आज से खुला 2000 करोड़ का ये इश्‍यू, दांव से पहले जान लें कंपनी की ताकत और कमजोरी, देखें GMP में कितना दम

एयरपोर्टों पर ट्रैवल क्विक सर्विस रेस्टोरेंस्‍ट (QSR) और लाउंज बिजनेस चलाने वाली ट्रैवल फूड सर्विसेज लिमिटेड का आईपीओ 7 जुलाई से सब्‍सक्रिप्‍शन के लिए खुल गया है. यह इश्‍यू 2000 करोड़ रुपये का है. ताे कितना है इसका प्राइस बैंड और कंपनी में कितना है दम, जानें पूरी डिटेल.

travel food services ipo 7 जुलाई से सब्‍सक्रिप्‍शन के लिए खुला Image Credit: money9

Travel Food Services IPO: भारत और मलेशिया के एयरपोर्टों पर ट्रैवल क्विक सर्विस रेस्टोरेंस्‍ट (QSR) और लाउंज बिजनेस चलाने वाली ट्रैवल फूड सर्विसेज लिमिटेड अपने पहले पब्लिक इश्यू (IPO) के साथ बाजार में धूम मचाने को तैयार है. यह 2,000 करोड़ रुपये का IPO 7 जुलाई यानी आज से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है, जो 9 जुलाई को बंद होगा. खास बात यह है कि कंपनी ने पहले ही एंकर निवेशकों से 600 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं. ऐसे में अगर आप भी इसमें दांव लगाने की प्‍लानिंग कर रहे हैं तो कंपनी की ताकत और कमजोरी जान लें, साथ ही इसका GMP कितना दमदार है, ये भी चेक कर लें.

IPO की खासियत

प्राइस बैंड: 1,045 से 1,100 रुपये प्रति शेयर.
न्यूनतम बोली: निवेशक कम से कम 13 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं, और इसके बाद 13 के मल्‍टीपल में निवेश कर सकते हैं.
IPO का साइज: 2,000 करोड़ रुपये, यह पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) पर आधारित है.
प्रमोटर की भूमिका: OFS के तहत कपूर फैमिली ट्रस्ट अपने शेयर बेचेंगे.
कर्मचारी रिजर्वेशन: योग्य कर्मचारियों को रिजर्वेशन के तहत 104 रुपये प्रति शेयर की छूट मिलेगी.
प्रमोटर हिस्सेदारी: IPO के बाद 100% से घटकर 86% हो जाएगी.

एंकर निवेशकों से कितनी जुटाई रकम?

IPO से पहले ही ट्रैवल फूड सर्विसेज ने 54,43,635 इक्विटी शेयर 1,100 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर एंकर निवेशकों को आवंटित कर 599 करोड़ रुपये जुटाए हैं. इन निवेशकों में ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड, एक्सिस म्यूचुअल फंड, कोटक म्यूचुअल फंड, बड़ौदा बीएनपी परिबास म्यूचुअल फंड, अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, फिडेलिटी और गवर्नमेंट पेंशन फंड ग्लोबल जैसे बड़े नाम शामिल हैं.

GMP में कितना है दम?

इंवेस्‍टरगेन के मुताबिक अनलिस्‍टेड मार्केट में ट्रैवल फूड सर्विसेज IPO का GMP 7 मार्च की सुबह 30 रुपये दर्ज किया गया. इसमें 2.73% के लिस्टिंग गेन का अनुमान है. ऐसे में ये अपने प्राइस बैंड 1100 रुपये के मुकाबले 1130 रुपये पर लिस्‍ट हो सकता है.

कंपनी की ताकत

क्‍यों खास है कंपनी?

मजबूत साझेदारियां: कंपनी की एयरपोर्ट ऑपरेटर्स, QSR ब्रांड्स और क्लाइंट्स के साथ लंबे समय से चली आ रही साझेदारियां हैं, जिनका कॉन्ट्रैक्ट रिन्यूअल रेट 93% है.
कर्ज से आजादी: कंपनी का बैलेंस शीट मजबूत है, और इसमें कोई कर्ज नहीं है, जो इसे वित्तीय रूप से स्थिर बनाता है.
बढ़ता ट्रैवल सेक्टर: भारत में बढ़ता हवाई यातायात और एयरपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी के लिए नए अवसर ला रहा है.
विस्तार की संभावनाएं: नए हवाई अड्डों, हाईवे QSRs और अंतरराष्ट्रीय मार्केट्स में कंपनी के लिए अपार संभावनाएं हैं.

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क्‍या हैं चुनौतियां?

कंपनी की स्थिति मजबूत है, लेकिन कुछ जोखिम भी हैं. इसका 85% रेवेन्यू सिर्फ पांच हवाई अड्डों (बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई) से आता है, जिनके कॉन्ट्रैक्ट्स की औसत अवधि 3.47 साल है. अगर ये कॉन्ट्रैक्ट्स रिन्यू नहीं हुए, तो रेवेन्यू पर असर पड़ सकता है. इसके अलावा, क्रेडिट कार्ड फ्रीबीज पर RBI की सख्ती और FSSAI नियमों का जोखिम भी है. प्रतिस्पर्धा और जॉइंट वेंचर पार्टनर्स के साथ संभावित टकराव भी चुनौतियां पेश कर सकते हैं.

डिस्क्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.