जिंदगी भर नहीं होगी पैसों की टेंशन, न बिगड़ेगा कोई काम; बलवंत जैन के इन टिप्‍स से बनें आत्‍मनिर्भर

आत्मनिर्भरता केवल देश के लिए नहीं, बल्कि हर व्यक्ति के जीवन के लिए भी जरूरी है. स्कूल से लेकर रिटायरमेंट तक, सही वित्तीय फैसलों, बचत, बीमा, निवेश और टेक्नोलॉजी के साथ आत्मनिर्भर बना जा सकता है. पर्सनल फाइनेंस की समझ, जल्दी निवेश, हेल्थ इंश्योरेंस और घर जैसी जरूरतों की प्लानिंग से व्यक्ति भविष्य की अनिश्चितताओं से निपट सकता है.

आत्मनिर्भरता केवल देश के लिए नहीं, बल्कि हर व्यक्ति के जीवन के लिए भी जरूरी है. Image Credit: FREE PIK

How To Become Financially Atmanirbhar: हमारा देश आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है, तो क्यों न हम भी व्यक्तिगत रूप से आत्मनिर्भर बनें और इस यात्रा में पीछे न रहें? आत्मनिर्भर बनने के कई रास्ते हैं, जो जीवन के कई चरण में अपनाए जा सकते हैं . चाहे आप स्कूल, कॉलेज, कामकाजी जीवन या रिटायरमेंट की अवस्था में हों, हर समय आत्मनिर्भर बनने के लिए कुछ ठोस कदम उठाए जा सकते हैं. सबसे जरूरी बात यह है कि आत्मनिर्भरता किसी एक पल में नहीं मिलती, बल्कि यह जीवन भर की समझदारी और सही फैसलों का परिणाम होती है. तो आइए जानते हैं कि जीवन के हर चरण में आत्मनिर्भर कैसे बनें और कैसे बने रहें.

स्कूल से सीखें पर्सनल फाइनेंस

पर्सनल फाइनेंस की एजुकेशन स्कूलों में दी जानी चाहिए, ताकि बच्चों को सेविंग और पैसे का मूल्य के महत्व का पता चल सके. यदि आप इस चरण में नहीं हैं, तो बच्चों को इसकी जानकारी दें ताकि वे जीवन के हर चरण में सही वित्तीय फैसले ले सकें . इसके अलावा, कॉलेज के दिनों में पार्ट-टाइम नौकरी करना एक अच्छा कदम हो सकता है. आप किसी प्रोफेशनल के साथ काम करके पैसे कमाने के साथ-साथ ऐसे अनुभव भी प्राप्त कर सकेंगे जो भविष्य में आपके काम आ सकते हैं .

नौकरी के समय सेविंग पर करें फोकस

अल्बर्ट आइंस्टीन का एक मशहूर कथन है कि “चक्रवृद्धि ब्याज दुनिया का आठवां आश्चर्य है . जो इसे समझता है, वह इससे कमाता है और जो नहीं समझता, वह इसे चुकाता है .” इसलिए बहुत जल्दी बचत शुरू करना जरूरी है ताकि ब्याज का लाभ कमाया जा सके. जैसे कि 20 साल की उम्र में 5,000 रुपये हर महीने निवेश करने पर आप 60 की उम्र तक 5.88 करोड़ रुपये जमा कर सकते हैं. वहीं, अगर कोई 30 या 40 की उम्र में निवेश शुरू करता है, तो उसे बहुत ज्यादा पैसे निवेश करने होंगे. यानी, आत्मनिर्भर बनने के लिए जल्दी सेविंग की शुरुआत करनी चाहिए.

लाइफ इंश्योरेंस जरूर खरीदें

आपको जीवन बीमा लेना ही चाहिए, ताकि आपके परिवार वालों को वित्तीय सुरक्षा मिल सके. साथ ही, आपको क्रिटिकल इलनेस बीमा भी लेना चाहिए, ताकि गंभीर बीमारियों की स्थिति में भी आपकी वित्तीय स्थिति मजबूत बनी रहे. युवावस्था में हेल्थ इंश्योरेंस न लेना सामान्य हो सकता है, लेकिन जब बुढ़ापे में इलाज का खर्च बढ़ेगा, तो यह बीमा बहुत काम आएगा.

घर जरूर खरीदें

अपना घर खरीदने से रिटायरमेंट के बाद आपके खर्चे कम हो जाएंगे. इसके साथ ही आपको टैक्स बचत का भी फायदा होगा. इसलिए हमें प्रयास करना चाहिए कि कमाते समय हम घर जरूर खरीदें, चाहे इसके लिए आपको लोन ही क्यों न लेना पड़े.

रिटायरमेंट फंड से न करें छेड़छाड़

जो लोग नौकरी करते हैं और PF या NPS में योगदान करते हैं, उन्हें यह राशि सिर्फ रिटायरमेंट के लिए सुरक्षित रखनी चाहिए. इसे किसी अन्य काम के लिए न निकालें. यदि ऐसा करते हैं, तो भविष्य में रिटायरमेंट के लिए आपको बहुत मुश्किलें आ सकती हैं.

जीते जी न करें संपत्ति का ट्रांसफर

अपनी संपत्ति का उत्तराधिकार सोच-समझकर तय करें. अपनी संपत्ति बच्चों को जीते जी न दें, बल्कि वसीयत बनाएं ताकि आपकी संपत्ति आपकी इच्छानुसार ही बांटी जा सके. अगर आपने पर्याप्त बचत नहीं की है, तो अपने घर पर रिवर्स मॉर्गेज का लाभ लें. इससे आप अपने घर के बदले हर माह 50,000 रुपये तक पा सकते हैं.

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टेक-सेवी बनें

आजकल स्मार्टफोन से आप लगभग सब कुछ कर सकते हैं, जैसे बिल भरना, किराना मंगवाना आदि. इसे सीखना बहुत आसान है और रिटायरमेंट के बाद आपको आत्मनिर्भर बनाए रखने में मदद करेगा, खासकर जब आप घर में ही रहें.

व्यायाम करें और स्वास्थ्य पर ध्यान दें

आपकी पहली प्राथमिकता अपने शरीर के प्रति होनी चाहिए. रेगुलर फिजीकल व्यायाम से आप फिट और स्वस्थ रहेंगे और दिन-प्रतिदिन के कामों के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहेंगे. इस तरह से, जीवन के हर चरण में छोटे-छोटे कदम उठाकर आप आत्मनिर्भर बन सकते हैं और बने रह सकते हैं.