फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर में IPO की आंधी,13 हजार करोड़ जुटाने की तैयारी; लिस्ट में IVF कंपनियां आगे

भारतीय फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर अगले 6 से 9 महीनों में आईपीओ की बड़ी लहर देखने वाला है. करीब 15 कंपनियां, जिनमें Indira IVF, Sahajanand Medical Technologies, NephroPlus और Rubicon Research शामिल हैं, लगभग 12 से 13 हजार करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही हैं. .

फार्मा-हेल्थकेयर सेक्टर अगले 9 महीनों में IPO की बड़ी लहर देखने वाला है. Image Credit: CANVA

Pharma Healthcare IPO: भारतीय फार्मास्युटिकल और हेल्थकेयर सेक्टर अगले कुछ महीनों में जबरदस्त फंड जुटाने की तैयारी कर रहा है. इस सेक्टर की करीब 15 कंपनियां अगले 6 से 9 महीनों में IPO के जरिए 12 से 13 हजार करोड़ रुपये तक जुटा सकती हैं. इनमें Indira IVF, Sahajanand Medical Technologies, NephroPlus, मोलबायो डायग्नोस्टिक्स और गॉडियम IVF जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं. इसमें फर्टिलिटी और वीमेंस हेल्थ के सेक्टर में तेजी देखने को मिल रही है.

कई कंपनियों ने दाखिल किए ड्राफ्ट

इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस सेक्टर की कई कंपनियों ने सेबी के पास IPO के लिए अपने ड्रॉफ्ट दाखिल कर दिए हैं. Indira IVF ने 3500 करोड़ रुपये और Sahajanand Medical Technologies ने 1500 करोड़ रुपये का इश्यू लाने की तैयारी की है. इसके अलावा NephroPlus 2000 करोड़, कोटेक हेल्थकेयर 500 करोड़ और गॉडियम IVF 500 करोड़ रुपये का फंड जुटाने की योजना बना रही हैं.

कई कंपनियों को सेबी से मंजूरी मिली

रुबिकॉन रिसर्च, कोरोना रेमेडीज, पैरामेसु बायोटेक, ऑलकेम लाइफसाइंसेज और पारस हेल्थकेयर जैसी कंपनियों को सेबी से मंजूरी मिल चुकी है. इनमें रुबिकॉन रिसर्च 1085 करोड़ रुपये और कोरोना रेमेडीज 800 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में हैं. इसी तरह वीदा क्लिनिकल रिसर्च और गुजरात किडनी एंड सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल भी जल्द मार्केट में आएंगे.

कंपनी का नामअनुमानित IPO साइज (₹ करोड़)
Indira IVF3,500
Sahajanand Medical Technologies1,500
NephroPlus2,000
Molbio Diagnostics200
Cotec Healthcare500
Sudeep Pharma95
Gaudium IVF and Women Health500
Rubicon Research1,085
Corona Remedies800
Paramesu Biotech600
Allchem Lifesciences190
Paras Healthcare900
Veeda Clinical Research500
Gujarat Kidney & Superspeciality Hospital128
Genetix Biotechजल्द फाइलिंग होगी

फर्टिलिटी और वीमेंस हेल्थ सेक्टर

फर्टिलिटी और वीमेंस हेल्थ सेक्टर में निवेशकों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ रही है. आर्टिफिशियल रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी यानी एआरटी सेक्टर में जागरूकता बढ़ रही है और आने वाले दशक में 15 फीसदी की सीएजीआर ग्रोथ की संभावना जताई जा रही है. यही वजह है कि कंपनियां इस सेक्टर में अपने IPO लाने को लेकर तेजी दिखा रही हैं.

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कोविड के बाद और बढ़ा ग्लोबल फोकस

कोविड के बाद से दुनिया भर में फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर पर फोकस बढ़ा है. अमेरिका और भारत ने इस सेक्टर में निवेश और रिसर्च को प्राथमिकता दी है. चीन से सप्लाई चेन डायवर्सिफिकेशन के चलते भारतीय कंपनियों के पास एक्सपोर्ट बढ़ाने और बायोसिमिलर्स तथा स्पेशियलिटी ड्रग्स जैसे सेक्टरों में रिसर्च के लिए कैपिटल जुटाने का बड़ा मौका है. कंपनियां इस मौका का भरपूर फायदा उठाना चाहती हैं.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.