Tata Capital का IPO पर अपडेट, जानें कितने शेयर बेचेगी कंपनी, क्या है प्रमोटर्स का प्लान

निवेशकों के लिए खुशखबरी है. टाटा कैपिटल का लंबे समय से प्रतीक्षित आईपीओ जल्द ही आ सकता है. कंपनी ने SEBI के पास अपडेटेड DRHP फाइल कर दिया है. यह फाइनेंशियल सेक्टर का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है, जिसमें कंपनी 21 करोड़ नए शेयर जारी करेगी. इससे टियर-1 कैपिटल बेस मजबूत होगा और व्यापार का विस्तार होगा.

Tata Capital IPO Release Soon Image Credit: Canva/ Money9

Tata Capital IPO Release Soon: निवेशकों को लंबे समय से Tata Capital के IPO का इंतजार है. अब ऐसा लग रहा है कि उनका इंतजार खत्म होने वाला है. फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास अपडेटेड DRHP (Draft Red Herring Prospectus) फाइल कर दिया है. अगर आप भी Tata Capital के IPO में निवेश की चाहत रखते हैं, तो उससे पहले कुछ बातें जान लें, जो आपके निवेशक के निर्णय को आसान बना देगी.

Tata Capital IPO: डिटेल्स

रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी इस आईपीओ के जरिए बाजार में 47.58 करोड़ शेयर बेचगी. कंपनी 21 करोड़ नए इक्विटी शेयर बेचेगी यानी यह पूरा का पूरा फ्रेश इश्यू होगा, जबकि प्रमोटर और अन्य शेयरधारक ऑफर फॉर सेल (OFSA) के माध्यम से 26.58 करोड़ इक्विटी शेयर बेचेंगे.

कितना होगा प्राइस बैंड?

Tata Capital का IPO फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है. इसके प्राइस बैंड, आईपीओ की तारीख, किन निवेशकों के लिए कितने शेयर रिजर्व हैं और आईपीओ से जुड़ी अन्य जानकारी जल्द ही रिलीज होने वाली है.

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किनके पास है कितना शेयर?

डीआरएचपी के अनुसार, आईपीओ से पहले टाटा कैपिटल में टाटा संस की हिस्सेदारी 88.6 फीसदी है. जबकि टाटा ग्रुप की अन्य कंपनियों की टोटल हिस्सेदारी 7 फीसदी है. IFC के पास 1.8 फीसदी हिस्सेदारी है, जो उसे टाटा मोटर्स फाइनेंस लिमिटेड (TMFL) के टाटा कैपिटल में विलय के बाद मिली थी. मई 2025 में टाटा मोटर्स फाइनेंस का टाटा कैपिटल में विलय कर दिया गया. इस विलय के बाद, टीएमएफएल को टाटा कैपिटल के 18.39 करोड़ इक्विटी शेयर आवंटित किए गए थे.

IPO के पैसों का क्या करेगी कंपनी?

डीआरएचपी के अनुसार, कंपनी IPO से जो पैसे जुटाएगी उसका इस्तेमाल टियर-I कैपिटल बेस को मजबूत करने में करेगी. साथ ही भविष्य में अपने व्यापार के विस्तार और आगे देने में इन पैसों का यूज कर सकती है. इन पैसों से टाटा कैपिटल की रिटेल, एसएमई और कॉर्पोरेट लोन के आधार को मजबूती मिलेगी.

क्या करती है कंपनी?

Tata Capital टाटा ग्रुप की फाइनेंस सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनी है. यह एक NBFC (Non-Banking Financial Company) है. इसकी शुरुआत 1991 में हुई, जिसकी 2007 में रिब्रांडिंग की गई. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसे अपर लेयर कैटेगरी एनबीएफसी में रखा है. मार्च 2025 तक, कंपनी पूरे भारत में 1,400 से ज्यादा ब्रांचों के नेटवर्क के जरिए 70 लाख से ज्यादा ग्राहकों को सेवाएं दे चुका है.

कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 1,040.9 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है. पिछले साल के 472 करोड़ रुपये की तुलना में यह 120 फीसदी अधिक है. इस तिमाही के दौरान ऑपरेटिंग रेवेन्यू 7,664.8 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की तुलना में 17 फीसदी अधिक है.

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डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.