Pi Coin के अलावा ये हैं वे टॉप 5 Crypto Currency, जिनकी माइनिंग कर छाप सकते हैं पैसा
Crypto Mining एक आसान तरीका है, जिससे आप बिना खरीदे क्रिप्टो करेंसी हासिल कर सकते हैं. यहां जानते उन टॉप 5 क्रिप्टो करेंसीज के बारे में जिनकी आप भारत में रहकर सिर्फ मोबाइल और कंप्यूटर के जरिये आसानी से मानिंग कर पैसे छाप सकते हैं.
Crypto Mining असल में एक कंप्यूटेशनल प्रॉसेस है, जिसमें जटिल गणितीय तर्कों के आधार पर किसी लेनदेन को वैरिफाई करते हुए ब्लॉकचेन लेजर में जोड़ा जाता है. जब यह प्रक्रिया चलती है, तो ब्लॉकचेन में नए ब्लॉक जुड़ते हैं. इस कंप्युटेशनल प्रॉसेस के लिए समय और ऊर्जा की खपत करने के इनाम के तौर पर माइनर्स को क्रिप्टो नेटवर्क के टोकन मिलते हैं, जिन्हें क्रिप्टो करेंसी कहा जाता है.
माइनिंग की भूमिका अहम क्यों?
कोई क्रिप्टो नेटवर्क कितना डिसेंट्रलाइज्ड है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि उसकी टोटल सप्लाई का कितना हिस्सा माइनिंग के लिए छोड़ा गया है. मोटे तौर पर ज्यादातर क्रिप्टो करेंसी पेमेंट की व्यवस्था को डिसेंट्रलाइज्ड बनाने के विचार पर काम करती हैं. माइनिंग किसी भी ब्लॉकचेन सिस्टम को डिसेंट्रलाइज्ड, ट्रांसपेरें और सिक्योर बनाने के लिए जरूरी है.
कितनी तरह से होती है माइनिंग
मोटे तौर पर माइनिंग करने के तीन तरीके हैं.पहला तरीका है CPU माइनिंग, दूसरी GPU माइनिंग और तीसरा तरीका है ASIC माइनिंग.
- CPU माइनिंग में क्रिप्टोकरेंसी के ब्लॉकचेन ट्रांजेक्शन वैरिफाई करने के लिए कंप्यूटर या मोबाइल के CPU यानी सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट का इस्तेमाल किया जाता है. यह सबसे आसान और सुलभ तरीका है. हालांकि, एफिशिएंसी के हिसाब से सबसे कम कुशल तरीका है.
- GPU यानी ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट के जरिये माइनिंग में कंप्यूटर की ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट का इस्तेमाल किया जाता है. यह तरीका CPU माइनिंग की तुलना में ज्यादा एफिशिएंट होता है.
- ASIC यानी एप्लिकेशन-स्पेसिफिक इंटीग्रेटेड सर्किट माइनिंग असल में क्रिप्टो माइनिंग का सबसे ज्यादा एफिशिएंट तरीका है. इसमें कस्टमाइज किए गए हार्डवेयर का इस्तेमाल और सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करता है. इसका इस्तेमाल बिटकॉइन जैसी करेंसी की माइनिंग में किया जाता है, ताकि कॉस्ट टू बेनिफिट रेश्यो के हिसाब से माइनिंग प्रॉफिटेबल बनी रहे.
2025 में माइनिंग के लिए टॉप क्रिप्टो करेंसी
किसी भी ब्लॉकचेन नेटवर्क में माइनिंग सबसे अहम हिस्सा होता है यहां उन टॉप 5 क्रिप्टो करेंसी के बारे में बता रहे हैं, जिनकी आप भारत में रहकर माइनिंग कर सकते हैं. इस लिस्ट में पहला नाम Bitcoin का आता है. इसके अलावा Dogecoin, Litecoin, Ethereum Classic और Zcash शामिल हैं.
- BTC: बिटकॉइन
बिटकॉइन मार्केट कैप के हिसाब से फिलहाल दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी है. इसकी कोडिंग बेहद जटिल है, हालांकि इसके बाद भी अपनी कीमत की वजह से यह आज भी माइनर्स के लिए टॉप चॉइस है. बिटकॉइन की माइनिंग रेट हर साल आधी हो जाती है. ऐसे में यह ASIC माइनिंग करने वालों के लिए उपयुक्त है. - DOGE: डॉगकॉइन
यह एक मीम कॉइन है, जो प्रति ब्लॉक 10,000 DOGE का माइनिंग रिवार्ड देती है. इसकी एक बड़ी ग्लोबल कम्युनिटी है. डॉगकॉइन का मासिक लेनदेन 1 अरब डॉलर से ज्यादा का है. इसकी माइनिंग बेहद आसान है. डॉगकॉइन ऐसे लोगों के लिए उपयुक्त है, जो कम्युनिटी एक्टिविटी में शामिल रहें. - LTC: लाइटकॉइन
लाइटकॉइन को क्विक पीयर-टू-पीयर ट्रांजेक्शन के लिए जाना जाता है. यह प्रति ब्लॉक 6.25 LTC का भुगतान करता है. इसके अलावा इसका ब्लॉक कन्फर्मेशन बिटकॉइन की तुलना में पांच गुना तेज है. इसकी माइनिंग मोबाइल या कंप्युटर से थोड़ी मुश्किल है. लेकिन, ASIC से लाइटकॉइन की माइनिंग की जा सकती है. - ETC: एथेरियम क्लासिक
एथेरियम क्लासिक प्रति ब्लॉक माइनिंग रिवॉर्ड के तौर पर 2.048 ETC देता है. कोडिंग और माइनिंग के कठिनाई स्तर में यह मध्यम दर्जे का है. यह GPU या ASIC माइनर्स के लिए उपयुक्त है. यह दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो नेटवर्क में से एक है. 8,000 से अधिक एक्टिव नोड्स और 10 लाख डेली ट्रांजेक्शन वाले इस कॉइन की माइनिंग खासी प्रॉफिटेबल हो सकती है. - ZEC: जीकैश
Zcash एक प्राइवेसी पर फोकस्ड क्रिप्टोकरेंसी है, जो प्रति ब्लॉक 1.5625 ZEC का माइनिंग रिवॉर्ड देती है. इसे GPU या ASIC के जरिये आसानी से माइन किया जा सकता है. Zcash मजबूत क्रिप्टोग्राफिक मैथड से यूजर्स को सिक्योर रखने पर ध्यान देती है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.