दिल्ली में कितने बजे होगी मॉक ड्रिल, जानें कब क्या-क्या होगा; आपको क्या-क्या करना होगा
7 मई को भारतीय सैनिकों का पाकिस्तान के आतंकियों पर की गई जवाबी कार्रवाई के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है. इसके चलते राजधानी दिल्ली में बुधवार को शाम 4 बजे मॉक ड्रिल की जाएगी, ताकि यह परखा जा सके कि यदि कभी युद्ध जैसे हालात बनें तो देश के राजधानी में तैयारियां कैसी हैं.

What is a Mock Drill And How to Protect Yourself: भारतीय सेना ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में सैलानियों पर हुए आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए 7 मई को पाकिस्तान पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत कई ठिकानों पर हमला किया. सेना और एयरफोर्स के इस संयुक्त अभियान में आतंकवादियों के कई ठिकानों को ध्वस्त कर दिया गया है. जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है. ऐसे में देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार को शाम 4 बजे मॉक ड्रिल की जाएगी ताकि यह परखा जा सके कि अगर कभी युद्ध जैसे हालात बनें तो राजधानी की तैयारियां कैसी हैं. इस ड्रिल का नाम ‘ऑपरेशन अभ्यास’ रखा गया है और यह दिल्ली के 11 जिलों में कुल 55 जगहों पर एक साथ होगी.
क्या होगा मॉक ड्रिल में?
सायरन बजाए जाएंगे और लोगों को अलर्ट किया जाएगा कि अगर एयर स्ट्राइक या कोई बड़ा खतरा हो तो क्या करना चाहिए.
लोगों को बिजली गुल होने, सुरक्षित स्थानों पर जाने और रेस्क्यू ऑपरेशन जैसी चीजों की ट्रेनिंग दी जाएगी. हालांकि पूरी दिल्ली में ब्लैकआउट नहीं किया जाएगा, लेकिन कुछ इलाकों में थोड़ी देर के लिए बिजली काटी जा सकती है.
NCR के दूसरे इलाकों में क्या होगा?
- गाजियाबाद में दो बार सायरन बजेंगे सुबह और रात 8 बजे.
- गुरुग्राम में शाम 7 से 8 बजे के बीच स्वैच्छिक ब्लैकआउट किया जाएगा.
- नोएडा में अलग तरीके की ड्रिल होगी क्योंकि वहां सिविल डिफेंस यूनिट नहीं है.
क्यों हो रही है ये ड्रिल?
इस ड्रिल का मकसद यह देखना है कि सामान्य लोग इमरजेंसी में कितनी तेजी से प्रतिक्रिया देते हैं. यह अभ्यास केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर हो रहा है. इसकी वजह जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सैनिकों के जवाबी कार्यवाई के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच उपजा तनाव है.
कौन-कौन होगा शामिल?
- दिल्ली के 660 स्कूलों (550 प्राइवेट और 110 सरकारी) में भी विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी.
- इसमें 7,000 सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स और 1,800 आपदा सहयोगी भाग लेंगे.
- लोकल पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, दमकल विभाग, होम गार्ड्स, और कई सरकारी विभाग भी हिस्सा लेंगे.
छात्रों के लिए क्या तैयारी?
- स्कूलों को एक वीडियो भेजा गया है जिसमें दिखाया गया है कि अलार्म बजने पर दरवाजे, खिड़कियां बंद करना, कर्टन खींचना और बिजली के उपकरण बंद करना है.
- बच्चों को डेस्क के नीचे छिपने, दीवार से सटकर बैठने और स्कूल बैग से सिर बचाने की ट्रेनिंग दी जाएगी.
- सीनियर स्टूडेंट्स को बाकी छोटे बच्चों को गाइड करने की जिम्मेदारी दी जाएगी.
आम लोगों के लिए क्या निर्देश?
- सायरन की आवाजों को पहचानना सिखाया जाएगा लंबी आवाज खतरे की और छोटी आवाज सब ठीक होने की निशानी होगी.
- लोगों को नजदीकी सुरक्षित स्थान जैसे बेसमेंट, अंडरग्राउंड पार्किंग या सेफ जोन की पहचान करनी होगी.
- एक टॉर्च, पानी की बोतल, इमरजेंसी किट जैसे जरूरी सामान तैयार रखने के लिए कहा गया है.
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