ये 5 स्टॉक्स बाजार के तूफान में भी रहते हैं मजबूत! BETA 1 से नीचे, मुनाफेदार कंपनिया क्या हैं आपके पोर्टफोलियो में?
शेयर बाजार में हर निवेशक सुरक्षित और स्थिर रिटर्न की तलाश करता है. कई बार तेजी-गिरावट में पोर्टफोलियो हिल जाता है, लेकिन कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं जिनके शेयर बाजार की उथल-पुथल से कम प्रभावित होते हैं. जानें किन स्टॉक्स में है लंबे समय की मजबूती.
शेयर बाजार में अक्सर कहा जाता है कि तेजी और मंदी दोनों ही दौर में वही निवेशक टिक पाते हैं, जिनका पोर्टफोलियो संतुलित होता है. बड़े मुनाफे की चाह में कई बार निवेशक ऐसे स्टॉक्स चुन लेते हैं, जिनका बाजार के उतार-चढ़ाव पर बहुत जल्दी असर हो जाता है. लेकिन समझदार निवेशक हमेशा कुछ ऐसे शेयर अपने पोर्टफोलियो में शामिल करते हैं जो दूसरों के मुकाबले स्थिर हों और बाजार के उतार-चढ़ाव से ज्यादा प्रभावित न हों.
ऐसे ही स्टॉक्स को कम बीटा (Low Beta) वाले स्टॉक्स कहा जाता है. बीटा दरअसल एक वित्तीय मीट्रिक है, जो बताता है कि कोई स्टॉक पूरे बाजार की तुलना में कितना वोलेटाइल है.
अगर किसी स्टॉक का बीटा 1 है तो इसका मतलब है कि वह बाजार की चाल के बराबर चलता है. बीटा 1 से नीचे होने का अर्थ है कि स्टॉक की चाल बाजार से कम तेज है यानी उसमें उतार-चढ़ाव दूसरे स्टॉक्स के मुकाबले कम है. ऐसे स्टॉक्स लंबे समय में निवेशकों को स्थिरता और भरोसे का सहारा देते हैं. आइए नजर डालते हैं कुछ ऐसी छोटी लेकिन मजबूत कंपनियों पर जिनका Beta 1 से कम है और जिन्होंने अपने हालिया वित्तीय नतीजों से भरोसा भी जगाया है.
J B Chemicals & Pharmaceuticals Limited
26,543 करोड़ रुपये से ज्यादा के मार्केट कैप वाली जे बी केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड का शेयर फिलहाल 1,695 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है. कंपनी का बीटा मात्र 0.52 है, यानी यह बाजार की तुलना में काफी स्थिर है.
वित्तीय मजबूती की बात करें तो कंपनी का ROCE 25.8 प्रतिशत और ROE 20.1 प्रतिशत है. कंपनी ने हालिया तिमाही (Q1 FY26) में 1,094 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले साल की समान तिमाही से 8.96 प्रतिशत अधिक है. नेट प्रॉफिट भी 14.12 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 202 करोड़ रुपये पहुंच गया. बीते पांच साल में कंपनी ने निवेशकों को 321 फीसदी का रिटर्न दिया है.
1976 में जे बी मोदी द्वारा स्थापित इस कंपनी का कारोबार घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में फैला है. टैबलेट, कैप्सूल, इंजेक्शन और कई तरह की दवाओं का उत्पादन करने वाली यह कंपनी निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प बन चुकी है.
Navin Fluorine International Limited
24,473 करोड़ रुपये के मार्केट कैप वाली नवीन फ्लोरीन का शेयर 4,777 रुपये के करीब कारोबार कर रहा है. कंपनी का बीटा 0.66 है, यानी यह भी बाजार के उतार-चढ़ाव की तुलना में ज्यादा स्थिर है.
हालिया वित्तीय नतीजों ने निवेशकों का भरोसा और मजबूत किया है. Q1 FY26 में कंपनी का राजस्व 725 करोड़ रुपये रहा, जो साल-दर-साल आधार पर 38.36 प्रतिशत अधिक है. नेट प्रॉफिट भी 129 प्रतिशत की शानदार बढ़त के साथ 117 करोड़ रुपये पहुंच गया.
1967 में स्थापित कंपनी विशेष फ्लोरोकैमिकल्स का प्रोडक्शन करती है. इसके उत्पादों का इस्तेमाल फार्मा, एग्रोकेमिकल्स और स्पेशलिटी केमिकल्स जैसे कई उद्योगों में होता है. कंपनी का EPS 71.5 और डेब्ट-टू-इक्विटी अनुपात 0.56 है. कंपनी ने बीते पांच साल में निवेशकों को 131 फीसदी का रिटर्न दिया है.
Alembic Pharmaceuticals Limited
18,584 करोड़ रुपये के मार्केट कैप वाली एलेम्बिक फार्मास्युटिकल्स का शेयर करीब 945 रुपये पर कारोबार कर रहा है. कंपनी का बीटा सिर्फ 0.32 है, जो इसे बेहद स्थिर कैटेगरी में रखता है.
कंपनी का राजस्व Q1 FY26 में 1,711 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 9.54 प्रतिशत अधिक है. नेट प्रॉफिट 14 प्रतिशत बढ़कर 154 करोड़ रुपये पहुंच गया.
1907 में स्थापित यह कंपनी टैबलेट, इंजेक्शन, एंटीबायोटिक्स और जेनरिक दवाओं का उत्पादन करती है और 75 से अधिक देशों में अपनी मौजूदगी रखती है. निवेशकों के लिए यह स्टॉक स्थिरता और धीरे-धीरे बढ़ते मुनाफे का एक विकल्प है.
Hatsun Agro Product Limited
20,162 करोड़ रुपये के मार्केट कैप वाली हाटसन एग्रो प्रोडक्ट का शेयर फिलहाल करीब 905 रुपये पर कारोबार कर रहा है. कंपनी का बीटा 0.42 है, यानी यह भी बाजार की तुलना में कम वोलेटाइल स्टॉक है.
कंपनी का राजस्व Q1 FY26 में 2,535 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 6.74 प्रतिशत की बढ़ोतरी है. नेट प्रॉफिट 12.98 प्रतिशत की बढ़त के साथ 148 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
1970 में आर. जी. चंद्रमोगन द्वारा स्थापित कंपनी दूध, दही, आइसक्रीम, पनीर और घी जैसे डेयरी प्रोडक्ट बनाती है. इसके ब्रांड्स अरुण, आरोक्या और हाटसन देशभर में लोकप्रिय हैं. बीते पांच साल में कंपनी ने निवेशकों को 48 फीसदी का मुनाफा दिया है.
यह भी पढ़ें: Shringar, Urban Co, Dev Accelerator का अलॉटमेंट कल! GMP 64% तक, किस IPO में ज्यादा मुनाफा?
Shriram Pistons & Rings Limited
11,470 करोड़ रुपये के मार्केट कैप वाली श्रीराम पिस्टन्स एंड रिंग्स लिमिटेड का शेयर करीब 2,604 रुपये पर कारोबार कर रहा है. कंपनी का बीटा सिर्फ 0.31 है, यानी यह शेयर बाजार की तुलना में बेहद स्थिर है.
कंपनी का राजस्व Q1 FY26 में 963 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही से 15 प्रतिशत अधिक है. नेट प्रॉफिट भी 15 प्रतिशत बढ़कर 135 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
यह भी पढ़ें: जिन स्टॉक्स का छोड़ा निवेशकों ने साथ, वही निकले असली हीरे; देखें कैसे भूली हुई कंपनियां कर रही जादू
1963 में स्थापित और 1972 में नया नाम पाने वाली यह कंपनी इंजन कंपोनेंट्स जैसे पिस्टन, पिस्टन रिंग, इंजन वॉल्व और पिन का उत्पादन करती है. कंपनी के ग्राहक बड़े ऑटोमोबाइल निर्माता हैं और इसकी पकड़ घरेलू व अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में है.
डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.