लोकसभा में पास हुआ Insurance Amendment Bill 2025, इन बीमा स्टॉक्स में दिख सकती है हलचल
Insurance Laws (Amendment) Bill 2025 अभी सिर्फ लोकसभा में पेश हुआ है, लेकिन लागू होने से पहले ही इसके संभावित असर से बीमा सेक्टर के शेयरों में उतार-चढ़ाव दिखने लगा है. PB Fintech पर दबाव, कुछ लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस स्टॉक्स में सतर्कता और 100 फीसदी FDI को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है.
Insurance Law Amendment Stocks: सरकार ने बीमा क्षेत्र से जुड़े Insurance Laws (Amendment) Bill, 2025 को मंगलवार, 16 दिसंबर को लोकसभा में पेश किया था जो पास हो गया. यह बिल अभी कानून नहीं बना है और न ही इसके प्रावधान लागू हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद शेयर बाजार में बीमा सेक्टर से जुड़े स्टॉक्स में हलचल तेज हो गई है. चूंकि, लोकसभा में बिल पास हो गया तब कल यानी बुधवार, 17 दिसंबर को बीमा स्टॉक्स में बड़ी हलचल दिख सकती है. निवेशक पहले ही संभावित असर को आंकते हुए पोजिशन बदलते नजर आए थे.
प्रस्ताव आते ही PB Fintech पर दबाव
बिल के पेश होने के बाद सबसे तेज प्रतिक्रिया PB Fintech (Policybazaar की पैरेंट कंपनी) के शेयर में देखने को मिली. मंगलवार को स्टॉक करीब 6 फीसदी तक फिसल गया. वजह यह आशंका रही कि प्रस्तावित बिल में IRDAI को बीमा एजेंटों के कमीशन तय करने का अधिकार दिया जा सकता है. बाजार को डर है कि अगर भविष्य में कमीशन पर सख्त नियम लागू होते हैं तो डिजिटल बीमा प्लेटफॉर्म्स के रेवेन्यू और मार्जिन पर असर पड़ सकता है. इसी आशंका ने शॉर्ट टर्म में स्टॉक पर दबाव बना दिया.
Composite Licence न होने से कुछ स्टॉक्स सतर्क
प्रस्तावित बिल में Composite Insurance Licence का जिक्र न होना भी बाजार के लिए एक संकेत माना गया. HDFC Life, LIC और Star Health Insurance जैसी कंपनियां लंबे समय से अलग-अलग बीमा सेगमेंट्स में विस्तार की संभावनाएं तलाश रही थीं. हालांकि अभी कोई नियम लागू नहीं हुआ है, लेकिन इस प्रावधान के अभाव में निवेशकों ने इन शेयरों को लेकर सतर्क रुख अपनाया है. बाजार मानकर चल रहा है कि अगर आगे भी Composite Licence नहीं आया, तो इन कंपनियों की डाइवर्सिफिकेशन योजनाएं सीमित रह सकती हैं.
SBI Life को फिलहाल राहत की धारणा
दूसरी ओर, निवेशकों को यह भी राहत मिली कि प्रस्तावित बिल में एजेंट्स के लिए ओपन आर्किटेक्चर को लेकर कोई स्पष्ट बदलाव नहीं किया गया है. इसी वजह से SBI Life Insurance जैसे स्टॉक्स पर दबाव अपेक्षाकृत कम दिखा. चूंकि SBI Life का डिस्ट्रीब्यूशन मॉडल पहले से स्थापित है, इसलिए बाजार मान रहा है कि प्रस्तावित बदलावों का असर उस पर सीमित रह सकता है- अगर और जब ये नियम लागू होते हैं.
Max Financial Services के लिए संभावित मौका
बिल में यह संकेत जरूर दिया गया है कि भविष्य में बीमा कारोबार और नॉन-बीमा कारोबार के मर्जर को आसान बनाया जा सकता है. इसी उम्मीद में Max Financial Services को लेकर बाजार में पॉजिटिव चर्चा देखने को मिली. निवेशक इसे एक लॉन्ग टर्म वैल्यू अनलॉकिंग ट्रिगर के तौर पर देख रहे हैं.
100% FDI: मौका भी, चुनौती भी
बीमा कंपनियों में FDI सीमा 74 फीसदी से बढ़ाकर 100 फीसदी करने का प्रस्ताव भी निवेशकों के रडार पर है. अगर यह लागू होता है तो सेक्टर में विदेशी पूंजी बढ़ेगी, लेकिन इसके साथ कंपटीशन भी तेज हो सकता है. अभी यह केवल प्रस्ताव है, लेकिन बाजार पहले से ही इसका असर आंकने लगा है. खासकर Star Health जैसे स्टैंडअलोन हेल्थ इंश्योरर्स और GIC Re जैसे री-इंश्योरेंस प्लेयर्स को लेकर निवेशक सतर्क हैं.
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.