Explained: 5 पॉइंट में समझें यूएस-यूक्रेन मिनरल डील, किसे क्या फायदा, रूस को क्या नुकसान?
आखिरकार यूक्रेन ने अमेरिका के साथ मिनरल्स डील को मंजूरी दे दी है. यह वही, डील है जिस पर बात नहीं बनने की वजह से 1 मार्च को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को ट्रंप ने व्हाइट हाउस से बाहर का रास्ता दिखा दिया था. बहरहाल, 5 पॉइंट में जानते हैं कि इस डील के सबसे अहम तथ्य क्या हैं?

फरवरी 2022 से यूक्रेन और रूस में युद्ध जारी है. अमेरिकी हथियारों के दम पर यूक्रेन तीन साल से रूस के सामने टिका हुआ है. लेकिन, इस साल मार्च में जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिले, तो जेलेंस्की ने मिनरल्स डील करने से यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि पहले अमेरिका यूक्रेन की सुरक्षा की गारंटी दे. यूक्रेनी राष्ट्रपति के तेवर को देखते हुए ट्रंप ने उन्हें व्हाइट हाउस से जाने को कह दिया. इसके साथ ही यूक्रेन को दी जा रही हथियारों की मदद भी घटा दी गई, जिससके चलते रूस लगातार हावी हो रहा है. बहरहाल, दो महीने बाद यूक्रेन ने इस डील को स्वीकार कर लिया है. जानते हैं इसमें डील में किसे क्या मिला है?
1. यूक्रेन को नहीं चुकाने होंगे 350 अरब डॉलर
ट्रंप जब सत्ता में आए, तो वे लगातार इस बात पर जोर दे रहे थे कि अमेरिका यूक्रेन से 350 अरब डॉलर की वसूली करेगा. बहरहाल, इस डील के तहत यूक्रेन को यह रकम अब अमेरिका को नहीं चुकानी होगी.
2. मिनरल्स के साथ ऑयल एंड गैस की भी डील
इस सौदे यूक्रेन की खनिज संपदा के साथ ही तेल, प्राकृतिक गैस और अन्य हाइड्रोकार्बन को भी शामिल किया गया है. सभी मामलों में संसाधनों पर यूक्रेन का ही स्वामित्व रहेगी, लेकिन अमेरिका को इन संसाधनों तक सीधे पहुंच मिलेगी. तेल और गैस को इस सौदे में शामिल करना यूक्रेनी के नरम रुख को दिखाता है, क्योंकि पहले यूक्रेन ने इससे इन्कार कर दिया था.
3. यूरोपीय संघ में शामिल होने में अडंगा नहीं
यूक्रेन लंबे समय से यूरोपीय संघ में शामिल होना चाहता है. पिछले साल जून में इस संबंध में औपचारिक चर्चा शुरू हुई. लेकिन, यूक्रेन को चिंता है कि मिनरल डील इसमें बाधा बन सकती है. इसे लेकर अमेरिका ने यूक्रेन को भरोसा दिया है कि इस डील की शर्तें की वजह से अगर यूरोपीय संघ में शामिल होने में बाधा आएगी, तो अमेरिकी सौदे की शर्तों पर फिर से विचार कर सकता है.
4. अमेरिकी की मर्ज से मिलती रहेगी सैन्य मदद
अमेरिका ने यूक्रेन को सैन्य मदद जारी रखने के लिए मिनरल डील को अनिवार्य बताया था. इस तरह यह सौदा होना, यूक्रेन को अमेरिका से सैन्य मदद जारी रहने का भरोसा देता है. हालांकि, अमेरिका अपनी जरूरत के हिसाब से कभी भी सैन्य मदद से इन्कार कर सकता है.
5. प्रॉफिट का यूक्रेन में होगा निवेश
अमेरिका को इस डील से अगले 10 वर्ष तक कोई आर्थिक लाभ नहीं होगा. क्योंकि, मिनरल, ऑयल और गैस से जो भी प्रॉफिट होगा उस पूरे प्रॉफिट का निवेश यूक्रेन में किया जाएगा. हालांकि, 10 वर्ष के बाद प्रॉफिट वाली इस शर्त पर फिर से बातचीत होगी. यूक्रेन का कहना है कि 10 वर्ष बाद प्रॉफिट पार्टनर्स के बीच बांटा जा सकता है.
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