गैर-कानूनी है शादी, तो क्या बच्चे को मिलेगा बाप-दादा की संपत्ति पर अधिकार? जानें क्या कहता है कानून
Property Rights: अगर माता-पिता की शादी को कानूनी मान्यता नहीं मिली है, तो भी बच्चे अपने पिता की संपत्ति के हकदार हो सकते हैं. हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 के तहत ऐसे बच्चों को वैध संतान माना जाता है और उन्हें पिता की संपत्ति में अधिकार मिलता है.
Property Rights: संपत्ति पर अधिकार को लेकर नियम और कानून की जानकारी रखना बहुत जरूरी है, खासकर आपको अपने घर की स्थिति के हिसाब से सारे दांव पेंच समझ लेने चाहिए. प्रॉपर्टी राइट्स की जानकारी न होने की वजह से आप कोर्ट-कचहरी में फंस सकते हैं. हम यहां जिस सवाल के जवाब पर बात करेंगे वो ये है कि अगर आपके माता-पिता की शादी हिंदू कानून के तहत मान्य नहीं थी, तो क्या आप अपने दिवंगत पिता की संपत्ति के हकदार हो सकते हैं? आइए इसे समझते हैं.
मिलेगा संपत्ति का अधिकार
अगर आप ऐसे घर में पैदा हुए हैं जहां आपके माता-पिता की शादी को कानूनी रूप से मान्यता नहीं मिली है या शादी अमान्य है, क्योंकि शादी के वक्त पति-पत्नी में से किसी की पहले से शादी हुई हो, शादी को बाद में कोर्ट ने रद्द किया हो या कोई भी वजह हो सकती है. ऐसी स्थिति में भी आप अपने पिता की संपत्ति में हिस्सा पा सकते हैं. यह हक हिंदू मैरिज एक्ट यानी हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 के तहत आपको दिया गया है.
इस कानून के अनुसार, ऐसे विवाह से जन्मे बच्चे को लेजिटिमेट चाइल्ड यानी वैध संतान माना जाता है.
लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि आपको सिर्फ अपने पिता की संपत्ति में अधिकार मिलेगा. आप दादा-दादी या अन्य रिश्तेदारों की संपत्ति में तभी अधिकार पा सकते हैं जब उनकी वसीयत में आपका नाम विशेष रूप से लिखा हो.
HUF- हिंदू अविभाजित परिवार को लेकर नियम
अब बात करते हैं पैतृक या HUF (हिंदू अविभाजित परिवार) की संपत्ति की बात करें तो, अगर आपके पिता उस परिवार में एक सदस्य (कॉपार्सनर या कर्ता) थे, तो आपको कॉपार्सनर का दर्जा नहीं मिलेगा. लेकिन आपके पिता के हिस्से पर आपका अधिकार जरूर बनता है.
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ध्यान रहे, यह व्यवस्था हिंदू विवाह अधिनियम के अंतर्गत वैध माने गए बच्चों पर ही लागू होती है. मतलब हिंदू विवाह अधिनियम के मुताबिक, अगर आपका जन्म माता-पिता की शादी के बाद हुआ है भले ही शादी को कानूनी मान्यता नहीं मिले तो भी आपको वैध बच्चा माना जाएगा दोनों की संपत्ति पर अधिकार भी मिलेगा.
लेकिन अगर आपके मां-बाप ने शादी ही न की हो जैसे अगर वे लिव-इन में रहे हो तो आपका पिता की संपत्ति पर अधिकार नहीं रहता केवल मां की संपत्ति मिलती है.