इस कंपनी को मिला 104 करोड़ रुपये का बंपर सरकारी टेंडर, सोमवार को शेयरों में दिखेगी हलचल; जानें ऑर्डर बुक का हाल

उत्तर प्रदेश के एक अहम शहर में जल परियोजना से जुड़ी बड़ी घोषणा सामने आई है. एक अनुभवी EPC कंपनी को सैकड़ों करोड़ का नया ठेका मिला है. यह प्रोजेक्ट सिर्फ निर्माण तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि शुद्ध पानी की व्यवस्था और तकनीकी गुणवत्ता को भी नया आयाम देगा.

EMS लिमिटेड को मिला नया सरकारी ऑर्डर Image Credit: Money9 Live

उत्तर प्रदेश के आगरा शहर की पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है. EMS लिमिटेड को यूपी जल निगम (शहरी) द्वारा आगरा वॉटर सप्लाई री-ऑर्गेनाइजेशन योजना (ट्रांस यमुना जोन-I और II) के पहले पैकेज के तहत एक अहम टेंडर मिला है. कंपनी को इस 104.06 करोड़ रुपये (GST छोड़कर) के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के लिए सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी (L-1) घोषित किया गया है. सरकारी टेंडर मिलने के बाद कंपनी के शेयरों ने शुक्रवार को उछाल मारा अब सोमवार को भी शेयरों में हलचल देखने को मिल सकती है.

क्या है प्रोजेक्ट का दायरा?

इस परियोजना के तहत EMS लिमिटेड को इंटेक वेल कम पंप हाउस, एप्रोच ब्रिज, 1100 मिमी व्यास की रॉ वॉटर राइजिंग मेन पाइपलाइन और 55 एमएलडी की जल शोधन संयंत्र (Water Treatment Plant) बनानी है. वॉटर ट्रिटमेंट प्लान में एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि यमुना पार के इलाकों में साफ और पीने योग्य पानी उपलब्ध कराया जा सके.

प्रोजेक्ट में शामिल सभी काम जैसे सर्वेक्षण, सॉइल इन्वेस्टिगेशन, इंजीनियरिंग, डिजाइन, सामग्री की आपूर्ति, निर्माण, परीक्षण और कमीशनिंग का काम EMS लिमिटेड करेगी. इस परियोजना को 24 महीनों में पूरा करने का टारगेट है.

EMS लिमिटेड ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह ऑर्डर पूरी तरह घरेलू है और इसमें किसी भी तरह की संबंधित पार्टी की भागीदारी नहीं है. आने वाले दिनों में अगर इस प्रोजेक्ट से जुड़ी और कोई अहम जानकारी सामने आती है, तो कंपनी इसकी जानकारी सार्वजनिक करेगी.

क्या करती है EMS लिमिटेड?

EMS लिमिटेड एक मल्टी-डिसिप्लिनरी EPC कंपनी है, जो जल और वेस्ट वॉटर के कलेक्शन, ट्रीटमेंट और निपटान की सेवाएं देती है. दिल्ली में इस कंपनी का मुख्यालय है. कंपनी अब तक यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान, बिहार, हरियाणा, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में 70 से अधिक प्रोजेक्ट्स पूरा कर चुकी है. EMS ने अब तक 500 अरब लीटर से ज्यादा सीवेज का ट्रीटमेंट किया है और 1,400 किमी से ज्यादा सीवरेज पाइपलाइन बिछा चुकी है.

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इस प्रोजेक्ट की घोषणा के दिन यानी शुक्रवार, 20 जून को EMS लिमिटेड के शेयरों में 0.4% की तेजी दर्ज की गई. कंपनी की मौजूदा ऑर्डर बुक 1,800 करोड़ रुपये से ज्यादा की है, और 4000 करोड़ रुपये के नए बिडिंग पाइपलाइन पर काम चल रहा है.

डिस्क्लेमर: यह सामग्री केवल सूचना के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है और इसे निवेश सलाह या सिफारिश के रूप में न माना जाए. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें. बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है.