हुंडई, स्विगी सहित 22 कंपनियों का खत्म हो रहा लॉक-इन पीरियड, 2.36 लाख के शेयर ट्रेड के लिए उपलब्ध
बाजार में आने वाले कुछ महीनों में बड़ी हलचल दिख सकती है. क्योंकि कई कंपनियोंं का लॉक-इन पीरियड खत्म होने वाला है. जब कोई कंपनी खुद को पब्लिक करती है, यानी IPO लाती है, तब उसका बड़ा हिस्सा संस्थागत निवेशकों जिसे एंकर निवेशक भी कहते है, के पास रिजर्व होता है.
Lock-in Period of 22 companies are end soon: शेयर बाजार का माहौल पिछले कुछ महिनों से काफी उतार-चढ़ाव से भरा हुआ रहा है. हालांकि कुछ दिनों से माहौल थोड़ा ठीक है. बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स हरे रंग के साथ बंद और खुल रहे हैं. लेकिन आने वाले कुछ दिनों में बाजार में बड़ी हलचल देखने को मिल सकती है. इसका कारण ट्रंप और उनकी टैरिफ नहीं बल्कि हालिया लिस्ट हुई तकरीबन 22 कंपनियों के एंकर निवेशकों की लॉक-इन पीरियड खत्म होना है. इसके बाद शेयर बाजार में तकरीबन 2.36 लाख करोड़ रुपये के शेयर कारोबार के लिए उपलब्ध हो जाएंगे. इन 22 कंपनियों में हुंडई मोटर्स इंडिया, डॉ अग्रवाल हेल्थ केयर, स्विगी और वारी एनर्जीज जैसे कई दूसरे नाम शामिल हैं.
क्या होता है लॉक-इन पीरियड?
इससे पहले हम आपको 22 कंपनियों के बारे में बताएं, ये जानना ज्यादा जरूरी है कि आखिर ये लॉक-इन पीरियड होता क्या है. जब भी कोई कंपनी खुद को पब्लिक करती है, यानी IPO लाती है, तब उसका बड़ा हिस्सा संस्थागत निवेशकों जिसे एंकर निवेशक भी कहते है, के पास रिजर्व होता है. इन निवेशकों के लिए आईपीओ में हिस्सेदारी लेने के बाद तय समय तक शेयर नहीं बेचने की शर्त होती है. उसी तय समय को लॉक-इन पीरियड कहते हैं. आमतौर पर यह समय 3 महीना या 6 महीना होता है. जब यह समय पूरा हो जाता है, तब उन शेयरों को फिर से मार्केट में ट्रेड करने की अनुमति मिल जाती है.
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किन कंपनियों का खत्म हो रहा लॉक-इन पीरियड?
अब सवाल कि किन कंपनियों का लॉक-इन पीरियड खत्म होने वाला है. नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वानटेटिव रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक, ये तमाम कंपनियों का लॉक-इन पीरियड खत्म होने वाला है.
- हुंडई मोटर इंडिया
- डॉ. अग्रवाल हेल्थ केयर
- स्विगी
- वारी एनर्जीज
- डेंटा वाटर एंड इंफ्रा
- अजाक्स इंजीनियरिंग
- डिफ्यूजन इंजीनियर्स
- निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस
- गोदावरी बायोरिफाइनरीज
- हरिओम पाइप
- दीपक बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स
- ब्लू जेट हेल्थ
- एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चचर
- होनासा कंज्यूमर (मामाअर्थ)
- सेलो वर्ल्ड
- रेनबो चिल्ड्रेंस मेडिकेयर
- ESAF स्मॉल फाइनेंस बैंक
- ASK ऑटोमोटिव
- ACME सोलर होल्डिंग्स
- सैगिलिटी इंडिया
- स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स
कितना पैसा आएगा बाजार में?
हुंडई मोटर इंडिया ने पिछले साल अक्टूबर में भारत का सबसे बड़ा आईपीओ लॉन्च किया था. उसकी कुल वैल्यू 28,870 करोड़ रुपये थी. इस कंपनी का अब 50.78 करोड़ शेयर अब लॉक-इन से फ्री हो जाएंगे. इनकी अनुमानित कीमत तकरीबन 81,821.65 करोड़ रुपये है. इससे इतर, स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स, डेंटा वॉटर एंड इंफ्रा, डॉ. अग्रवाल हेल्थ केयर जैसी तमाम कंपनियों में 3 महीने के लॉक-इन पीरियड खत्म हो रही है. इनके शेयरों की कीमत तकरीबन 659.65 करोड़ रुपये है.
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