Closing Bell: लगातार चौथे दिन लाल निशान में बाजार बंद, निवेशकों के 3 लाख करोड़ स्वाहा; ऑटो शेयर भी टूटे
Closing Bell: कमजोर वैश्विक संकेत, डॉलर में तेजी, वैल्यूएशन को लेकर बनी चिंता, एफआईआई की बिकवाली और ट्रंप के टैरिफ के कारण बाजार में लगातार चौथे सत्र में गिरावट रही.
Closing Bell: कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते बुधवार 24 सितंबर को भारतीय शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ बंद हुआ. सेंसेक्स 386.47 अंक या 0.47 फीसदी की गिरावट के साथ 81,715.63 पर और निफ्टी 112.60 अंक या 0.45 फीसदी की गिरावट के साथ 25,056.90 पर बंद हुआ. लगभग 1535 शेयरों में तेजी, 2445 शेयरों में गिरावट और 143 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ.
टॉप गेनर्स और लूजर्स
निफ्टी पर सबसे अधिक गिरावट टाटा मोटर्स, विप्रो, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, जियो फाइनेंशियल, हीरो मोटोकॉर्प में रही, जबकि बढ़त वाले शेयरों में एचयूएल, नेस्ले, एनटीपीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील और पावर ग्रिड शामिल रहे.
निफ्टी 50 इंडेक्स पर 34 शेयर लाल निशान में बंद हुए. टाटा मोटर्स (2.62 फीसदी नीचे), बीईएल (2.16 फीसदी नीचे) और जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (2.02 फीसदी नीचे) के शेयर सबसे ज्यादा नुकसान में रहे.
पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन (1.68 फीसदी ऊपर), एचयूएल (1.36 फीसदी ऊपर) और एनटीपीसी (1.31 फीसदी ऊपर) के शेयर निफ्टी इंडेक्स में टॉप गेनर्स वाले शेयरों के रूप में बंद हुए.
सेक्टोरल इंडेक्स
निफ्टी एफएमसीजी (0.18 प्रतिशत ऊपर) को छोड़कर, सभी सेक्टोरल इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए, जिसमें निफ्टी रियल्टी (2.49 फीसजी नीचे) सबसे अधिक गिरावट के साथ बंद हुआ. निफ्टी ऑटो (1.15 फीसदी नीचे), प्राइवेट बैंक (0.86 फीसदी नीचे), मीडिया (0.81 फीसदी नीचे) और आईटी (0.72 फीसदी नीचे) में भारी गिरावट दर्ज की गई. निफ्टी बैंक में 0.70 फीसदी की गिरावट आई, जबकि फाइनेंशियल सर्विस इंडेक्स में 0.64 फीसदी की गिरावट आई.
3 लाख करोड़ स्वाहा
निवेशकों को एक ही सत्र में लगभग 3 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, क्योंकि बीएसई-लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप पिछले सत्र के 463.6 लाख करोड़ रुपये से घटकर लगभग 460.6 लाख करोड़ रुपये रह गया.
52 वीक के हाई पर शेयर
बीएसई पर 170 से ज्यादा शेयरों ने अपने 52 वीक के हाई लेवल को छुआ, जिनमें टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्प, इंडियन बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील, असाही इंडिया, केनरा बैंक, आधार हाउसिंग, मारुति सुजुकी, अंबर एंटरप्राइजेज, मुथूट फाइनेंस, आदित्य बिड़ला कैपिटल, बजाज फाइनेंस, एसबीआई, टाटा स्टील व अन्य शामिल हैं.