रेलवे के शेयरों ने पकड़ी रफ्तार, RVNL और IRCTC जैसे में बंपर तेजी; 19% चढ़ा ये स्टॉक… जानें क्या है वजह
Railways Stocks Today: यह रैली रेलवे शेयरों के लिए एक मुश्किल साल के बैकग्राउंड में हो रही है. 2025 में कई शेयरों ने निवेशकों की संपत्ति को तेजी से कम किया है. मार्केट के लोग अब बजट 2026-27 का इंतजार कर रहे हैं. उम्मीद है कि प्रस्तावित खर्च से मॉडर्नाइजेशन के अगले चरण को सपोर्ट मिलेगा.
Railways Stocks Today: सोमवार 22 दिसंबर को दोपहर के ट्रेड में रेलवे से जुड़े कई शेयरों में उछाल आया, जिसमें जुपिटर वैगन्स, IRCTC, रेलटेल और RVNL जैसे नाम 15 फीसदी से अधिक बढ़े, क्योंकि स्टॉक-स्पेसिफिक डेवलपमेंट्स ने पूरे सेक्टर में खरीदारी की दिलचस्पी बढ़ा दी. यह रैली यूनियन बजट से ठीक पहले आई है, जो अब से लगभग एक महीने दूर है.
IRCTC के शेयरों में तेजी
IRCTC के शेयरों में बढ़त देखने को मिली, जब इंडियन रेलवे ने 26 दिसंबर, 2025 से किराये के स्ट्रक्चर में बदलाव की घोषणा की. स्टॉक 1 फीसदी से अधिक चढ़कर 673 रुपये पर पहुंच गया.
जुपिटर वैगन्स में बंपर खरीदारी
जुपिटर वैगन्स में भी जबरदस्त खरीदारी देखने को मिली, कंपनी द्वारा प्रमोटर शेयरहोल्डिंग में बढ़ोतरी की घोषणा के बाद इसके शेयर 19 फीसदी से अधिक चढ़े. इसके प्रमोटर, टाट्रावैगोंका ए.एस. ने कंपनी द्वारा मंजूर प्रेफरेंशियल अलॉटमेंट के तहत पहले जारी किए गए कन्वर्टिबल वारंट को इक्विटी शेयरों में बदलकर अतिरिक्त शेयर हासिल किए.
रेलटेल कॉर्पोरेशन
रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के शेयर 4 फीसदी से ज्यादा बढ़े. क्योंकि ऐसी रिपोर्ट्स आईं कि यह सरकारी टेलीकॉम और ICT सर्विस प्रोवाइडर कंपनी भारत में संभावित पार्टनरशिप के लिए एलन मस्क की स्टारलिंक के साथ बातचीत कर रही है. रेलवे सेक्टर की दूसरी कंपनियों के शेयर भी ऊपर चढ़े, RVNL में 5 फीसदी की बढ़त हुई, IRFC में 3 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई और BEML में 5 फीसदी तक का उछाल आया.
इस साल रेलवे के शेयरों ने किया निराश
यह रैली रेलवे शेयरों के लिए एक मुश्किल साल के बैकग्राउंड में हो रही है. 2025 में कई शेयरों ने निवेशकों की संपत्ति को तेजी से कम किया है, जिसमें टीटागढ़ रेल 30 फीसदी नीचे, RITES लगभग 25 फीसदी नीचे, BEML 17 फीसदी से अधिक डाउन, टेक्समैको रेल 36 फीसदी नीचे और रेलटेल लगभग 20 फीसदी टूट गया है. कुल मिलाकर, इन शेयरों की वजह से मार्केट कैपिटलाइज़ेशन में कई हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. भारत की कैपेक्स-आधारित ग्रोथ स्टोरी का एक मुख्य स्तंभ होने के बावजूद, रेलवे सेक्टर ने निवेशकों को निराश किया है.
बजट का इंतजार
मार्केट के लोग अब बजट 2026-27 का इंतजार कर रहे हैं. जहां उम्मीदें और मार्केट की चर्चा इस ओर इशारा कर रही हैं कि रेलवे केपएक्स में 10-12 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे यह लगभग 2.76 ट्रिलियन रुपये हो जाएगा. उम्मीद है कि प्रस्तावित खर्च से मॉडर्नाइजेशन के अगले चरण को सपोर्ट मिलेगा, जिसमें 300-400 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को शुरू करना और कवच सेफ्टी सिस्टम के लिए आवंटन को दोगुना करना शामिल है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.