Travel Food Services के शेयरों ने किया निराश, 2% की मामूली बढ़त के साथ लिस्टिंग, GMP ने भी दिया था ये संकेत
देश-विदेश के हवाई अड्डों पर फूड सर्विस देने वाली कंपनी TFS के शेयर 14 जुलाई को एनएसई और बीएसई दोनों पर लिस्ट हो गए हैं. निवेशकों को महज 2 फीसदी का मुनाफा हुआ. ग्रे मार्केट में भी इसके शेयरों की स्थिति ज्यादा मजबूत नहीं थी तो क्या करती है कंपनी और कैसा था सब्सक्रिप्शन जानें डिटेल.
Travel Food Services share price: मुंबई की ट्रैवल फूड सर्विसेज लिमिटेड (TFS) ने अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के जरिए शेयर बाजार में एंट्री की है. 7 जुलाई से 9 जुलाई 2025 तक चले इस IPO को निवेशकों ने 3.03 गुना सब्सक्राइब किया था, हालांकि लिस्टिंग में इसे मामूली बढ़त मिली. 14 जुलाई को BSE पर इसके शेयर 1,126.20 रुपये पर लिस्ट हुए, जो IPO की कीमत 1,100 रुपये से 2.3% ज्यादा प्रीमियम है. वहीं NSE पर शेयर 2.27% की प्रीमियम के साथ 1,125 रुपये पर लिस्ट हुआ. कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग इसके GMP अनुमान के तहत ही हुई है.
इंवेस्टरगेन के अनुसार 14 जुलाई की सुबह IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 25 रुपये था. लिहाजा ये अपने आईपीओ प्राइस बैंड 1,100 रुपये से मामूली बढ़त के साथ ,125 रुपये प्रति शेयर लिस्ट होने की उम्मीद थी. इसका जीएमपी 2.27% की बढ़त दिखा रहा था.
कितना हुआ था सब्सक्राइब?
कंपनी ने अपने शेयरों की कीमत 1,045 से 1,100 रुपये प्रति शेयर के बीच तय की थी. सब्सक्रिप्शन के आखिरी दिन यानी 9 जुलाई तक यह आईपीओ कुल 3.03 गुना सब्सक्राइब हुआ था, जिसमें रिटेल कैटेगरी में 0.73 गुना, QIB श्रेणी में 8.10 गुना और NII श्रेणी में 1.67 गुना सब्सक्राइब हुआ था. TFS का 2,000 करोड़ रुपये का IPO पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) था, जिसमें 1.82 करोड़ शेयर बेचे गए थे.
कंपनी की माली हालत
ट्रैवल फूड सर्विसेज लिमिटेड (TFS) ने FY25 में 1,687.7 करोड़ रुपये की आय दर्ज की थी, जो FY24 के 1,396.3 करोड़ रुपये से 20.8% ज्यादा है. कंपनी का मुनाफा भी 27.3% बढ़कर 379.6 करोड़ रुपये रहा. यह मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और भारत की तेजी से बढ़ती एविएशन इंडस्ट्री TFS को निवेशकों के लिए आकर्षक बनाती है. ब
क्यों है TFS खास?
TFS भारत के ट्रैवल QSR सेक्टर में 24% और लाउंज सेक्टर में 45% मार्केट शेयर के साथ एक अहम दावेदार है. इसके 117 पार्टनर और इन-हाउस ब्रांड्स जैसे KFC, स्टारबक्स, डोमिनोज, बिकानेरवाला और वॉव मोमो यात्रियों को अलग-अलग तरह की वैरायटी पेश करते हैं. कंपनी की योजना नए हवाई अड्डों जैसे- ग्रेटर नोएडा और नवी मुंबई में विस्तार करने की है.
कैसे शुरू हुआ था सफर?
TFS ने 2009 में अपनी पहली ट्रैवल क्विक सर्विस रेस्तरां (QSR) शुरू की थी, अब ये भारत और मलेशिया के हवाई अड्डों पर अपने स्वाद का परचम लहरा रही है. कंपनी फास्ट फूड, कैफे, बेकरी, फूड कोर्ट और बार जैसे तमाम F&B कॉन्सेप्ट्स के साथ यात्रियों के फूड क्रेविंग्स को मिटाती है. 30 जून 2024 तक TFS भारत के 14 प्रमुख हवाई अड्डों पर अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुकी है, जिनमें दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता और चेन्नई जैसे बड़े हब शामिल हैं. इतना ही नहीं, कंपनी मलेशिया के तीन हवाई अड्डों पर भी अपने स्वाद का जादू बिखेर रही है. इसके अलावा, TFS ने हाल ही में हॉन्गकॉन्ग में अपनी लाउंज सेवा शुरू की है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.