कौन चला रहा अल फलाह ट्रस्ट, जिसके हाथ में ‘शिक्षा साम्राज्य’ और 15 से ज्यादा कंपनियों की कमान?
10/11 दिल्ली ब्लास्ट और टेरर नेटवर्क को लेकर अल-फलाह यूनिवर्सिटी, खासतौर पर अल-फलाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर सुर्खियों में है. दिल्ली धमाके से ठीक पहले चल रही कार्रवाई में यहां पढ़ाने वाले डॉक्टर डॉ. शाहीन, डॉ. उमर और डॉ. मुजम्मिल का नाम सामने आया है. हालांकि, सवाल यह है कि आखिर कथित आतंकियों को होस्ट करने वाले अल-फलाह साम्राज्य को कौन चला रहा है?
फलाह एक अरबी शब्द है, इसका मतलब होता है, कामयाबी, संपन्नता और मुक्ति, अल-फलाह का मतलब कामयाबी की ओर चलना, संपन्नता की ओर बढ़ना या मुक्ति के मार्ग पर बढ़ना. भारत सहित दुनिया के कई देशों में इस नाम से ट्रस्ट, शिक्षा संस्थान और कंपनियां बनी हुई हैं. 10/11 दिल्ली धमाके में पुलवामा के डॉ. उमर का नाम सामने आया है. इसके अलावा अल-फलाह मेडिकल कॉलेज के दो और डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है. क्योंकि, उनके पास अमोनियम नाइट्रेट और AK-47 जैसे घातक हथियार मिले हैं.
फिलहाल, दिल्ली ब्लास्ट और विस्फोटक व हथियारों की बरामदगी दो अलग-अलग घटनाएं हैं. लेकिन, जब घटनाओं के तार जोड़े जा रहे हैं, कंपास की सुई अल फलाह यूनिवर्सिटी की तरफ जाती है. सबसे पहले धौज स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी के डॉ. मुअज्जम शकील को गिरफ्तार किया गया. उसके हॉस्टल रूम से एक AK-47 राइफल, अमोनियम नाइट्रेट और गोला-बारूद बरामद किया. इसके बाद जांच में डॉक्टर डॉ. शाहीन और डॉ. उमर का नाम सामने आया. वहीं, फरीदाबाद में हुई कार्रवाई के चंद घंटे बाद ही दिल्ली में धमाका हुआ और डॉ. उमर का नाम सामने आ रहा है. अब सवाल यह है कि इस यूनिवर्सिटी कौन चलाता है और इसके तार कहां तक जाते हैं?
कागजों में ट्रस्ट जमीन पर शिक्षा-साम्राज्य
अल फलाह यूनिवर्सिटी को अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से चलाया जा रहा है. NGO Darpan पोर्टल पर इसके चेयरमैन और ट्रस्टी के तौर पर जव्वाद अहमद सिद्दीकी, उस्मा अख्तर और आलिया सिद्दीकी शामिल हैं. 1997 से ट्रस्ट ने इंजीनियरिंग, एजुकेशन, मेडिकल और टेक्नोलॉजी कॉलेजों की नींव रखी. 2014 में हरियाणा विधानसभा ने इसे “अल फलाह यूनिवर्सिटी” के रूप में अपग्रेड कर दिया. लेकिन, यह वही नाम है जो 2000 के दशक में “इस्लामिक इन्वेस्टमेंट फ्रॉड” मामलों में भी उभरा था.
‘अल फलाह ग्रुप’ और ‘अल फहद स्कीम’
दिल्ली के ओखला से 2002–03 के आसपास चली एक कंपनी थी Al-Falah Investment इसका वादा था “इस्लामिक प्रॉफिट स्कीम”, 35–40% रिटर्न और हज यात्रियों के लिए “हलक फाइनेंसिंग” योजना. लेकिन जल्द ही यह योजना ढह गई, और सैकड़ों निवेशक अपनी जमा पूंजी खो बैठे. The Milli Gazette की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अल फलाह ग्रुप के चेयरमैन जव्वाद अहमद सिद्दीकी और उनके दो भाइयों को निवेशकों से अरबों रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उनकी कंपनी पर RBI ने कार्रवाई करते हुए NBFC रजिस्ट्रेशन भी रद्द किया था. यह रिपोर्ट बताती है कि इसी नेटवर्क से जुड़ा Al-Fahad Investment Group था, जिसके चेयरमैन महमूद अहमद सिद्दीकी थे, जिन्होंने “हलाल इन्वेस्टमेंट” के नाम पर बड़ी रकम जुटाई और फिर अचानक दफ्तर बंद कर फरार हो गया. यह ओखला का वही इलाका था, जहां से Al-Falah Charitable Trust अभी पंजीकृत है.
पुराने नेटवर्क पर नई जांच की छाया
अब जब अल फलाह यूनिवर्सिटी का नाम एक आतंकी साजिश की जांच में आया है, तो पुराने ट्रस्ट और इन्वेस्टमेंट घोटाले फिर से सुर्खियों में हैं. ट्रस्ट के पुराने मामलों की फाइलें अब जांच एजेंसियों के पास फिर से खुल सकती हैं, खासकर वे जिनमें “धार्मिक चैरिटी” के नाम पर पैसों का दुरुपयोग हुआ था.
कई राज्यों तक फैला है नेटवर्क?
दिल्ली, हरियाणा, केरल (कासरगोड), और चेन्नई तक “Al-Falah” या “Majlis Al-Falah” नाम से कई एनजीओ एक ही नाम-संरचना और पारिवारिक ट्रस्ट के तहत पंजीकृत हैं.
क्या शिक्षा के नाम पर कोई बड़ा नेटवर्क?
“अल फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट” के तहत संचालित संस्थानों में टेरर फंडिंग या भर्ती से जुड़ा कोई लिंक है या नहीं यह तभी तय नहीं. संभव है जांच एजेंसियां इसकी तह तक जाएं. बहरहाल, यूनिवर्सिटी या ट्रस्ट की तरफ से आतंक से जुड़े संदिग्धों के अपने संस्थानों से जुड़े होने के आरोपों पर अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.
मजहबी तालीम पर जोर
भले ही अल फलाह से जुड़े तमाम शिक्षा संस्थान आधुनिक शिक्षा देने का दावा करते हैं, लेकिन UGC रिकॉर्ड के मुताबिक ट्रस्ट से जुड़े संस्थानों की रिपोर्ट “We begin in the name of Allah, Alhamdulillah…” जैसे धार्मिक उद्धरणों से शुरू होती हैं.
कंपनियों और ट्रस्ट का जाल
अल फलाह ट्रस्ट के चेयरमैन जव्वाद अहमद सिद्दीकी सिर्फ शैक्षणिक या धार्मिक संस्थानों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उनके नाम पर 15 से अधिक कंपनियों का एक जटिल कॉर्पोरेट नेटवर्क दर्ज है. Ministry of Corporate Affairs के रिकॉर्ड के मुताबिक, वे निवेश, शिक्षा, सॉफ्टवेयर, एनर्जी, एक्सपोर्ट और कंसल्टेंसी जैसे क्षेत्रों में दर्जनों कंपनियों के डायरेक्टर या पार्टनर रह चुके हैं.
इनमें Al-Falah Investments Ltd, Al-Falah Software Pvt. Ltd., Al-Falah Energies Ltd., Tarbia Education Foundation और हाल में बनी Al-Falah Education Service LLP प्रमुख हैं. ज्यादातर कंपनियों का रजिस्टर्ड पता एक ही है 274-A, Al-Falah House, Jamia Nagar, Okhla, New Delhi. यानी वही भवन जहां से Al-Falah Charitable Trust और यूनिवर्सिटी संचालित होती है. जांच एजेंसियों के अनुसार, यह पैटर्न एक “लेयर्ड कॉर्पोरेट स्ट्रक्चर” की ओर इशारा करता है, जहां शिक्षा, निवेश और परोपकार के नाम पर एक मल्टीलेयर्ड इकोनॉमिक नेटवर्क खड़ा किया गया है.
कौन हैं जव्वाद अहमद सिद्दीकी
जव्वाद सिद्दीकी के नाम से मौजूद एक लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक सिद्दीकी ने इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से बीटेक की पढ़ाई की है. इसके साथ ही बताया गया है कि सिद्दीकी अल फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी हैं.
ये नाम भी हैं शामिल
ट्रस्ट और कंपनियों के जाल में उस्मा अख्तर का ना भी है, जो अल-फलाह स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग की गवर्निंग बॉडी का हिस्सा रही हैं. उनकी लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वे फिलहाल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रहती हैं और वहां कई कारोबारों से जुड़ी हैं. इसके अलावा उस्मा अख्तर का नाम भी अल-फलाह एजुकेशन सर्विस LLP और एमजेएच डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियों में बतौर निदेशक दर्ज है. ट्रस्टियों की सूची में आलिया सिद्दीकी का नाम भी है.
इन कंपनियों में डायरेक्टर हैं सिद्दीकी
| कंपनी | पद | नियुक्ति तिथि |
|---|---|---|
| Al-Falah Education Service LLP | Designated Partner | 26 दिस. 2023 |
| Al-Falah Investments Pvt. Ltd. | Director | 12 दिस. 1996 |
| Al-Falah Investments Ltd. | Director | 18 सित. 1992 |
| Al-Falah Software Pvt. Ltd. | Director | 5 फरवरी 1998 |
| Al-Falah Consultancy Services Pvt. Ltd. | Director | 28 सित. 1995 |
| Al-Falah Exports Ltd. | Director | 20 नव. 1995 |
| Al-Falah Energies Ltd. | Director | 25 जन. 1996 |
| Al-Falah Communications Pvt. Ltd. | Director | 19 दिस. 1995 |
| Tarbia Education Foundation | Director | 21 नव. 2012 |
पहले इन कंपनियों से रहा संबंध
| कंपनी | पद | समाप्ति तिथि |
|---|---|---|
| Al-Falah Developers Pvt. Ltd. | Director | 2007 |
| Al-Falah Medical Research Foundation | Director | 1 मार्च 2019 |
| Al-Falah Industrial Research Foundation | Director | 1 मार्च 2019 |
| Al-Falah Education Service Pvt. Ltd. | Director | 1 मार्च 2019 |
| MJH Developers Pvt. Ltd. | Director | 7 जनवरी 2019 |
3750 रुपये में जन्नत में घर दे रहा ट्रस्ट
दिलचस्प बात यह है कि अल फलाह चेरिटेबल ट्रस्ट की वेबसाइट पर बताया गया है कि मस्जिद बनाने के लिए 3750 रुपये दान करने पर जन्नत में घर मिलेगा.
ट्रस्ट की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक ट्रस्ट का मुख्य काम मस्जिद और मदरसों के लिए फंड जुटाना है.
नोट: यह रिपोर्ट सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ो पर आधारित है. लेखक और मनी9लाइव इन तथ्यों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करते हैं.