Crypto Fraud Alert: बायनेंस ने बताया कैसे पहचानें फर्जीवाड़ा, क्यों चुनौती बन रहे क्लोन्ड टोकन?

Cryptocurrency को इसके डिसेंट्रलाइज्ड नेचर और सेफ्टी के लिए जाना जाता है. लेकिन, स्कैमर्स ने इसमें भी ठगी के रास्ते निकाल लिए हैं. दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज बायनेंस ने फेक क्रिप्टो कॉइन और टोकन क्लोनिंग को पहचानने और इससे बचने के तरीके बताए हैं.

क्रिप्टो कॉइन को क्लोन कर हो रही ठगी Image Credit: money9live

Global Crypto Market का आकार भारत 3 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा, करीब भारत की GDP के बराबर हो चुका है. दुनियाभर में करोड़ों निवेशक क्रिप्टो में निवेश कर रहे हैं, जैसे-जैसे निवेशकों की तादाद बढ़ रही है, क्रिप्टो से जुड़े फ्रॉड भी बढ़ रहे हैं. जैसे-जैसे क्रिप्टो बाजार में मजबूती आ रही है, एक खामोश खतरा फिर से उभर रहा है. दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म बायनेंस ने फेक क्रिप्टो कॉइन और क्लोन्ड टोकन के बारे में चेतावनी दी है. कई बार अनुभवी निवेशक भी इसके शिकार हो जाते हैं.

बायनेंस ने क्या कहा?

बायनेंस ने क्रिप्टो इकोसिस्टम में फेक टोकन की संख्या बढ़ने पर चिंता जताई है. बायनेंस का कहना है कि स्कैमर निवेशकों को लूटने के लिए बिटकॉइन का नाम, लोगो और कोड की नकल करके क्लोन्ड टोकन बनाते हैं. बायनेंस ने कहा, फेक टोकन से जुड़े घोटाले बढ़ रहे हैं. स्कैमर नकली क्रिप्टो करेंसी तैयार कर रहे हैं. इस तरह की करेंसी का इस्तेमाल लोगों को ठगने या डाटा चुराने के लिए करते हैं.

कैसे पहचानें फेक कॉइन?

नकली क्रिप्टो सिक्कों को पहचानने के कुछ प्रमुख संकेत हैं. मसलन, पहला संकेत है लुभावने वादे, व्हाइट पेपर की कमी, नकली सेलिब्रिटी सपोर्ट, जल्दी से निवेश करने का दबाव, इसके अलावा इनके बारे में जानकारी टेलीग्राम जैसे स्रोत पर टिप्स के तौर पर मिलती है.

बचने के लिए क्या करें?

बायनेंस ने फेक क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते खतरे के प्रति लोगों को आगाह करते हुए कहा है कि टोकन के कॉन्ट्रैक्ट एड्रैस को वेरिफाई करें. यह वेरिफिकेशन बायनेंस जैसे एक्सजेंच के जरिये ही करें. इसके अलावा कॉन्ट्रैक्ट कोड का एनालिसिस करना सीखें. SWAP Analysis और लिक्विडिटी एनालिसिस रिस्क पहचानने के सबसे बुनियादी और सशक्त तरीके हैं. इसके अलावा क्रिप्टो रिस्क से जुड़ी न्यूज से अपड़ेट लेते रहें. टोकन मेट्रिक्स में रेड फ्लेग की तलाश करें, जैसे कि शून्य या असामान्य रूप से कम कीमतें, मार्केट कैप और लिक्विडिटी.

अगर फेक कॉइन दिखे तो क्या करें

बायनेंस का कहना है कि अगर आपको किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या किसी भी जगह कोई फेक करेंसी दिखे, तो इसके बारे में उस ब्लॉकचेन के कस्टमर सपोर्ट को इसकी जानकारी दें, इसके अलावा जिस एक्सचेंज पर ऐसी चीज दिखे उस एक्सचेंज को भी इसकी जानकारी दें. क्योंकि, क्रिप्टो कम्युनिटी के आपसी सहयोग से ही स्कैमर्स को हराया जा सकता है.

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