भारतीय स्टॉक बाजार को लेकर नेगेटिव रहा FPIs का रुख, 5 दिन में की ₹15,096 करोड़ की निकासी

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों यानी FPIs ने 26 सितंबर 2025 तक लगातार पांचवें दिन भारतीय शेयर बाजार से निकासी की. शुक्रवार, 26 सितंबर को FPIs ने 3,726.82 करोड़ रुपये निकाले, जिससे पूरे हफ्ते (22-26 सितंबर) में कुल 15,096.22 करोड़ रुपये की निकासी हुई. इक्विटी के साथ दूसरे सेक्टरों में यह दबाव देखने को मिला.

FPI छोड़ रहे हैं भारतीय बाजार Image Credit:

FPI Outflow From Share Market: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने भारतीय शेयर बाजार से लगातार बिकवाली का सिलसिला जारी रखा. शुक्रवार, 26 सितंबर को FPIs ने भारतीय बाजार से कुल 3,726.82 करोड़ रुपये की निकासी की. यह लगातार पांचवां दिन है जब विदेशी निवेशक बाजार से शुद्ध रूप से पैसे निकाल रहे हैं. पूरे हफ्ते (22 से 26 सितंबर) में कुल 15,096.22 करोड़ रुपये की भारी निकासी हुई, जिसमें अधिकांश राशि इक्विटी बाजार से निकाली गई.

किस दिन कितनी हुई निकासी?

गुरुवार को इक्विटी मार्केट से FPIs ने 4,100.60 करोड़ रुपये की बिकवाली की, जिससे हफ्तेभर में इक्विटी से कुल 12,734.24 करोड़ रुपये की निकासी हुई. हफ्ते की शुरुआत 22 सितंबर को निवेश के साथ हुई, जब 3,115.25 करोड़ रुपये निवेश किए गए, लेकिन इसके बाद 23, 24, 25 और 26 सितंबर को क्रमशः 2,654.95 करोड़, 1,485.95 करोड़, 4,103.25 करोड़ और 3,726.82 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली हुई. यह दर्शाता है कि विदेशी निवेशकों का रुख पूरे हफ्ते नकारात्मक रहा.

डेट मार्केट की स्थिति कैसी?

डेट मार्केट में स्थिति थोड़ी बेहतर रही. 26 सितंबर को कुल 430.64 करोड़ रुपये का नेट inflow देखा गया, जिसमें मुख्य रूप से Debt-VRR निवेश शामिल थे. हालांकि, Debt-FAR में 424.92 करोड़ रुपये की बिकवाली हुई, जिससे नेट इनफ्लो पर असर पड़ा. इस दौरान रुपये की कमजोरी ने भी निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया. 22 सितंबर को डॉलर के मुकाबले रुपये का मूल्य 88.3055 था, जो 26 सितंबर को बढ़कर 88.6696 हो गया, जिससे विदेशी निवेशकों और घरेलू निवेशकों की सतर्कता बढ़ी.

म्यूचुअल फंड में भी दिखी बिकवाली

म्यूचुअल फंड में भी विदेशी निवेशकों का रुख नकारात्मक रहा. 26 सितंबर को म्यूचुअल फंड से 80.75 करोड़ रुपये निकाले गए, जबकि 25 सितंबर को यह निकासी 390.32 करोड़ रुपये की रही. पूरे हफ्ते म्यूचुअल फंड से कुल 608.14 करोड़ रुपये की निकासी हुई, जिसमें ज्यादातर राशि इक्विटी स्कीम से निकाली गई. विदेशी निवेशकों की बिकवाली और रुपये में कमजोरी के चलते स्टॉक एक्सचेंज पर गतिविधि काफी बढ़ी. गुरुवार को FPIs ने 19,634.75 करोड़ रुपये की खरीद और 23,280.82 करोड़ रुपये की बिक्री की.

प्राइमरी मार्केट और दूसरे निवेश बहुत कम रहे, जिनमें सिर्फ 29.31 करोड़ रुपये की खरीद हुई. डेरिवेटिव्स मार्केट में भी भारी गतिविधि रही, जिसमें कुल 1.46 करोड़ से अधिक कॉन्ट्रैक्ट्स ट्रेड किए गए. इंडेक्स ऑप्शंस में सबसे ज्यादा कारोबार हुआ, जबकि स्टॉक फ्यूचर्स में भी 21.8 लाख से ज्यादा कॉन्ट्रैक्ट्स ट्रेड किए गए.

नेगेटिव रुख से बदला बाजार का मिजाज

लगातार बिकवाली और विदेशी निवेशकों की निकासी ने भारतीय शेयर बाजार पर दबाव डाला. हफ्तेभर में निफ्टी और सेंसेक्स लगभग 2.7 प्रतिशत तक गिर गए. इस हफ्ते विदेशी निवेशकों का रुख नकारात्मक रहने और रुपये की कमजोरी के कारण बाजार में अनिश्चितता बढ़ी. आने वाले दिनों में अमेरिकी आर्थिक संकेतक, जैसे महंगाई और रोजगार के आंकड़े, तथा भारतीय रिज़र्व बैंक की नीतियां और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े बाजार की दिशा तय करेंगे.

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