए नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायतें भी दर्ज की गई हैं. वैष्णव ने आज पहले लोकसभा में बताया, ‘इस कदम के परिणामस्वरूप, 96 लोकप्रिय ट्रेनों में से लगभग 95 फीसदी में कन्फर्म तत्काल टिकट मिलने का समय बढ़ गया है.’