इस कंपनी को सरकार का सहयोग, अब दिखेगा शेयरों पर असर!
सरकार ने IFCI की फाइनेंशियल कंडीशन को बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाया है. सरकार ने इसके लिए इसमें 500 करोड़ रुपये की पूंजी डालने का फैसला किया है. आइए पूरी खबर विस्तार से जानते हैं.

सरकार ने IFCI (इंडस्ट्रियल फाइनेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) की फाइनेंशियल कंडीशन को बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाया है. सरकार ने इसके लिए इसमें 500 करोड़ रुपये की पूंजी डालने का फैसला किया है. यह कदम कंपनी के प्रस्तावित पुनर्गठन और ग्रुप में कंसॉलिडेशन से पहले उठाया गया है. बीते कारोबारी दिन इसके शेयर 4.5 फीसदी तक टूटते नजर आए.
इस इंवेस्टमेंट बाद सितंबर 2024 तक सरकार की IFCI में हिस्सेदारी, जो फिलहाल 71.72 फीसदी है और बढ़ने की संभावना है. इस योजना को पिछले हफ्ते लोकसभा में 2024-25 के पहले पूरक मांग पत्र (फर्स्ट सप्लीमेंटरी डिमांड फॉर ग्रांट्स) के तहत मंजूरी मिली है.
इस पूरक मांग पत्र में IFCI के शेयर पूंजी में निवेश के लिए 499.99 करोड़ रुपये का अतिरिक्त आवंटन किया गया. इसमें से 449.92 करोड़ रुपये की राशि अन्य बचतों से पूरी की जाएगी. इससे सरकार पर अतिरिक्त खर्च का बोझ नहीं पड़ेगा. इससे पहले सरकार ने 500 करोड़ रुपये इक्विटी शेयर जारी करके जुटाए थे.
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IFCI के शेयरों का प्रदर्शन
बीते कारोबारी दिन IFCI के शेयरों में साढ़े 4 फीसदी तक की गिरावट देखी गई थी. बाजार बंद होने तक इसके शेयरों का भाव 60.97 रुपये था. शेयर बीते एक हफ्ते में 4.45 फीसदी, एक महीने में 3.17 फीसदी की निगेटिव रिटर्न दिया है. वहीं एक साल में इसने 113 फीसदी और 5 साल में 867 फीसदी की मुनाफा दिया है. शेयर ने एक साल की अवधि में 26.45 रुपये का लो और 91.40 रुपये का हाई बनाया था.
IFCI के बारे में
IFCI की स्थापना 1 जुलाई 1948 को देश के पहले विकास वित्त संस्थान (डेवलपमेंट फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन) के रूप में हुई थी. इसका मुख्य उद्देश्य औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय सहायता देना है. सरकार 2015 में IFCI में अपनी हिस्सेदारी 51% से अधिक कर दी. जिसके बाद एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी बन गई.
इसके अलावा डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज ने एक कंसोलिडेशन प्लान को हरी झंडी दिखाई है. इस योजना के तहत IFCI लिमिटेड और स्टॉकहोल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड सहित अन्य ग्रुप कंपनियों का विलय किया जाएगा.
हाल ही में, IFCI ने सितंबर 2024 का तिमाही रिजल्ट जारी किया. जिसमें कंपनी को समाप्त दूसरी तिमाही में 22 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ और FY24 के पहले छह महीनों में 170 करोड़ रुपये का कुल नुकसान हुआ.
डिसक्लेमर– Money9live किसी भी शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ शेयरों के बारे में जानकारी दी गई है. निवेश से पहले जरूरी है कि आप किसी वित्तीय सलाहकार की राय लें.
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