ब्रोकरेज ने कहा RIL पर लगाएं दांव, गिरावट नहीं मुनाफा बनाने का मौका, चलने लगा तो बहुत दूर तक जाएगा भाव

ब्रोकरेज हाउस Emkay Research ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर पर BUY की रेटिंग देते हुए मौजूदा स्तरों को निवेश का सुनहरा मौका बताया है. इसके साथ ही कंपनी की ग्रोथ में टेलीकॉम कंपनी Jio के 120 अरब डॉलर के वैल्यूएशन के साथ ही कंपनी के डायवर्सिफिकेशन के असर को बताया गया है.

रिलायंस इंडस्ट्रीज टारगेट प्राइस. Image Credit: money9live

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में शानदार नतीजे दिए. हालांकि, कंपनी के ऑयल एंड गैस बिजनेस में गिरावट की वजह से निवेशक चिंतित हैं. खासतौर पर EU की तरफ से रूस से आयातित कच्चे तेल से जुड़े प्रतिबंधों का भी कंपनी के इस बिजनेस पर असर देखने को मिला है. लेकिन, ब्रोकरेज फर्म Emkay Research की रिपोर्ट के मुताबिक यह RIL में निवेश का अच्छा मौका है, क्योंकि शेयर डिस्काउंट प्राइस पर मिल रहा है.

कितना है टारगेट प्राइस?

Emkay Research ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर पर BUY की रेटिंग बरकरार रखी है. रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा कीमत 1,390 के मुकाबले टारगेट प्राइस 1,600 रखा गया है, जो करीब 15% का अपसाइड पोटेंशियल दिखाता है. इसके अलावा आगे चलकर अगर कंपनी अपने रिटेल और टेलीकॉम बिजनेस को अलग करती है, तो लॉन्ग टर्म के लिए शेयर होल्ड करने वालों को इसका भी फायदा मिल सकता है.

क्यों खरीदें RIL का शेयर?

रिलायंस अपनी टेलीकॉम यूनिट Jio का 5% हिस्सा बेचने की तैयारी कर रही है, जिससे लगभग 6 अरब डॉलर जुटने की उम्मीद है. इस डील से Jio की वैल्यूएशन 120 अरब डॉलर आंकी गई है. यह वैल्यूएशन बाजार की उम्मीद से ज्यादा है. अगर यह डील होती है, तो नए वैल्यूएशन के हिसाब से RIL के शेयर होल्डर्स को प्रति शेयर 64 रुपये यानी करीब 4 फीसदी अपसाइड का पोटेंशियल मिलेगा.

मजबूत O2C और रिटेल बिजनेस?

फिलहाल, RIL के निवेशकों को EU के प्रतिबंधों की चिंता हो सकती है, क्योंकि रिलायंस RIL के ऑयल बिजनेस का बड़ा रेवेन्यू स्रोत EU को किए जाने वाला निर्यात है. बहरहाल, EU के प्रतिबंधों के बाद रिलायंस ने खाड़ी देशों से तेल की खरीद बढ़ा दी है. ऐसे में रिलायंस के ऑयल एंड गैस और ऑयल-टू-केमिकल्स सेगमेंट में स्थिरता आने की उम्मीद बढ़ गई है. ऐसे में निवेशकों की सबसे बड़ी चिंता से कंपनी निपटने की पूरी तैयारी कर चुकी है.

डायवर्सिफिकेशन पर जोर

रिलायंस इंडस्ट्रीज बहुत तेजी से अपने डायवर्सिफिकेशन पर जोर दे रही है. इसके चलते एक तरफ जहां कंपनी के टेलीकॉम और रिटेल बिजनेस में जोरदार ग्रोथ देखने को मिली है. वहीं, एनर्जी सेक्टर में भी कंपनी ऑयल एंड गैस के साथ ही न्यू एनर्जी पर पैर पसार रही है. आने वाली 4-6 तिमाहियों में कंपनी की गीगाफैक्ट्री तैयार हो जाएगी. इसके बाद कंपनी रिन्यूएबल एनर्जी का प्रोडक्शन भी शुरू कर देगी, जो लॉन्ग टर्म में प्रॉफिटेबल साबित होगा.

वित्तीय स्थिति और वैल्यूएशन

FY26 के लिए कंपनी का अनुमानित EBITDA 1,868 अरब और PAT 803 अरब रुपये रहने का अनुमान है. इसके अलावा मौजूदा P/E रेशियो 23.8x और EV/EBITDA 11.2x है, जो आने वाले वर्षों में और आकर्षक हो सकता है. ऐसे में ब्रोकरेज का मानना है कि मौजूदा गिरावट निवेश का सुनहरा मौका है. यदि शेयर यहां से तेजी पकड़ता है, तो यह लंबी रैली कर सकता है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.