अनिल अंबानी की बढ़ी ताकत, 300 करोड़ की पूंजी से प्रमोटर ग्रुप ने दिखाया भरोसा, रिलायंस इंफ्रा के शेयर उछले

अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर के शेयरों में आज अच्‍छी तेजी देखने को मिली, इसकी वजह प्रमोटर ग्रुप का कंपनी में 300 करोड़ का निवेश है. 2024 में शुरु किए गए प्रेफरेशियल इश्‍यू के तहज जारी किए गए वारंट्स नियमों के तहत प्रमोटर कंपनी ने बची हुई रकम का भुगतान किया है, जिसे इक्विटी शेयरों में तब्‍दील कर अलॉट किया गया है.

अनिल अंबानी Image Credit: Money9 Live

Reliance Infra Allots Shares to promotor group: अनिल अंबानी की किस्‍मत के सितारे आजकल बु‍लंदियों पर है. यही वजह है कि उनकी दोनों दोनों प्रमुख कंपनियां रिलायंस इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर और रिलायंस पावर दोनों ही बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं. इतना ही नहीं प्रमोटरों का भी उन पर भरोसा बढ़ा है. जिसके चलते प्रमोटर ग्रुप ने 300 करोड़ रुपये डाले हैं. रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने घोषणा की कंपनी ने अपने प्रमोटर ग्रूप की इकाई रिसी इन्फिनिटी प्राइवेट लिमिटेड को 1.25 करोड़ फुली पेड-अप इक्विटी शेयर 240 रुपये प्रति शेयर (230 रुपये के प्रीमियम सहित) पर अलॉट किए हैं. प्रमोटर ग्रुप के इस बड़े निवेश का असर रिलायंस इंफ्रा के शेयरों पर भी देखने को मिला.

Reliance Infra के उछले शेयर

रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों ने 18 जून की सुबह शानदार शुरुआत की. ये 3% की तेजी के साथ 377.70 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गए. प्रमोटरों के फंड डालने से रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में ये उछाल देखने को मिला. कंपनी ने घोषणा की है कि यह पूंजी अक्टूबर 2024 में शुरू किए गए प्रेफरेंशियल इश्यू का हिस्सा है.

तब कंपनी ने 12.56 करोड़ वारंट्स जारी किए थे, जिनका कुल मूल्य 3,014.40 करोड़ रुपये था. इन वारंट्स के नियमों के तहत, सब्सक्रिप्शन के समय 25% राशि का अग्रिम भुगतान करना था, और बाकी 75% राशि 18 महीनों के भीतर चुकानी थी. अब रिसी इन्फिनिटी ने 1.25 करोड़ वारंट्स के लिए बाकी 75% राशि का भुगतान कर दिया, जिसके बाद इन्हें 1.25 करोड़ इक्विटी शेयरों में बदल दिया गया है.

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कंपनी की सॉलिड है तैयारी

कंपनी ने अपनी रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि यह पूंजी निवेश कंपनी की विकास गति को और मजबूत करेगा. इससे वित्तीय लचीलापन बढ़ेगा और विकास को समर्थन मिलेगा. प्रमोटरों की ओर से डाली गई इस पूंजी का इस्‍तेमाल भविष्य के अवसरों का फायदा उठाने के लिए किया जाएगा. इतना ही नहीं यह पूंजी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर को अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने और इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस, और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में नए मौकों को भुनाने में भी मदद करेगी.