जोमैटो ने रचा इतिहास, टाटा समूह की दो कंपनियों को छोड़ा पीछे; IPO प्राइस से 325 फीसदी उछला है शेयर
चार साल पहले 23 जुलाई 2021 को शेयर बाजार में अपनी शुरुआत के बाद से इटरनल के शेयर की कीमत में जोरदार तेजी आई है. कंपनी एनएसई पर 116 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुई थी. मार्केट कैप के लिहाज से इटरनल अब निफ्टी 50 के टॉप 25 शेयरों में शामिल है.

इटरनल (पहले जोमैटो) का मार्केट कैपिटलाइजेशन मंगलवार 16 सितंबर को टाटा समूह की कंपनियों- टाटा मोटर्स और टाइटन से आगे निकल गया. इटरनल का मार्केट कैप फिलहाल 3.13 लाख करोड़ रुपये है, जबकि टाटा मोटर्स का 2.64 लाख करोड़ रुपये और टाइटन का 3.11 लाख करोड़ रुपये है. दीपिंदर गोयल के नेतृत्व वाली जोमैटो डिफेंस सेक्टर की सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स के 3.22 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के भी करीब पहुंच गई है.
इन कंपनियों से भी आगे निकली जोमैटो
इनके अलावा, इटरनल के स्टॉक ने कुछ प्रमुख कंपनियों के मार्केट कैप को भी पीछे छोड़ दिया, जैसे अडानी पोर्ट्स (3.02 लाख करोड़ रुपये), ओएनजीसी (2.94 लाख करोड़ रुपये), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (2.92 लाख करोड़ रुपये), अडानी एंटरप्राइजेज (2.75 लाख करोड़ रुपये), जेएसडब्ल्यू स्टील (2.71 लाख करोड़ रुपये), पावरग्रिड (2.68 लाख करोड़ रुपये), विप्रो (2.63 लाख करोड़ रुपये), बजाज ऑटो (2.52 लाख करोड़ रुपये), कोल इंडिया (2.43 लाख करोड़ रुपये), आदि.
मार्केट कैप के लिहाज से इटरनल अब निफ्टी 50 के टॉप 25 शेयरों में शामिल है. यह शेयर फिलहाल एनटीपीसी (3.24 लाख करोड़ रुपये) और बजाज फिनसर्व (3.33 लाख करोड़ रुपये) से थोड़ा ही नीचे है.
इटरनल के शेयर का प्रदर्शन
चार साल पहले 23 जुलाई 2021 को शेयर बाजार में अपनी शुरुआत के बाद से इटरनल के शेयर की कीमत में जोरदार तेजी आई है. कंपनी एनएसई पर 116 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुई थी, जो इसके आईपीओ का इश्यू प्राइस 76 रुपये से 52.63 फीसदी अधिक था. तब से, इटरनल बेंचमार्क निफ्टी 50 इंडेक्स का हिस्सा बन गया है और मार्केट कैप के मामले में कई पुरानी कंपनियों से आगे निकल गया है. मौजूदा समय में यह शेयर अपने इश्यू प्राइस से 325 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहा है, जिससे आईपीओ निवेशकों को कई गुना मुनाफा मिला है.
52 वीक हाई के करीब है शेयर
इटरनल के शेयर की कीमत एक महीने में सिर्फ 2 फीसदी और तीन महीनों में 29 फीसदी बढ़ी है. पिछले छह महीनों में शेयर में 61 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि साल-दर-साल (YTD) आधार पर इसमें 17 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है. अप्रैल 2025 में अपने 52 वीक के निचले स्तर 189.60 रुपये से यह शेयर 70.5 फीसदी (पिछले बंद भाव के अनुसार) उछल चुका है. इस बीच, सितंबर की शुरुआत में इसने 334.40 रुपये का अपना 52 वीक का हाई लेवल छुआ था.
मंगलवार को जोमैटो के शेयर 0.53 फीसदी की तेजी के साथ 325 रुपये पर कारोबार कर रहे थे.
कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन
जोमैटो की पैरेंट कंपनी इटरनल ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में नेट प्रॉफिट में साल-दर-साल (YoY) 90 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की, जिससे उसकी इनकम घटकर 25 करोड़ रुपये रह गई. हालांकि, ऑपरेशनल रेवेन्यू साल-दर-साल 70 फीसदी बढ़कर 7,167 करोड़ रुपये हो गया, जो इसके सभी व्यवसायों में मजबूत गति को दर्शाता है.
डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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