Gensol Engg: 12 दिन से कंपनी के शेयर फ्री-फॉल मूड में, हिरासत में प्रमोटर; SEBI की कार्रवाई से मचा बवाल
जेंसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड के शेयरों में गिरावट शुक्रवार, 25 अप्रैल को भी जारी रही. कंपनी के प्रमोटर पुनीत सिंह जग्गी को हिरासत और ED की छापेमारी के बाद निवेशकों में घबराहट है. SEBI ने कंपनी के प्रमोटरों को मार्केट एक्सेस से रोकते हुए स्टॉक स्प्लिट पर भी रोक लगा दी है. जानें आखिर क्या है पूरा मामला.
Gensol Engineering Shares Falls: Gensol Engineering Ltd. के शेयरों में गिरावट का दौर शुक्रवार यानी 25 अप्रैल को भी जारी रहा. कंपनी के शेयर 5 फीसदी गिरकर लोअर सर्किट लिमिट पर पहुंच गए हैं. गिरावट के इस दौर का मुख्य कारण कंपनी में चल रही वित्तीय हेरफेर है. इसी सिलसिले में कंपनी के प्रमोटर को भी हिरासत में लिया गया है. बीएसई (BSE) पर कंपनी का शेयर 4.96 फीसदी गिरकर 91.05 रुपये पर पहुंचा जो उस दिन की अधिकतम गिरावट लिमिट पर थी.
इसी के साथ कंपनी के शेयर 52 हफ्तों का सबसे निचले स्तर भी है. एनएसई (NSE) पर यह शेयर 5 फीसदी गिरकर 90.16 रुपये पर बंद हुआ जो वहां का भी लोअर सर्किट और 52 हफ्तों का न्यूनतम स्तर रहा. कंपनी के शेयर लगातार 12 ट्रेडिंग सेशनों से गिर रहे हैं. इन 12 दिनों में शेयर की कीमत में 44 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आ चुकी है. इसके पहले यह शेयर अपने 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर 1,125.75 रुपये पर था जहां से अब तक इसमें करीब 91.91 फीसदी की गिरावट आ चुकी है.
क्यों टूट रहे कंपनी के शेयर?
गुरुवार, 24 अप्रैल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कंपनी के प्रमोटर पुनीत सिंह जग्गी को दिल्ली के एक होटल से हिरासत में लिया और दिल्ली, गुरुग्राम और अहमदाबाद में कंपनी के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई. यह कार्रवाई फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट यानी FEMA के तहत की गई. कंपनी के प्रमोटर भाई – अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी पर सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की रिपोर्ट के बाद जांच हो रही है. रिपोर्ट में वित्तीय गड़बड़ी, कॉरपोरेट कुप्रबंधन और फंड के गलत इस्तेमाल के आरोप लगे हैं.
सेबी का चला डंडा
जून 2024 में सेबी को कंपनी के शेयर की कीमत में हेरफेर और जेनसोल से पैसों की हेराफेरी से जुड़ी शिकायत मिली थी. उसके बाद से ही कंपनी के गिरावट का दौर शुरू हुआ था. सेबी ने पिछले हफ्ते अपने एक अंतरिम आदेश में दोनों भाइयों को शेयर बाजार में ट्रेडिंग से रोक दिया था. साथ ही, सेबी ने कंपनी को उसके प्रस्तावित 1:10 स्टॉक स्प्लिट पर भी रोक लगाने का निर्देश दिया था. जेनसोल इंजीनियरिंग सोलर कंसल्टिंग, EPC सेवाओं और इलेक्ट्रिक वाहनों की लीजिंग जैसे बिजनेस में काम करती है.
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90 फीसदी टूट चुके हैं शेयर
कंपनी के शेयरों में पिछले कुछ महीनों से गिराटव का लगातार दौर जारी है. पिछले 1 साल में कंपनी के शेयरों में 90.52 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. यानी इस दौरान कंपनी के निवेशकों को प्रति शेयर 869.35 रुपये का नुकसान हो चुका है. वहीं पिछले 3 महीने में जेनसोल के शेयर 87 फीसदी तक टूट चुके हैं. इस दौरान कंपनी के निवेशकों को प्रति शेयर तकरीबन 627 रुपये का नुकसान हुआ है.
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