30 अक्टूबर को होगा जेवर एयरपोर्ट का उद्घाटन, मिला सिक्योरिटी क्लीयरेंस; दिसंबर से शुरू होंगी उड़ानें
जेवर स्थित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) को सिक्यूरिटी क्लीयरेंस मिल गई है और इसका उद्घाटन 30 अक्टूबर को होगा. नागरिक उड्डयन मंत्री के अनुसार, उद्घाटन के 45 दिनों के भीतर उड़ानें शुरू हो जाएंगी. पहले चरण में एयरपोर्ट से 10 शहरों के लिए उड़ानें संचालित होंगी. शुरुआत में घरेलू और कार्गो फ्लाइट्स चलेंगी, जिससे हर साल 1.2 करोड़ यात्रियों की सुविधा होगी.
Jewar Airport: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जेवर में बनने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) से जल्द ही उड़ानें शुरू होने वाली हैं. इसी बीच नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो ने NIA को हवाई क्षेत्र की सुरक्षा मंजूरी दे दी है, जिससे इस साल के अंत तक एयरपोर्ट शुरू होने का रास्ता साफ हो गया है. सोमवार को दी गई यह मंजूरी, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से हवाई अड्डा लाइसेंस प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण शर्त है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इस एयरपोर्ट को कई बार देरी का सामना करना पड़ा है.
अब इसका उद्घाटन अप्रैल 2025 के बजाय नवंबर के अंत या दिसंबर की शुरुआत में होने की उम्मीद है. आमतौर पर नए हवाई अड्डों पर उड़ानें उद्घाटन के चार से छह हफ्ते बाद शुरू होती हैं.
एयरपोर्ट कम विजिबिलिटी से निपटने की कर रहा तैयारी
उत्तर भारत में दिसंबर के अंत से कोहरा शुरू होता है, इसलिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) शुरुआत से ही कम विजिबिलिटी से निपटने की तैयारी कर रहा है. एयरपोर्ट के एक प्रवक्ता ने बताया कि NIA को पहले चरण में CAT-III इंफ्रास्ट्रक्चर से लैस किया जा रहा है, जो कम विजिबिलिटी में भी सुरक्षित एयरक्राफ्ट ऑपरेशन की सुविधा देगा. CAT-III रनवे कम विजिबिलिटी में लैंडिंग की अनुमति देते हैं.
CAT-IIIA तब काम करता है जब विजिबिलिटी 300–175 मीटर हो, और CAT-IIIB तब जब विजिबिलिटी 175–50 मीटर हो. DGCA इन सिस्टम्स का परीक्षण और सर्टिफिकेशन एयरपोर्ट शुरू होने से पहले करेगा. हालांकि NIA खुले मैदानों के बीच है, सर्दियों में कोहरे की वजह से विजिबिलिटी की समस्या हो सकती है. हालांकि, भविष्य में आसपास शहरी विकास होने पर यह स्थिति सुधर सकती है, जैसा कि भारत के अन्य प्रमुख हवाई अड्डों में हुआ है.
घरेलू और कार्गो फ्लाइट्स की होगी शुरुआत
शुरुआत में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) घरेलू और कार्गो फ्लाइट्स के लिए काम करेगा और यह हर साल 1.2 करोड़ यात्रियों को संभाल सकेगा. टर्मिनल-1 को और बड़ा करके इसकी क्षमता 3 करोड़ यात्री प्रति वर्ष की जाएगी. भविष्य में एक और रनवे और टर्मिनल बनाए जाएंगे, जिससे यह क्षमता पहले 5 करोड़ और फिर 7 करोड़ यात्री प्रति वर्ष तक बढ़ जाएगी.
उत्तर प्रदेश सरकार की NIA के लिए बड़ी योजनाएं हैं, जिनमें और रनवे तथा टर्मिनल बनाने का प्रस्ताव शामिल है. दिल्ली के IGI एयरपोर्ट ने भी इसी तरह विकास किया था, जहां 1962 में सफदरजंग एयरपोर्ट से उड़ानें स्थानांतरित होने के बाद, बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए नए रनवे और टर्मिनल जोड़े गए.
पहले चरण में 10 शहरों को जोड़ने का प्लान
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने बुधवार को कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जेवर में बनने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन 30 अक्टूबर को किया जाएगा. उन्होंने कहा कि उद्घाटन के 45 दिनों के भीतर उड़ानें शुरू हो जाएंगी. नायडू ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि हम हवाई अड्डे के उद्घाटन को जल्दी करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि यह जल्द हो सके, और अभी हमने 30 अक्टूबर की तारीख तय की है.
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ानों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर नायडू ने कहा कि एयरलाइन कंपनियों का मानना है कि इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि पहले चरण में जेवर एयरपोर्ट से कम से कम 10 शहरों को जोड़ा जाएगा.
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