परमाणु हमला हुआ तो भारत के ये इलाके हैं सबसे सेफ, लेकिन इन शहरों पर है सबसे ज्यादा खतरा
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच न्यूक्लियर हमले का खतरा गहरा गया है. पाकिस्तान के मंत्री के परमाणु धमकी के बाद, भारत में सुरक्षित जगहों को लेकर चर्चा तेज हो गई है. विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता जैसे बड़े शहर सबसे अधिक निशाने पर हो सकते हैं. वहीं कुछ शहर ऐसे भी हैं जो हमले से सुरक्षित हैं. आइए जानते हैं.
Safest Indian City From Nuclear Bomb: भारत और पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच न्यूक्लियर युद्ध की धमकियां की जा रही हैं. मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक, तरह तरह की बातें की जा रही हैं. परमाणु बम वाली बात को तूल तब मिली जब पाकिस्तान के एक मंत्री ने भारत को धमकी दी. हनीफ अब्बासी ने कहा, इस्लामाबाद के पास कई मिसाइल रखी गई हैं, इसके अलावा 130 परमाणु हथियार भी रखे हुए हैं जो केवल भारत के लिए हैं. ऐसे में भारत में ऐसे कौन से शहर हैं जो न्यूक्लियर हमले से सबसे कम प्रभावित हो सकते हैं.
परमाणु बम का असर
ये तमाम जगह अपनी भौगोलिक स्थिति, कम आबादी और रणनीतिक दूरी के कारण सुरक्षित मानी जा रही हैं. एक 25 किलोटन के बम से भारत के बड़े शहर प्रभावित हो सकते हैं. इससे तकरीबन 7 लाख से 20 लाख लोगों की तुरंत मौत हो सकती है. वहीं 100 किलोटन की स्ट्राइक कुछ ही समय के भीतर एक शहर के 20 लाख लोगों को खत्म कर सकता है. वहीं कुछ दूसरे रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर भारत और पाकिस्तान के बीच छोटा सा परमाणु युद्ध भी होता है तब एक सप्ताह में 2 करोड़ लोग मर सकते हैं.
मालूम हो कि मौजूदा समय में भारत के पास 12 से 14 किलोटन के परमाणु हथियार हैं. वहीं पाकिस्तान दावा करता है कि उसके पास 15 से 18 किलोटन का परमाणु हथियार है. हालांकि इंटरनेशनल रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान के पास 4 से 6 किलोटन क्षमता वाले परमाणु हथियार हैं.
परमाणु हमले से कौन-से शहर हैं सुरक्षित?
न्यूक्लियर हमले का सबसे ज्यादा खतरा बड़े शहर जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता को है, क्योंकि ये रणनीतिक और आर्थिक केंद्र हैं. लेकिन कुछ जगहें ऐसी हैं, जो अपनी प्राकृतिक स्थिति या कम महत्व के कारण हमले से बच सकती हैं. इनमें ये शहर शामिल हैं- हिमाचल प्रदेश के ऊंचे पहाड़ी इलाके, झारखंड, ओडिशा और पूर्वोत्तर के छोटे शहर: मेघालय का शिलॉन्ग और सिक्किम का गंगटोक. इन शहरों में परमाणु बम से कम लोग प्रभावित हो सकते हैं. लेकिन सभी के सुरक्षित रहने की गारंटी यहां भी नहीं हैं. इसके अलावा उन शहरों को भी भुखमरी, खाने की दिक्कत, इकोनॉमी के तौर पर खतरा का सामना कर सकता है जिस पर सीधे परमाणु हमला नहीं हुआ है.
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हालांकि न्यूक्लियर हमले के बाद रेडियोधर्मी फॉलआउट और न्यूक्लियर विंटर पूरे देश को प्रभावित कर सकती है. इसलिए, ऐसी जगहों पर भी पूरी सुरक्षा की गारंटी नहीं है. इससे इतर, भारत और पाकिस्तान के पास कितने परमाणु बम हैं, कौन ज्यादा ताकतवर है, परमाणु का असर कितने लोगों पर होगा, इसकी विस्तृत रिपोर्ट के लिए आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं.
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