PC Jeweller स्‍टॉक स्प्लिट पर अगले हफ्ते लेगी फैसला, निवेशकों की होगी चांदी

स्टॉक विभाजन सहित प्रमुख मामलों पर विचार-विमर्श करने के लिए पीसी ज्‍वैलर्स ने 30 सितंबर, 2024 को एक बैठक बुलाई है, जिसमें स्‍टॉक्‍स को किस तरह बांटा जाए इस पर निर्णय लिया जाएगा.

पीसी ज्‍वैलर्स जल्‍द करेगा स्‍टॉक स्प्ल्टि Image Credit: freepik

आभूषण खुदरा विक्रेता पीसी ज्वैलर लिमिटेड जल्‍द ही अपने स्‍टॉक को स्प्लिट करने वाली है, यानी बांटने वाली हैं. इससे मौजूदा शेयरों को नए शेयरों में तोड़ा जाएगा. इस सिलसिले में कंपनी अगले हफ्ते फैसला लेगी. स्टॉक विभाजन सहित प्रमुख मामलों पर विचार-विमर्श करने के लिए कंपनी ने 30 सितंबर, 2024 को एक बैठक बुलाई है, जिसमें स्‍टॉक्‍स को किस तरह बांटा जाए इस पर निर्णय लिया जाएगा.

कंपनी ने एक एक्‍सचेंज फाइलिंग में बताया कि उनक अनुसार 10 के वर्तमान मूल्य वाले अपने इक्विटी शेयरों के उप-विभाजन पर विचार करेगी. बोर्ड प्रस्तावित स्टॉक स्प्लिट के मद्देनजर कंपनी के मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन में जरूरी बदलावों की भी समीक्षा करेगा. इसके अलावा बैठक में कंपनी की नेतृत्व टीम का विस्तार करने के लिए संभावित नए निदेशक नियुक्तियों पर भी विचार किया जाएगा.

कंपनी को मिला 67.54 करोड़ का रिफंड

10 सितंबर को पीसी ज्वैलर ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग जानकारी दी थी कि उसे आयकर विभाग से 67.54 करोड़ रुपए का रिफंड मिला है. इससे कंपनी को काफी मद मिलेगी, ये 06 सितंबर, 2024 को खाते में जमा किया गया. कंपनी ने यह भी बताया कि इस साल जुलाई में पंजाब नेशनल बैंक ने उसके बकाये के एकमुश्त निपटान के लिए अपनी मंजूरी दे दी है.

क्‍या होता है स्‍टॉक स्प्लिट?

स्टॉक स्प्लिट मौजूदा शेयरों को ज्‍यादा स्टॉक्‍स में बांटने की प्रक्रिया को कहा जाता है. इसमें कोई भी कंपनी अपने स्टॉक को कई कारणों से और कई तरीकों से बांट सकती है. जब एक स्टॉक विभाजित होता है तो मौजूदा शेयरधारकों को शेयरों की संख्या में बढ़ जाती है. उदाहरण के तौर पर अगर किसी निवेशक के पास X कंपनी के 10 शेयर हैं और स्टॉक को 2:1 में बांटा गया तो निवेशक के पास स्‍टॉक स्प्ल्टि के बाद कंपनी के 20 शेयर होंगे. इससे कंपनी के मार्केट कैपिटल पर कोई असर नहीं पड़ता, इसमें महज शेयर की कीमत कम हो जाती है.

निवेशकों को क्‍या होगा फायदा

स्टॉक स्प्लिट से शेयर की कीमत कम हो जाती है, इससे नए निवेशक आकर्षित होते हैं और वे शेयर कम दाम का देखकर ज्‍यादा खरीदारी करते हैं. जबकि पुराने निवेशकों को फायदा यह होता है कि उनके पास मौजूद स्‍टॉक्‍स की संख्‍या बढ़ने से भविष्‍य में रिटर्न ज्‍यादा मिलता है.