IPO का बाप होगा Jio Infocomm का पब्लिक इश्यू, जानें कब तक है आने का चांस और क्या होगा साइज
अगर यह IPO आता है, तो यह न सिर्फ अब तक का सबसे बड़ा होने वाला है. इससे Jio में निवेश करने वाली कंपनियों जैसे Meta और Google को एग्जिट का मौका भी मिलेगा. इन कंपनियों ने साल 2020 में Jio Platforms में $20 अरब डॉलर का निवेश किया था, जब इसकी वैल्यू $58 अरब डॉलर आंकी गई थी.
Jio Infocomm IPO: रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) अपने टेलीकॉम बिजनेस Jio Infocomm का IPO लाने की तैयारी कर रही है. अगर यह योजना आगे बढ़ती है, तो यह भारत के शेयर बाजार का अब तक का सबसे बड़ा IPO होगा. रिपोर्ट के मुताबिक, यह IPO करीब 52,200 करोड़ रुपये का हो सकता है, जो हाल ही में घोषित Hyundai India के 28,000 करोड़ रुपये के मेगा IPO से लगभग दोगुना है.
क्या है योजना?
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस ने मार्केट रेगुलेटर SEBI से अन-ऑफिशियल बातचीत शुरू कर दी है. कंपनी चाहती है कि वह Jio के केवल 5 फीसदी हिस्से को बेचकर $6 बिलियन (52,200 करोड़ रुपये) जुटाए. हालांकि नियमों के अनुसार किसी भी लिस्टेड कंपनी को 25 फीसदी हिस्सेदारी पब्लिक को देनी होती है, लेकिन रिलायंस का कहना है कि भारतीय शेयर बाजार इतनी बड़ी लिस्टिंग को एक साथ नहीं झेल सकता, इसलिए छूट दी जाए.
क्यों है यह इतना अहम?
अगर यह IPO आता है, तो यह न सिर्फ अब तक का सबसे बड़ा होगा, बल्कि इससे Jio में निवेश करने वाली कंपनियों जैसे Meta और Google को एग्जिट का मौका भी मिलेगा. इन कंपनियों ने साल 2020 में Jio Platforms में $20 अरब डॉलर का निवेश किया था, जब इसकी वैल्यू $58 अरब डॉलर आंकी गई थी.
IPO में देरी क्यों?
हाल ही में Reuters ने एक रिपोर्ट में बताया था कि रिलायंस इस साल Jio का IPO नहीं लाएगी. इसके पीछे वजह यह बताई गई कि कंपनी अभी और ज्यादा रेवेन्यू, सब्सक्राइबर बेस, और डिजिटल सेवाओं का विस्तार करना चाहती है, ताकि आने वाले समय में Jio की वैल्यू और ज्यादा बढ़े.
AGM में हो सकता है बड़ा ऐलान
अब बाजार की नजर रिलायंस की सालाना आम बैठक (AGM) पर है, जो अगस्त में होने की उम्मीद है. Citi की रिपोर्ट में कहा गया है कि AGM में Jio की लिस्टिंग को लेकर कोई अपडेट मिल सकता है, खासकर तब जब IPO की टाइमलाइन को लेकर बाजार में असमंजस है.
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शेयर प्राइस को क्या मिलेगा फायदा?
हालांकि रिलायंस के Q1 नतीजे उम्मीद से कम रहे और इसके चलते शेयर के टारगेट प्राइस में कटौती हुई, लेकिन Macquarie का मानना है कि Q2 में ऑयल-टू-केमिकल्स और रिटेल कारोबार में सुधार देखने को मिल सकता है. AGM से जुड़ी पॉजीटिव खबरें शेयर की कीमत को सपोर्ट कर सकती हैं. Macquarie ने RIL को ‘Outperform’ रेटिंग दी है और इसका टारगेट प्राइस 1,580 रुपये रखा है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.