Lenskart IPO में निवेश का कर रहे प्लान, देख लें कंपनी का फाइनेंस बुक; बाजार में उतरते ही Tata की इस दिग्गज कंपनी से सीधी टक्कर
Lenskart की फाइनेंशियल स्थिति पिछले कुछ सालों में काफी मजबूत हुई है. FY25 में कंपनी को 297.3 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ, जबकि FY24 में उसे 10.2 करोड़ रुपये का नुकसान था. कंपनी की आय (Revenue) भी पिछले साल की तुलना में 23 फीसदी बढ़कर 6,652.5 करोड़ रुपये हो गई.
Lenskart IPO: अगर आप Lenskart के IPO में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं, तो पहले कंपनी के फाइनेंशियल बुक और उसकी बाजार स्थिति को अच्छे से समझ लें. शुक्रवार को यानी 3 अक्टूबर को सेबी (SEBI) ने Lenskart को IPO लाने की मंजूरी दे दी है, जिसका मतलब है कि यह Lenskart चश्मा रिटेलर जल्द ही स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने जा रही है. लेकिन, बाजार में आने के बाद Lenskart को Tata ग्रुप की दिग्गज कंपनी Titan Eyeplus से सीधी टक्कर मिलेगी. ऐसे में आइए इस कंपनी के बारे में विस्तार से जानते है.
Lenskart का IPO
Lenskart के IPO में कंपनी 2,150 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी. साथ ही, मौजूदा निवेशकों और प्रमोटर्स 13.2 करोड़ शेयर बेचेंगे. इनमें बड़े निवेशक जैसे SoftBank, Alpha Wave Ventures, Temasek, Premji Invest और Kedaara Capital शामिल हैं. प्रमोटर Peyush Bansal 2 करोड़ शेयर बेचेंगे, जबकि Neha Bansal, Amit Chaudhary और Sumeet Kapahi थोड़े शेयर बेचेंगे. अभी प्रमोटर्स के पास कंपनी की 19.96 फीसदी हिस्सेदारी है, बाकी 80.04 फीसदी संस्थागत निवेशकों के पास है. कंपनी इस पैसे का इस्तेमाल अपने विस्तार के लिए करेगी.
Lenskart का फाइनेंसबुक
Lenskart की फाइनेंशियल स्थिति पिछले कुछ सालों में काफी मजबूत हुई है. FY25 में कंपनी को 297.3 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ, जबकि FY24 में उसे 10.2 करोड़ रुपये का नुकसान था. कंपनी की आय (Revenue) भी पिछले साल की तुलना में 23 फीसदी बढ़कर 6,652.5 करोड़ रुपये हो गई. पिछले दो सालों में कंपनी की आय में 33 फीसदी की सालाना ग्रोथ रही है. इसके अलावा, कंपनी की ग्रॉस मार्जिन 69 फीसदी तक पहुंच गई है, जो 500 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी दिखाती है.
Lenskart की कहानी
Lenskart की शुरुआत साल 2008 में हुई थी और आज यह 2000 से ज्यादा स्टोर्स के साथ पूरी दुनिया में मौजूद है. ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से यह ग्राहकों तक पहुंच रही है. कंपनी के पास 10 मिलियन एक्टिव कस्टमर्स हैं, जो हर साल खरीदारी करते हैं. इसके अलावा, 40 मिलियन से ज्यादा बार इसकी ऐप डाउनलोड हो चुकी है और 140 मिलियन लोग इसकी वेबसाइट पर विजिट कर चुके हैं. FY25 में कंपनी ने 30 मिलियन चश्मे बेचे और 6 मिलियन Lenskart Gold मेंबर्स हैं. कंपनी के पास 200 मिलियन डॉलर (करीब 1,600 करोड़ रुपये) नेट कैश भी है. मौजूदा समय में Lenskart की बाजार हिस्सेदारी 10 फीसदी है, और कंपनी का टारगेट FY30 तक इसे 30 फीसदी तक बढ़ाना है.
बड़े निवेशकों का साथ
Lenskart को दुनिया के बड़े-बड़े निवेशकों का समर्थन मिला है. SoftBank, ADIA, Temasek, KKR, Alpha Wave, TPG और Kedaara Capital जैसे नाम इस कंपनी में निवेश कर चुके हैं. इन निवेशकों का भरोसा कंपनी की ग्रोथ और भविष्य में सफलता की गारंटी माना जा रहा है. अब IPO के जरिए कंपनी और लोगों को निवेश का मौका दे रही है.
टक्कर Titan Eyeplus से
Lenskart के बाजार में आने के बाद उसे Titan Eyeplus से सीधी टक्कर मिलेगी. Titan Eyeplus, Tata ग्रुप की Titan Company Limited का हिस्सा है और भारत में एक बड़ा चश्मा रिटेलर है. यह प्रिस्क्रिप्शन चश्मे, सनग्लासेस और कॉन्टैक्ट लेंस बेचता है. Lenskart और Titan दोनों को ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी. Lenskart की मजबूत ऑनलाइन मौजूदगी और Titan की स्थापित ब्रांड वैल्यू इस टक्कर को मजेदार बनाएगी.
डिसक्लेमर: मनी9लाइव का GMP और IPO तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.