ट्रंप टैरिफ से बेहाल क्रिप्टो बाजार, चीनी आयात पर 100% टैरिफ लगाते ही 12.24% तक की गिरावट; 9.5 अरब डॉलर का नुकसान

बिटकॉइन और इथेरियम की कीमतें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक बड़े फैसले के बाद तेजी से गिर गईं. सुबह 6:10 बजे तक, बिटकॉइन की कीमत 7.60 फीसदी गिरकर 112592.31 डॉलर हो गई और इथेरियम की कीमत 12.24 फीसदी गिरकर 3845.92 डॉलर हो गई. ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर एक पोस्ट में कहा कि चीन ने बहुत आक्रामक रवैया अपनाया है.

ट्रंप टैरिफ से बेहाल क्रिप्टो बाजार Image Credit: Money 9 Live

Crypto price drops: बिटकॉइन और इथेरियम की कीमतें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक बड़े फैसले के बाद तेजी से गिर गईं. ट्रंप ने 10 अक्टूबर को कहा कि वह चीन से आने वाले सभी महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर पर 100 फीसदी टैरिफ लगाएंगे. इसका मतलब है कि चीन से आयात होने वाले सामान पर दोगुना कर देना होगा. यह फैसला चीन के एक कदम के जवाब में आया, जिसमें उसने rare earth minerals के निर्यात पर रोक लगाने की घोषणा की. ये rare earth minerals टेक्नोलॉजी और दूसरी चीजें बनाने में बहुत जरूरी होती हैं.

सुबह 6:10 बजे तक, बिटकॉइन की कीमत 7.60 फीसदी गिरकर 112592.31 डॉलर हो गई और इथेरियम की कीमत 12.24 फीसदी गिरकर 3845.92 डॉलर हो गई. CoinMarketCap के आंकड़ों के अनुसार, बिटकॉइन में 9.5 अरब डॉलर का नुकसान हुआ क्योंकि यह 120000 डॉलर के स्तर पर टिक नहीं पाया.

क्रिप्टो मार्केट में इतनी गिरावट क्यों?

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर एक पोस्ट में कहा कि चीन ने बहुत आक्रामक रवैया अपनाया है. चीन ने 1 नवंबर 2025 से अपने सभी प्रोडक्ट, खासकर रेयर अर्थ, के निर्यात पर सख्त नियंत्रण की घोषणा की. ये रेयर अर्थ पूरी दुनिया में टेक्नोलॉजी और दूसरी चीजें बनाने में इस्तेमाल होती हैं. ट्रंप ने इसे अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए अनुचित और गलत बताया.

ट्रंप ने लिखा, “चीन ने दुनिया को एक बहुत ही आक्रामक पत्र भेजा है, जिसमें कहा गया है कि वे 1 नवंबर 2025 से अपने सभी उत्पादों पर बड़े पैमाने पर निर्यात नियंत्रण लगाएंगे. यह सभी देशों पर लागू होगा, और यह एक बहुत पुरानी योजना का हिस्सा है. यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार में पहले कभी नहीं हुआ और यह नैतिक रूप से गलत है.”

ट्रंप ने जवाब में कहा कि अगर चीन ऐसा करता है, तो अमेरिका भी 1 नवंबर 2025 से (या उससे पहले, अगर चीन ने कोई और कदम उठाया) चीन से आने वाले सभी महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर पर 100 फीसदी टैरिफ लगाएगा. इसका मतलब है कि चीन से आने वाले सामान बहुत महंगे हो जाएंगे. साथ ही, अमेरिका भी कुछ सॉफ्टवेयर के निर्यात पर नियंत्रण लगाएगा.

इसका क्रिप्टो मार्केट पर असर

चीन और अमेरिका के बीच यह व्यापारिक तनाव क्रिप्टो मार्केट के लिए बुरी खबर साबित हुआ. निवेशकों को डर है कि यह टैरिफ और निर्यात नियंत्रण टेक्नोलॉजी और क्रिप्टो माइनिंग पर असर डालेगा, क्योंकि रेयर अर्थ क्रिप्टो माइनिंग के उपकरण बनाने में जरूरी हैं. इस डर से लोग बिटकॉइन और इथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी बेचने लगे, जिससे उनकी कीमतें तेजी से गिरीं.

क्या है पूरा मामला?

Data Source: Coin DCX, CoinMarketCap

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