Closing Bell: सेंसेक्स 400 अंक उछला और निफ्टी 25100 के ऊपर बंद, निवेशकों ने कमाए 2 लाख करोड़; मेटल-फॉर्मा चमके

Closing Bell: सितंबर तिमाही के नतीजों के मौसम की शुरुआत से पहले अलग-अलग सेक्टर्स में खरीदारी की गतिविधियों के चलते गुरुवार, 9 अक्टूबर को भारतीय शेयर बाजार अच्छी बढ़त के साथ बंद हुआ. आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी टीसीएस गुरुवार को अपनी दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित करेगी.

शेयर मार्केट में तेजी. Image Credit: Tv9 Network

Closing Bell: गुरुवार को भारतीय शेयर बाजारों में तेजी रही. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के तिमाही नतीजों से पहले आईटी शेयरों में बढ़त के चलते सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी आई. सेक्टोरल तनाव कम होने की उम्मीद और विदेशी निवेशकों के नए सिरे से निवेश आने की उम्मीद ने भी सेंटीमेंट को मजबूत किया.

सेंसेक्स 398.44 अंक या 0.49 फीसदी बढ़कर 82,172.10 पर और निफ्टी 135.65 अंक या 0.54 फीसदी बढ़कर 25,181.80 पर बंद हुआ. लगभग 2015 शेयरों में तेजी आई, 1978 शेयरों में गिरावट आई और 159 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ

सितंबर तिमाही के नतीजों के मौसम की शुरुआत से पहले अलग-अलग सेक्टर्स में खरीदारी की गतिविधियों के चलते गुरुवार, 9 अक्टूबर को भारतीय शेयर बाजार अच्छी बढ़त के साथ बंद हुआ. आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी टीसीएस गुरुवार को अपनी दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित करेगी.

टॉप गेनर्स और लूजर्स

निफ्टी पर सबसे अधिक तेजी वाले शेयरों की लिस्ट में एचसीएल टेक्नोलॉजीज, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा स्टील, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, इंटरग्लोब एविएशन शामिल नजर आए. जबकि सबसे अधिक गिरावट टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक, मारुति सुजुकी, टाइटन कंपनी और भारती एयरटेल में हुआ.

सेक्टोरल इंडेक्स

सेक्टोरल मोर्चे पर, फार्मा, ऑयल एंड गैस, रियल्टी, मेटल, पीएसयू बैंक आईटी में 0.5-1 फीसदी की वृद्धि हुई. गुरुवार के मजबूत कारोबार में मेटल सेक्टर के शेयरों में सबसे अधिक तेजी आई, जिससे मार्केट कैप में 3.13% की वृद्धि हुई. इसके बाद बेवरेजेज के शेयरों का स्थान रहा, जिसके बाद आयरन एवं स्टील सेक्टर के शेयरों का स्थान रहा, और माइनिंग क्षेत्र के शेयरों का स्थान रहा.

बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स स्थिर रहा.

2 लाख करोड़ की कमाई

निवेशकों ने एक ही सत्र में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की, क्योंकि बीएसई-लिस्टेड फर्मों का मार्केट कैप पिछले सत्र में लगभग 458 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 460 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया.

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