इन 5 मिड कैप फंड ने पिछले 5 साल में दिया 34.94% तक का रिटर्न, AUM 34780 करोड़ रुपये; लिस्ट में Nippon-Motilal Oswal भी शामिल
मिड-कैप फंड्स को कम से कम 65 फीसदी पैसा मिड साइज की कंपनियों में लगाना होता है. ये फंड्स जोखिम भरे होते हैं, लेकिन लंबे समय तक निवेश करने वालों के लिए अच्छा मुनाफा दे सकते हैं. साल 2020 से शुरू हुए शेयर बाजार के उछाल ने मिड-कैप फंड्स को बहुत फायदा पहुंचाया है. आइए, पिछले पांच सालों में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले पांच मिड-कैप फंड्स के बारे में विस्तार से जानते हैं.
Top 5 Mid Cap Funds: पिछले पांच सालों में मिड-कैप म्यूचुअल फंड्स ने निवेशकों को बेहतर रिटर्न दिए हैं. मिड-कैप फंड्स को कम से कम 65 फीसदी पैसा मिड साइज की कंपनियों में लगाना होता है. ये फंड्स जोखिम भरे होते हैं, लेकिन लंबे समय तक निवेश करने वालों के लिए अच्छा मुनाफा दे सकते हैं. साल 2020 से शुरू हुए शेयर बाजार के उछाल ने मिड-कैप फंड्स को बहुत फायदा पहुंचाया है. इस दौरान निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स ने 238 फीसदी और निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स ने 202 फीसदी का रिटर्न दिया. कुछ मिड-कैप फंड्स ने सही कंपनियों में निवेश करके इससे भी बेहतर प्रदर्शन किया. आइए, पिछले पांच सालों में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले पांच मिड-कैप फंड्स के बारे में विस्तार से जानते हैं.
मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड (Motilal Oswal Midcap Fund)
यह फंड फरवरी 2014 में शुरू हुआ था. इसका मकसद ऐसी मिड-कैप कंपनियों में निवेश करना है जो मजबूत हों और भविष्य में अच्छी बढ़ोतरी कर सकें. 31 अगस्त 2025 तक इस फंड का कुल पैसा (AUM) 347.8 अरब रुपये था. इसका खर्च (एक्सपेंस रेशियो) 0.69 फीसदी है. अगर आप एक साल के अंदर पैसा निकालते हैं, तो 1 फीसदी एग्जिट लोड देना पड़ता है. इस फंड में केवल 19 कंपनियों के शेयर हैं.
इसके टॉप 10 शेयरों में 77.82 फीसदी पैसा लगा है. सबसे ज्यादा निवेश डिक्सन टेक्नोलॉजीज (10.08%), कोफोर्ज (9.79%), ट्रेंट (9.14%), इटर्नल (9.03%), और कल्याण ज्वैलर्स (8.7%) में है. इस फंड ने पिछले पांच सालों में 34.94 फीसदी का सालाना रिटर्न (CAGR) दिया, जो निफ्टी मिडकैप 150 (29.5 फीसदी) और मिड-कैप फंड्स की औसत रिटर्न (27.94 फीसदी) से ज्यादा है. हालांकि, इस फंड का जोखिम (वोलैटिलिटी) थोड़ा ज्यादा है.
एडलवाइस मिड-कैप फंड (Edelweiss Mid-Cap Fund)
यह फंड जनवरी 2013 में शुरू हुआ. 31 अगस्त 2025 तक इसका AUM 112.97 अरब रुपये था, और इसका खर्च 0.38 फीसदी था. यह फंड 85 कंपनियों में पैसा लगाता है, जिसमें 68.97 फीसदी मिड-कैप, 18.24 फीसदी लार्ज-कैप, और 12.79 फीसदी स्मॉल-कैप कंपनियों में है. इसके टॉप 10 शेयरों में 25.02 फीसदी पैसा है, जिसमें पर्सिस्टेंट सिस्टम्स (3.11 फीसदी), मैक्स हेल्थकेयर (3.05 फीसदी), और कोफोर्ज (2.91 फीसदी) शामिल हैं.
यह फंड वित्तीय क्षेत्र (24.91 फीसदी), उद्योग (15.31 फीसदी), और उपभोक्ता वस्तुओं (14.73 फीसदी) में ज्यादा निवेश करता है. इसका पोर्टफोलियो टर्नओवर रेशियो 43 फीसदी है, जो औसत (210 फीसदी) से कम है. इसने पिछले पांच सालों में 32.46 फीसदी का रिटर्न दिया, जो बेंचमार्क और औसत से बेहतर है. इसका जोखिम भी बेंचमार्क के करीब है.
निप्पॉन इंडिया ग्रोथ मिड-कैप फंड (Nippon India Growth Mid-Cap Fund)
यह फंड अक्टूबर 1995 में शुरू हुआ और सबसे पुराने मिड-कैप फंड्स में से एक है. इसका AUM 383.86 अरब रुपये है, और खर्च 0.75 फीसदी है. यह 95 कंपनियों में पैसा लगाता है, जिसमें 73.76 फीसदी मिड-कैप, 19.37 फीसदी लार्ज-कैप और 6.87 फीसदी स्मॉल-कैप हैं. इसके टॉप 10 शेयरों में 23.05 फीसदी पैसा है, जैसे फोर्टिस हेल्थकेयर (3.22 फीसदी) और बीएसई (2.79 फीसदी) है.
यह फंड वित्तीय क्षेत्र (23.46 फीसदी), उद्योग (18.18 फीसदी), और उपभोक्ता वस्तुओं (17.55 फीसदी) में निवेश करता है. इसका टर्नओवर रेशियो बहुत कम (7 फीसदी) है, यानी यह शेयरों को लंबे समय तक रखता है. इसने पिछले पांच सालों में 31.21 फीसदी का रिटर्न दिया, जो बेंचमार्क और औसत से बेहतर है. इसका जोखिम भी कम है और यह जोखिम को अच्छे से संभालता है.
एचडीएफसी मिड-कैप फंड (HDFC Mid-Cap Fund)
यह फंड जनवरी 2013 में शुरू हुआ. इसका AUM 831.05 अरब रुपये है और खर्च 0.72 फीसदी है. यह 72 कंपनियों में निवेश करता है, जिसमें 93.02 फीसदी शेयर और 6.98 फीसदी नकदी है. इसके टॉप 10 शेयरों में 32.1 फीसदी पैसा है, जैसे मैक्स फाइनेंशियल (4.94 फीसदी) और बालकृष्ण इंडस्ट्रीज (3.59 फीसदी).
यह फंड वित्तीय क्षेत्र (24.21 फीसदी), उपभोक्ता वस्तुओं (14.34 फीसदी), और तकनीक (13.15 फीसदी) में निवेश करता है. इसका टर्नओवर रेशियो 15.72 फीसदी है, जो औसत से कम है. इसने पिछले पांच सालों में 30.99 फीसदी का रिटर्न दिया.
यूनियन मिड-कैप फंड (Union Mid-Cap Fund)
यह फंड मार्च 2020 में शुरू हुआ. इसका AUM 15.08 अरब रुपये है और खर्च 0.73 फीसदी है. यह 72 कंपनियों में निवेश करता है, जिसमें 67.61 फीसदी मिड-कैप, 15.89 फीसदी लार्ज-कैप और 13.91 फीसदी स्मॉल-कैप हैं. इसके टॉप 10 शेयरों में 24.98 फीसदी पैसा है जैसे मैक्स फाइनेंशियल (3.39 फीसदी) और फेडरल बैंक (3.09 फीसदी).
यह फंड वित्तीय क्षेत्र (20.39%), उद्योग (18.07%), और उपभोक्ता वस्तुओं (12.58%) में निवेश करता है. इसका टर्नओवर रेशियो 132 फीसदी है, जो औसत से कम है. इसने पिछले पांच सालों में 30.43 फीसदी का रिटर्न दिया, जो बेंचमार्क और औसत से बेहतर है. लेकिन इसका जोखिम और रिटर्न का अनुपात थोड़ा कम है.
डेटा और ग्राफ सोर्स: Groww, Equity Master
ये भी पढ़े: ट्रंप टैरिफ से बेहाल क्रिप्टो बाजार, चीनी आयात पर 100% टैरिफ लगाते ही 12.24% तक की गिरावट; 9.5 अरब डॉलर का नुकसान
डिस्क्लेमर: Money9live किसी क्रिप्टो, स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.