Waaree Energies IPO King : बजाज और टाटा को पछाड़ा, हर 150 में से एक भारतीय बना सब्सक्राइबर
वारी एनर्जीज को आईपीओ का नया किंग कहा जाए, तो गलत नहीं होगा, क्योंकि कंपनी देश के इतिहास में सब्सक्रिप्शन के मामले में टाटा और बजाज जैसे दिग्गजों को पछाड़ कर टॉप पर आ गई है. दिवाली से ठीक दो दिन पहले 28 अक्टूबर को लिस्ट होने जा रही कंपनी का जीएमपी भी 99% प्रीमियम पर है.
सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग में झंडे गाढ़ रही वारी एनर्जीज ने शेयर बाजार में भी झंडे गाढ़ना शुरू कर दिया है. पिछले महीने बजाज हाउसिंग फाइनेंस के आईपीओ ने 90 लाख सब्सक्रिप्शन आवेदन के साथ टाटा टेक्नोलॉजी से आईपीओ किंग का खिताब छीना था. 73 लाख आवेदन के साथ टाटा टेक के पास यह खिताब पिछले साल नवंबर से इस साल सितंबर तक रहा. लेकिन, वारी ने 97.34 लाख आवेदन के साथ बजाज से यह ताज महज महीनेभर में ही छीन लिया है.
कंपनी ने आईपीओ के जरिये निवेशकों से कुल 4,321 करोड़ रुपये की मांग की थी. लेकिन, निवेशकों ने वारी पर दिवाली से पहले ऐसी धनवर्षा की है कि कंपनी को आईपीओ के तहत बिक्री के लिए रखे गए कुल शेयरों पर 2.41 लाख करोड़ रुपये की बोलियां मिलीं हैं. इनमें सबसे ज्यादा 215 गुना बोलियां क्यूआईबी ने लगाईं. क्यूबाईबी के लिए रिजर्व कोटे से 877 करोड़ रुपये जुटाने थे, लेकिन 1.83 लाख करोड़ की बोलियां मिली हैं. वहीं, एनआईआई से 667 करोड़ रुपये की मांग थी, जिसके बदले कंपनी को 41,600 करोड़ रुपये की बोलियां मिली हैं. इसी तरह खुदरा निवेशकों से कंपनी ने 1556 करोड़ रुपये की मांग की, जिसके बदले 16,800 करोड़ की बोलियां मिली हैं. कर्मचारियों के कोटे से कंपनी ने 68 करोड़ रुपये मांगे, लेकिन 354 करोड़ की बोलियां मिल चुकी हैं.
वैश्विक स्तर पर बढ़ने की योजना
कंपनी के आईपीओ को कुल 79.44 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थित और भविष्य के अच्छे अवसरों को देखते हुए विश्लेषक वारी एनर्जीज को लेकर उत्साहित हैं. कंपनी की महत्वाकांक्षी विस्तार योजनाएं सिर्फ भारत तक सीमित नहीं हैं. बल्कि, वैश्विक स्तर पर पीवी मॉड्यूल बनाने में आगे बढ़ना चाहती है. कंपनी की यह महत्वाकांक्षा हवाई नहीं हैं. कंपनी पहले से ही अमेरिका में 3 गीगावॉट की विनिर्माण सुविधा स्थापित कर अपनी इस महत्वाकांक्षा को ठोस रूप दे चुकी है.
कहां होगा आईपीओ की रकम का इस्तेमाल
कंपनी आईपीओ से जुटाई गई धनराशि का उपयोग असल में नई परियोजनाओं पर करने जा रही है. ओडिशा के सिल्लियां में सोलर सेल और पीवी मॉड्यूल के लिए 6 गीगावाट (जीडब्ल्यू) विनिर्माण सुविधा स्थापित की जाएगी. इसके साथ ही इस रकम का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट कामकाज में भी किया जाएगा.
भारत की सबसे बड़ी पीवी मॉड्यूल निर्माता
वारी एनर्जीज भारत में सोलर पीवी मॉड्यूल की सबसे बड़ी निर्माता है, जिसकी जून 2024 तक कुल स्थापित क्षमता 12 गीगावॉट है. वित्तीय वर्ष 2024 के लिए कंपनी के पास भारत में सभी घरेलू सोलर पीवी मॉड्यूल निर्माताओं के बीच दूसरी सबसे अच्छी परिचालन आय रही. कंपनी का परिचालन से राजस्व साल-दर-साल 69% बढ़कर 11,398 करोड़ रुपये हो गया, जबकि कर के बाद लाभ दोगुना से अधिक बढ़कर 1,274 करोड़ रुपये हो गया.