पोस्ट ऑफिस की ये बचत योजनाएं हुईं पेपरलेस, आधार ई-केवाईसी से मिलेगा फटाफट फायदा

डाक विभाग ने अब आधार ई-केवाईसी के जरिये अपनी कई बचत योजनाओं को पेपरलेस बना दिया है. MIS यानी मासिक आय योजना जैसी कई लोकप्रिया योजनाओं के लिए अब किसी तरह की कागजी खानापूर्ति की जरूरत नहीं है. इन योजनाओं का लाभ अब आधार ई-केवाईसी के जरिये उठाया जा सकता है.

डाकघर बचत योजना Image Credit: money9live.com

डाक विभाग ने अपने तमाम पोस्ट ऑफिस के जरिये संचालित होने वाली कुछ लोकप्रिय बचत योजनाओं को अब पूरी तरह पेपरलेस कर दिया है. इससे इन योजनाओं का लाभ अब आसानी से ई-केवाईसी के जरिये उठाया जा सकता है. डाक विभाग की तरफ से देशभर में अपने हजारों पोस्ट ऑफिस के जरिये संचालित होने वाली ये योजनाएं असल में उन लोगों के लिए होती हैं, जिन्हें शेयर बाजार, म्युचुअल फंड या गवर्नमेंट बॉन्ड्स जैसे निवेश पेचीदा लगते हैं. इसके अलावा खासतौर पर छोटी-छोटी रकम के जरिये निवेश करते हैं.

कौनसी-कौनसी योजनाएं शामिल?

डाक विभाग की तरफ से पूरी तरह से डिजिटल की गईं बचत योजनाओं में MIS यानी मासिक आय योजना, TD यानी टर्म डिपोजिट, KVP यानी किसान विकास पत्र और NSC यानी नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट को इसमें शामिल किया गया है. इसके लिए आधार बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल किया जाएगा. यह प्रक्रिया पूरी तरह से पेपरलेस होगी. डाक विभाग ने इन योजनाओं के लिए ई-केवाईसी प्रक्रिया को 23 अप्रैल, 2025 से लागू किया है. डाक विभाग का कहना है कि नए ग्राहकों को जोड़ने के लिए 6 जनवरी, 2025 से बचत खातों के लिए शुरू की गई आधार आधारित ई-केवाईसी की नेशनल पॉलिसी को फॉलो किया जाएगा.

कागज वाला विकल्प भी उपलब्ध

डाक विभाग ने स्पष्ट किया है कि इन बचत योजनाओं को डिजिटल किए जाने का यह मतलब नहीं है कि इन्हें पारंपरिक तरीके से ऑफर किया जाना बंद कर दिया है. डाक विभाग ने बताया कि पारंपरिक तरीके से, जिसमें जमा वाउचर और फॉर्म भरने की प्रक्रिया है, वह अब भी उपलब्ध है. ग्राहक अपनी मर्जी से डिजिटल आधार-आधारित खाता या कागज आधारित खाता खोलने का विकल्प चुन सकते हैं.

कैसे काम करता है आधार ऑथेंटिकेशन

पोस्ट ऑफिस में मौजूद काउंटर पोस्टल असिस्टेंट जब नया खाता खोलने की प्रक्रिया शुरू करता है, तो उसके पास ई-केवाईसी का विकल्प आता है. आधार ऑथेंटिकेशन की सहमति मिलने के बाद सबसे पहले जमाकर्ता का बायोमेट्रिक डाटा जैसे फिंगरप्रिंट लिया जाता है. इसके पीए सिस्टम में खाता से जुड़े सभी जरूरी विवरण, जैसे नाम, योजना का प्रकार और जमा राशि दर्ज करता है. आखिर में सबमिशन से पहले ट्रांजैक्शन को ऑथेंटिकेट करने के लिए दूसरा फिंगरप्रिंट कैप्चर किया जाता है. इसके बाद ग्राहकों को कोई जमा पर्ची भरने की जरूरत नहीं होती है, क्योंकि ई-केवाईसी खाता खोलने के फॉर्म में जमा राशि को अंतिम माना जाता है.

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