सिल्वर ने एक साल में दिया 43% का रिटर्न, गोल्ड और सेंसेक्स को पछाड़ा, क्या अब भी कर सकते हैं निवेश?
1 जनवरी 2024 को अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमत 23.95 डॉलर थी, जो गुरुवार 24 अक्टूबर को 34.25 डॉलर प्रति आउंस रही. इस तरह ईयर टू डेट (YTD) के लिहााज से देखें, तो एक साल में चांदी के दाम में 43% का उछाल आ चुका है. क्या चांदी निवेश के लिए अब भी एक अच्छा विकल्प है, आइए जानते हैं.
अतीत के मिथकों को दरकिनार करते हुए सिल्वर ने इस साल अंतरराष्ट्रीय बाजार की कीमतों के लिहाज से देखें, तो 43% का धुआंधार रिटर्न दिया है. जबकि, गोल्ड ने 32% का रिटर्न दिया है. वहीं, भारतीय शेयर बाजार के ब्लू चिप इंडेक्स सेंसेक्स ने इस दौरान महज 10% का ही रिटर्न दिया है. अनिश्चितता भरे वैश्विक हालात के बीच निवेशक ऐसे सुरक्षित और अच्छे निवेश विकल्पों की तलाश में रहते हैं, जिनसे उनके पोर्टफोलियो की चमक बरकरार रहे. ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या सिल्वर में अब भी निवेश करना फायदेमंद है.
डायवर्सिफिकेशन में मददगार
सिल्वर के दाम मौजूदा स्तर से कितना आगे बढ़ेंगे, यह तो शर्तिया नहीं बताया जा सकता, लेकिन पोर्टफोलिया के डायवर्सिफिकेशन के लिहाज से सिल्वर में इन्वेस्ट करना एक समझदारी भरा फैसला होगा, इसमें कोई शक नहीं है. किसी भी इन्वेस्टर को अपने पोर्टफोलियो को अलग-अलग तरह के जोखिमों को ध्यान में रखकर डायवर्सिफाई करना चाहिए. इस नजरिये से सिल्वर में मौजूदा स्तर से निवेश शुरू कर हर डिप पर एवरेजिंग की जा सकती है.
गिरावट पर खरीदें सिल्वर
विश्लेषकों का मानना है कि निवेशकों अगले 1 से 3 महीने के दौरान हर गिरावट पर सिल्वर की खरीदारी कर सकते हैं और अपने पोर्टफोलियो का 3 से 5% हिस्सा इसमें लगा सकते हैं. भारतीय बाजार की कीमत के लिहाज से देखें, तो इस साल चांदी ने 1 लाख प्रति किलोग्राम के स्तर को छू लिया है. इस तरह चांदी की कीमत में 33.65% की वृद्धि हो चुकी है.
सेंसेक्स-निफ्टी के YTD को एक महीने में पीटा
पिछले एक महीने में ही चांदी की कीमत में 12.5% की वृद्धि हुई है. इस तरह चांदी ने सेंसेक्स और निफ्टी के ईयर टू डेट से ज्यादा रिटर्न महज एक महीने में दिया है.
क्यों बढ़ रहे चांदी के दाम
सिल्वर का इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल, बैटरी और सेमीकंडक्टर में व्यापक स्तर पर उपयोग होता है. इस तरह यह आधुनिक प्रौद्योगिकी में एक अहम घटक है. इसके अलावा फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दर में कटौती की संभावना बढ़ने से भी चांदी में निवेश बढ़ रहा है.
क्या है विशेषज्ञों की राय
एलकेपी सिक्योरिटीज के कमोडिटी एंड करेंसी, रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी कहते हैं कि सिल्वर में निवेश का अच्छा विकल्प है. इसकी औद्योगिक मांग और एक कीमती धातु के रूप में स्थिति से निवेशकों को दोहरा लाभ मिल सकता है. भारतीया बाजार में चांदी का भावा 1 लाख रुपये प्रति किलो के अहम तकनीकी ब्रेकआउट से पार हो गया है. इसके अलावा कॉमेक्स सिल्वर भी 34 डॉलर से पार है. इसके बाद भी सिल्वर में फिलहाल गोल्ड की तुलना में ज्यादा बढ़ने की क्षमता है. खासतौर पर चीन की इंडस्ट्री जैसे ही पटरी पर लौटेगी, तो मौजूदा लेवल्स से भी 15-30% की तेजी इसमें आ सकती है. इस तरह निवेशकों के लिए यह एक आकर्षक विकल्प है.
कैसा रहा आज कारोबार
गुरुवार को भारतीय बाजार में गोल्ड और सिल्वर दोनों की कीमतों में मामूली गिरावट देखने को मिली. 24 कैरेट गोल्ड की कीमतों में जहां 300 रुपये की कमी आई. वहीं, चांदी के भाव में 1,000 रुपये कम हुए. गोल्ड की कीमत जहां 81,200 रुपये प्रति 10 ग्राम रही, वहीं चांदी 1.01 लाख रुपये प्रति किलो पर बंद हुई.