कैश की ढेर पर बैठी हैं ये तीन रेलवे कंपनियां, ना के बराबर कर्ज, 5 साल में दे चुकी 1258% तक मल्टीबैगर रिटर्न

भारतीय शेयर बाजार में रेलवे सेक्टर एक बार फिर निवेशकों की पसंद बनता नजर आ रहा है. मजबूत बैलेंस शीट, भारी कैश रिजर्व और लगभग शून्य कर्ज के साथ IRCTC, RVNL और RITES जैसी कंपनियां स्थिरता के साथ तेज ग्रोथ का संकेत दे रही हैं. बढ़ते रेलवे बजट और इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार से इन स्टॉक्स से लंबी अवधि में शानदार रिटर्न की उम्मीद की जा सकती है.

Debt free stocks Image Credit: @AI/Money9live

Debt Free Railway Stocks: भारतीय शेयर बाजार में रेलवे सेक्टर तेजी से उभर रहा है, खासकर उन कंपनियों के साथ जो मजबूत बैलेंस शीट पर टिकी हैं. अगर आप एक ऐसे निवेश की तलाश में हैं जो स्थिरता के साथ ग्रोथ का वादा करे, तो IRCTC, Rail Vikas Nigam (RVNL) और RITES जैसी कंपनियां आपके लिए परफेक्ट हो सकती हैं. इनके पास मार्च-सितंबर 2025 तक कुल मिलाकर 5,630 करोड़ रुपये से ज्यादा का कैश रिजर्व जमा है, जबकि कर्ज लगभग ना के बराबर है. कम डेट की वजह से ये कंपनियां बिना बोझ के नए प्रोजेक्ट्स में निवेश कर सकती हैं, जिससे रिटर्न बढ़ाने का स्कोप खुलता है. सरकारी रेलवे बजट के बढ़ते आवंटन और इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार से ये स्टॉक्स न सिर्फ डिफेंसिव हैं बल्कि हाई-ग्रोथ पोटेंशियल वाले भी.

IRCTC

भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IRCTC) भारतीय रेलवे की एक प्रमुख कंपनी है, जो देश भर में ट्रेन टिकटिंग, कैटरिंग सर्विसेज, टूरिज्म पैकेजेस और ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म को मैनेज करता है. यह मिनी रत्न PSU है. यह कंपनी रेल यात्रियों को सुविधाजनक सेवाएं प्रदान करने के साथ-साथ ई-कैटरिंग, होटल बुकिंग और पर्यटन एक्टिविटी में भी सक्रिय है.

कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन करीब 53600 करोड़ रुपये के आसपास है. शेयर प्राइस ने पिछले एक साल में लगभग 20% की गिरावट दर्ज की है, जबकि 52-वीक हाई-लो रेंज 656-859.70 रुपये है. डेट-टू-इक्विटी रेश्यो मात्र 0.02 है, यानी कंपनी पर कर्ज का बोझ न के बराबर. इससे कंपनी बिना किसी दबाव के अपने कारोबार को विस्तार दे सकती है. मार्च 2025 तक IRCTC के पास 602.73 करोड़ रुपये का कैश रिजर्व था. IRCTC के शेयरों में बीते 5 साल में 139 फीसदी की तेजी आई है.

Rail Vikas Nigam (RVNL)

रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) 2003 में गठित हुई एक सरकारी कंपनी है, जो रेलवे प्रोजेक्ट्स को तेजी से पूरा करने और इंफ्रास्ट्रक्चर गैप्स को भरने पर फोकस करती है. यह नई रेल लाइनों का निर्माण, डबलिंग, गेज कन्वर्जन और सिग्नलिंग सिस्टम्स जैसे कामों में एक्सपर्ट है. अब तक 151 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स पूरे कर चुकी RVNL ने अपना दायरा ब्रॉडर इंफ्रास्ट्रक्चर ऑपर्च्युनिटीज तक बढ़ा लिया है, जिसमें एडवांस्ड टेक्नोलॉजी और वर्ल्ड-क्लास डिजाइन्स का इस्तेमाल होता है. भारत के रेल नेटवर्क विस्तार में RVNL की भूमिका अहम है, जो सरकारी योजनाओं से सीधे जुड़ी हुई है.

RVNL का मार्केट कैप करीब 65,230 करोड़ रुपये है. 52-वीक हाई 501.80 रुपये और लो 301.20 रुपये है. डेट-टू-इक्विटी रेश्यो 0.52 है, जो बहुत कम स्तर पर है और कंपनी को नए टेंडर्स के लिए फ्लेक्सिबल बनाता है. मार्च 2025 तक इसके पास 2,017.3 करोड़ रुपये का कैश था. इसने बीते 5 साल में 1258 फीसदी का रिटर्न दिया है.

RITES

RITES लिमिटेड एक मल्टीडिसिप्लिनरी इंजीनियरिंग और कंसल्टेंसी फर्म है, जो रेलवे और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर्स में डिजाइन इंजीनियरिंग, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, टर्नकी कंस्ट्रक्शन, रोलिंग स्टॉक्स का एक्सपोर्ट और क्वालिटी अश्योरेंस जैसी सॉल्यूशंस प्रदान करती है. 1974 में स्थापित यह कंपनी सरकारी रेलवे के साथ-साथ प्राइवेट सेक्टर्स को भी सपोर्ट करती है और वैश्विक स्तर पर अपनी सेवाएं दे चुकी है. RITES का फोकस सस्टेनेबल और इनोवेटिव इंफ्रा सॉल्यूशंस पर है, जो भारत के स्मार्ट सिटी और ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट्स से जुड़ा हुआ है.

कंपनी का मार्केट कैप 65230 करोड़ रुपये है. इस कंपनी के शेयर का 52 वीक हाई 501.80 रुपया है तो लो 301.20 रुपया. डेट-टू-इक्विटी रेश्यो जीरो है. यानी बिल्कुल कर्ज-मुक्त है. सितंबर 2025 तक RITES के पास 3,010.15 करोड़ रुपये का कैश रिजर्व जमा था. बीते पांच साल में निवेशकों को केवल 68 फीसदी का मुनाफा हुआ है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.