डिजिटल गोल्ड पर भी खतरा, अगर चोरी हो जाए तो तुरंत करें ये काम, वरना उड़ जाएगा सोना
डिजिटल गोल्ड को सुरक्षित माना जाता है, लेकिन आज के जमाने में वो भी सेफ नही है, क्योंकि कुछ समय पहले आदित्य बिड़ला कैपिटल डिजिटल (ABCD) पर साइबर अटैक हुआ था. इसमें करोड़ों के डिजिटल गोल्ड की चोरी की गई थी. ऐसे में अगर आपके साथ कभी ऐसा न हो तो कैसे बचाव करें, जानें तरीका.
How to protect digital gold: फिजिकल गोल्ड को ज्यादा सुरक्षित नहीं माना जाता है, क्योंकि आभूषण और गहनों के चोरी होने का डर रहता है. ऐसे में डिजिटल गोल्ड को सुरक्षित माना जाता है, लेकिन साइबर फ्रॉड के इस जमाने में इस पर भी खतरा मंडराने लगा है. दरअसल एनडीटीवी प्रॉफिट की रिपोर्ट के मुताबिक आदित्य बिड़ला कैपिटल डिजिटल (ABCD) पर 9 जून को साइबर हमलावरों ने बड़ा वार किया. इस हमले में 435 खातों से 1.95 करोड़ रुपये का डिजिटल गोल्ड चुरा लिया गया. कंपनी ने तुरंत प्रभावित ग्राहकों के खातों में गोल्ड को बहाल कर दिया और तकनीकी खामियों को ठीक कर लिया. लेकिन इस साइबर लूट ने निवेशकों के मन में हलचल मचा दी है. ऐसे में अगर आपके साथ भी कभी ऐसा होता है तो ऐसी स्थिति में क्या करें और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है, सबसे पहले तो जिस कंपनी में आपका डिजिटल गोल्ड है, उसे तुरंत शिकायत करें..
मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें
- अपने डिजिटल गोल्ड खाते को सुरक्षित रखने के लिए एक यूनिक पासवर्ड बनाएं, जिसमें अक्षर, नंबर और विशेष चिह्न शामिल हों.
- एक ही पासवर्ड को कई प्लेटफॉर्म्स पर इस्तेमाल करने से बचें.
- पासवर्ड मैनेजर टूल का उपयोग करें जिससे मजबूत पासवर्ड्स को सुरक्षित तरीके से स्टोर किया जा सके.
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) चालू करें
अपने डिजिटल गोल्ड अकाउंट में टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को अनिवार्य रूप से एक्टिव करें. यह OTP या बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के जरिए अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है.
विश्वसनीय और अधिकृत प्लेटफॉर्म चुनें
- डिजिटल गोल्ड खरीदने के लिए सिर्फ SEBI या सरकार की ओर से ऑथराइज्ड प्लेटफॉर्म्स जैसे MMTC-PAMP, Augmont Gold, या विश्वसनीय फिनटेक ऐप्स का उपयोग करें.
- प्लेटफॉर्म की साइबर सिक्योरिटी पॉलिसी और इंश्योरेंस कवर की जांच करें.
संदिग्ध लिंक और फिशिंग से बचें
- अनजान ईमेल, SMS या व्हाट्सएप मैसेज में आए लिंक्स पर क्लिक करने से बचें, जो आपके खाते की जानकारी चुरा सकते हैं.
- फिशिंग हमलों से बचने के लिए हमेशा आधिकारिक वेबसाइट या ऐप से लॉगिन करें, न कि किसी थर्ड पार्टी लिंक से लॉगइन करें.
नियमित रूप से खाते की निगरानी करें
- अपने डिजिटल गोल्ड खाते के ट्रांजेक्शन हिस्ट्री को नियमित रूप से चेक करें.
- अगर कोई अनऑथराइज्ड लेनदेन दिखे, तो तुरंत प्लेटफॉर्म के कस्टमर केयर को सूचित करें और खाते को फ्रीज करने की रिस्वेस्ट करें.
इन बातों का भी रखें ध्यान
- डिजिटल गोल्ड से संबंधित लेनदेन के लिए केवल सुरक्षित और अपडेटेड डिवाइस का उपयोग करें.
- पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क से बचें, क्योंकि ये हैकर्स के लिए आसान टारगेट होते हैं. अपने डिवाइस और डिजिटल गोल्ड ऐप्स को हमेशा लेटेस्ट वर्जन में अपडेट रखें. साथ ही एंटी-वायरस और एंटी-मालवेयर सॉफ्टवेयर का उपयोग करें.
कैसे हुआ था बिड़ला की कंपनी पर साइबर हमला?
फ्री प्रेस जर्नल ने सबसे पहले इस साइबर हैक की खबर दी थी. जांच में पता चला कि हैकर ने ABCD के एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (API) और सर्वर में सेंध लगाई थी. हैरानी की बात यह है कि हमलावरों ने अनिवार्य OTP वेरिफिकेशन प्रक्रिया को बायपास कर डिजिटल गोल्ड को ट्रांसफर कर दिया था. जैसे ही ग्राहकों ने बिना अनुमति के अपने गोल्ड ट्रांसफर की शिकायत की, ABCD ने तुरंत डिजिटल गोल्ड बिक्री की सुविधा को अस्थायी रूप से बंद कर दी थी.