TATA के लिए कमाऊपूत बनी छुटकू कंपनियां, A कैटेगरी ने बढ़ाई टेंशन, जानें B कैटगरी कैसे कर रही कमाल
टाटा ग्रुप का नाम आते ही सबसे पहले TCS और Tata Motors जैसे दिग्गज जेहन में आते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हाल के तिमाही नतीजों में कुछ छोटी कंपनियों ने इतने शानदार नतीजे दिए कि उन्होंने ग्रुप की साख ही संभाल ली? पूरी कहानी जानिए आगे...
TATA Group company wise performance: जब टाटा ग्रुप की ‘A कैटेगरी’ यानी TCS, Tata Motors, Titan और Tata Steel जैसी बड़ी कंपनियों के मुनाफे में मार्च तिमाही में गिरावट आई, तो यह केवल आर्थिक सुस्ती का संकेत नहीं था, बल्कि रणनीतिक चिंताओं की घंटी भी बजा गया. टाटा ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनी TCS का Q4 शुद्ध लाभ Q3 के 11,832 करोड़ रुपये से घटकर 11,116 करोड़ रुपये रह गया, यानी करीब 6% की गिरावट ने सवाल उठाया की इसकी वजह कंपनी की कॉरपोरेट स्ट्रेटेजी की भी हो सकती है. वहीं दूसरी ओर, ‘B कैटेगरी’ की छुटकू कंपनियों, जैसे Tata Communications, IHCL और Tata Consumer ने विपरीत हालातों में कमाई का दम दिखाया. मंदी के माहौल में जब दिग्गज लड़खड़ा रहे हैं, इन छोटी कंपनियों ने टाटा ग्रुप के लिए कमाऊपूत की भूमिका निभाकर निवेशकों को चौंका दिया है.
बड़ी कंपनियों की लो-डाउन
हालांकि सितंबर 2024 से मार्च 2025 की अवधि में टाटा समूह की प्रमुख कंपनियों का वित्तीय प्रदर्शन जांचने पर पाया गया कि TCS ने तिमाहियों में सबसे अधिक लाभ दिया है. आंकड़ों के अनुसार Q3 (अक्टूबर-दिसंबर 2024) में TCS का standalone राजस्व 53,883 करोड़ रुपये रहा जो Q4 (जनवरी–मार्च 2025) में 54,136 करोड़ रुपये रहा. इसकी तुलना में अन्य बड़ी कंपनियां कम मुनाफा दे रही हैं: Tata Motors का standalone net profit Q3 में 1,404 करोड़ रुपये और Q4 में 1,382 करोड़ रुपये रहा. , जबकि Titan का लाभ Q3 में 990 करोड़ रुपये से घटकर Q4 में 870 करोड़ रुपये हो गया.
Tata Steel के standalone आंकड़ों के अनुसार Q3 में लाभ 3,591 करोड़ था जो Q4 में घटकर 3,169 करोड़ रुपये रहा. Trent की बिक्री Q3 में 4,535 करोड़ और Q4 में 4,106 करोड़ रुपये रही, शुद्ध लाभ Q3 में 469 करोड़ रुपये से घटकर Q4 में 350 करोड़ हो गयी.
कंपनी | Q3 राजस्व (₹ Cr) | Q3 शुद्ध लाभ (₹ Cr) | Q4 राजस्व (₹ Cr) | Q4 शुद्ध लाभ (₹ Cr) |
---|---|---|---|---|
TCS | 53,883 | 11,832 | 54,136 | 11,116 |
Tata Motors | 17,040 | 1,404 | 19,999 | 1,382 |
Titan | 16,097 | 990 | 13,477 | 870 |
Tata Steel | 32,760 | 3,591 | 34,398 | 3,169 |
Trent | 4,535 | 469 | 4,106 | 350 |
छोटी कंपनियों का परफॉर्मेंस
छोटी कंपनियों में Tata Communications ने Q4 में लाभ में जबरदस्त उछाल दिखाया है. इसकी standalone शुद्ध आय Q3 में 132 करोड़ रुपये थी जो Q4 में बढ़कर 697 करोड़ रुपये हो गई. IHCL ने मध्यम गति से बढ़त दिखाई; Q3 में शुद्ध लाभ 469 करोड़ रुपये से बढ़कर Q4 में 481 करोड़ रुपये हुआ. इसके विपरीत, Tata Consumer Products का शुद्ध लाभ Q3 के 570 करोड़ रुपये से Q4 में गिरकर 277 करोड़ रह गया.
इन आंकड़ों के आधार पर देखा जाए तो कुल मिलाकर बड़ी कंपनियां समूह को कुल मुनाफे में ज्यादा योगदान तो दे रही हैं लेकिन उनकी परफॉर्मेस डगमगा रही है. व छोटी कंपनियां अपने मुनाफे का आंकड़ा ग्रुप में बढ़ा रही हैं.
कंपनी | Q3 राजस्व (₹ Cr) | Q3 शुद्ध लाभ (₹ Cr) | Q4 राजस्व (₹ Cr) | Q4 शुद्ध लाभ (₹ Cr) |
---|---|---|---|---|
Tata Communications | 1,794 | 132 | 1,815 | 761 |
IHCL | 1,474 | 469 | 1,476 | 481 |
Tata Consumer | 3,200 | 279 | 3,354 | 277 |
- Tata Communications ने Q4 में 115 फीसदी की शानदार वृद्धि दर्ज की, लाभ 761 करोड़ रुपये तक पहुंचा, जिसमें 577 करोड़ रुपये संपत्ति बिक्री से जुड़े एक‑बारगी लाभ शामिल थे.
- IHCL ने भी Q4 में लाभ में थोड़ी बढ़त दिखाई.
- Tata Consumer ने Q3 में flat 279 करोड़ रुपये से Q4 में 23 फीसदी की बढ़त करते हुए लगभग 345 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया; साथ ही FY25 के लिए डिविडेंड की सिफारिश भी की.
कम्पनी | Q3 नेट प्रॉफिट | Q4 नेट प्रॉफिट | परिवर्तन |
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TCS | ₹11,832 करोड़ | ₹11,116 करोड़ | –6% |
Tata Communications | ₹354 करोड़ | ₹761 करोड़ | +115% |
IHCL | ₹469 करोड़ | ₹481 करोड़ | +2.6% |
Tata Consumer | ₹279 करोड़ | ₹345 करोड़ (अनुमानित) | +23% |
Titan / Steel / Trent | गिरावट (–12% to –25%) |